सरकारी जमीन पर भूमाफिया का कब्जा
अधिकारी मौन, कबाड़ से लेकर डेरी तक का चल रहा कारोबार
मो. शारिक/4पीएम
लखनऊ। रेलवे की करीब 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा हो गया है। मामला राजधानी के पिपराघाट के पास का है। यहां रेलवे लाइन के पास की करीब एक लाख वर्ग मीटर जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। इसमें बड़े स्तर पर कबाड के साथ-साथ डेयरी का संचालन किया जा रहा है। बड़ी बात यह है जमीन जी-20 सडक़ के पास में है। मौजूदा समय यह राजधानी का सबसे वीआईपी मार्ग है।
ऐसे में ऐसी जगह पर कैसे इस तरह का संचालन हो रहा है ? इसका जवाब देने वाला कोई नहीं है। दरअसल, जहां पर जमीन कब्जा कर अवैध धंधे हो रहे है वहां पर चारों तरफ जंगल है। ऐसे में सामने या आस- पास से गुजर रहे लोगों को कुछ भी दिखाई भी नहीं देता है। यहां कुछ अवैध निर्माण भी हो रहे हैं। हालांकि इसको पहले ही एलडीए की तरफ से सील कर दिया गया है।
कब्जा करने वाले व्यक्ति की तरफ से करीब 10 हजार स्कवायर फीट जमीन पर अवैध खनन भी किया गया है। इसमें करीब 6 फीट तक मिट्टी निकाल ली गई है। बताया जा रहा है कि यहां तालाब बनाकर मछली पालन का प्लान था। हालांकि उसको कुछ कारणों से रोक दिया गया है। लेकिन 40 से ज्यादा छोटे बड़े- बड़ेे जानवरों के साथ अवैध डेरी का संचालन किया जाता है।
बिजली भी चोरी की चल रही है
वहां काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि बड़़े स्तर पर वहां बिजली की चोरी भी होती है। इससे लेसा को भी करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। हालांकि उपकेंद्र के जेई और एसडीओ भी इस मामले में मूक दर्शक बने हुए है। यहां झोपड़ पट्टी बनाई गई है लेकिन उसके अंदर हर तरह की सुविधा है।
आईजीआरएस पर भी हो चुकी है शिकायत
इसकी शिकायत सीएम के आईजीआरएस पोर्टल पर भी हो चुकी है। हिमांशु श्रीवास्तव ने इसको लेकर शिकायत भी की है। इसमें बताया गया है कि अवैध काम की वजह से शहर के अंदर गंदगी फैल रही है। कबाड़ के काम की वजह से आस-पास की हवा भी दूषित होती है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।