उत्तराखंड हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद पायलट राजवीर सिंह चौहान का अंतिम संस्कार, पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका ने दी विदाई
उत्तराखंड में हाल ही में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले पायलट राजवीर सिंह चौहान का मंगलवार को जयपुर के चांदपोल इलाके स्थित मोक्षधाम में पूरे सैन्य सम्मान और हिंदू रीति-रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तराखंड में हाल ही में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले पायलट राजवीर सिंह चौहान का मंगलवार को जयपुर के चांदपोल इलाके स्थित मोक्षधाम में पूरे सैन्य सम्मान और हिंदू रीति-रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान माहौल पूरी तरह ग़मगीन और नम आंखों से भरा रहा।
पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका ने दी अंतिम विदाई
अंतिम यात्रा में सबसे भावुक क्षण तब आया जब राजवीर सिंह की पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका, सेना की वर्दी में अपने पति की तस्वीर हाथ में लेकर अंतिम यात्रा की अगुवाई करती नजर आईं। उन्होंने दृढ़ता और भावनात्मक मजबूती का परिचय देते हुए अपने पति को अंतिम विदाई दी।राजवीर सिंह करीब डेढ़ साल पहले लेफ्टिनेंट कर्नल पद से रिटायर हुए थे, जबकि उनकी पत्नी दीपिका वर्तमान में सेना में कार्यरत हैं।
सैन्य अधिकारियों और आम लोगों की मौजूदगी
अंतिम संस्कार में परिजनों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में सेना के वरिष्ठ अधिकारी, जवान और स्थानीय लोग शामिल हुए। सभी ने दिवंगत पायलट को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को याद किया।
अंतिम संस्कार की रस्म दिवंगत राजवीर सिंह की कर्मभूमि जयपुर के चांदपोल इलाके के मोक्ष धाम में हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक अदा की गई.
अंतिम संस्कार में परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों के साथ ही बड़ी संख्या में सेना के अधिकारी और जवान भी मौजूद थे. दिवंगत राजवीर सिंह की पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका भी सेना की वर्दी में शमशान स्थल पर मौजूद थी.
पत्नी दीपिका लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर अभी सेना में कार्यरत हैं, जबकि पति राजवीर सिंह करीब डेढ़ साल पहले ही लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से सेना से रिटायर हुए थे. पत्नी दीपिका शमशान स्थल पर पति राजवीर की अंतिम यात्रा में पति की तस्वीर हाथ में लिए सबसे आगे चल रही थी.
वह पूरे वक्त चिता के पास ही खड़ी रही. उनकी आंखों से लगातार आंसू गिर रहे थे. सेना की वर्दी में ही उन्होंने पति को सैल्यूट किया और उन्हें अंतिम विदाई दी. वह कभी पति की तस्वीर को देखतीं तो कभी चिता को. शमशान स्थल से जाते वक्त वह बोल रही थी- राजवीर मेरा बच्चा मुझे छोड़कर चला गया.
शमशान स्थल पर वह लगातार पति की चिता को हाथों से सहलाती नजर आई. पत्नी दीपिका को इस तरह भावुक देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई. पायलट राजवीर सिंह को उनके भतीजे विशु ने मुखाग्नि दी.
इससे पहले सेना के अधिकारियों ने उनके पार्थिव शरीर पर फूल चढ़कर उन्हें नमन किया. पायलट राजवीर सिंह चौहान का पार्थिव शरीर आज सुबह ही उनके घर पहुंचा था. घर पर राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार के कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी.
इसके बाद उनका पार्थिव शरीर शमशान स्थल पर लाया गया. शमशान स्थल पर लगातार राजवीर सिंह अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा राजवीर सिंह का नाम रहेगा और इंडियन आर्मी जिंदाबाद के नारे गूंजते रहे.लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह का निधन 2 दिन पहले उत्तराखंड के केदारनाथ में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में हुआ था. वह पायलट के तौर पर हेलीकॉप्टर को चला रहे थे. खराब मौसम की वजह से उनका हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था.
पायलट राजवीर सिंह 4 महीने पहले ही जुड़वा बच्चों के पिता बने थे. फादर्स डे के दिन उनके नवजात बच्चों के सर से पिता का साया उठ गया था. राजवीर सिंह चौहान ने सियाचिन ग्लेशियर वाले इलाके में भी काफी दिनों तक उड़ान भरी थी. उन्हें 2000 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव था. उन्होंने लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका के साथ लव मैरिज की थी. दीपिका उनसे जूनियर थीं.