ललन सिंह ने वोटरों को धमकाया, बोले- घर में कैद कर दो
सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा और NDA गठबंधन के नेता किस हद्द तक गिर सकते हैं ये बात आप बखूबी समझते ही हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबन्धन की बढ़ती लोकप्रियता NDA गठबंधन के नेताओं को एक आँख नहीं भा रही है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा और NDA गठबंधन के नेता किस हद्द तक गिर सकते हैं ये बात आप बखूबी समझते ही हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबन्धन की बढ़ती लोकप्रियता NDA गठबंधन के नेताओं को एक आँख नहीं भा रही है। यह वजह है कि अब सत्ताधारी गठबंधन के नेता खुलेआम धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं। ये सुनकर आपको भी हैरान हो रही होगी की भला जिस देश में बोलने की आजदी हो, वोट का अधिकार है कि आप अपने मत के अधिकार का उपयोग करके अपना लीडर चुन सकते हैं। वहां भला ऐसे कैसे कोई धमकी दे सकता है कि अगर वोटर NDA के प्रत्याशी को वोट न दे तो उसे घर में बंद कर दो। दोस्तों ये बयान किसी छोटे-मोटे नेता के नहीं हैं बल्कि ये बयान हैं केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के।
तो देखा आपने ललन सिंह किस तरह से धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद से ही मोकामा की सियासत इन दिनों गर्म है। अनंत सिंह के जेल जाने के बाद अब उनके समर्थन में खुद ललन सिंह ने मोर्चा संभल लिया है बीते सोमवार को उन्होंने सम्राट चौधरी के साथ मिलकर कई सभाएं कीं। हालांकि, दोनों नेताओं पर आचार संहिता उल्लंघन का केस भी दर्ज किया गया है। एक सभा में ललन सिंह के बोल बिगड़ गए और अब इसका एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में आपने साफ़ देखा कि इस तरह से ललन सिंह साफ कहते हुए नजर आ रहे हैं कि यहां कुछ ऐसे नेता हैं जिन्हें चुनाव के दिन बाहर निकलने मत दीजिएगा, उन्हें घर में ही बंद कर दीजिएगा। जब वो हाथ जोड़ें तो कहिए कि पहले हमारे साथ चलकर वोट दीजिए, फिर घर में बैठिए।
ललन के इसी विवादित बयान पर अब राजनीति और गरमा गई है। राजनीतिक दल इस बयान को लेकर उन्हें जमकर घेर रहे हैं। वहीं इसी बीच आरजेडी ने खुद इस वीडियो को शेयर करते हुए चुनाव आयोग को आड़े हाथ लिया। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ‘केंद्रीय मंत्री ललन सिंह चुनाव आयोग की छाती पर बुलडोजर चढ़ाते हुए कह रहे कि गरीबों को वोटिंग के दिन घर से निकलने नहीं देना है! घर में बंद कर देना है, अगर ज्यादा हाथ पैर जोड़ेगा तो अपने साथ ले जा कर वोट गिराने देना है। कहां है मरा हुआ आयोग?’



