दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट में जोरदार टर्बुलेंस, सांसद डेरेक ओ’ब्रायन बोले – इस उड़ान ने जीवन के प्रति नजरिया बदल दिया
डेरेक ओ'ब्रायन ने वीडियो में कहा, "मैंने आज जीवन की नाज़ुकता को महसूस किया। ऐसा लगा जैसे सब कुछ एक पल में खत्म हो सकता है। यह अनुभव मेरे लिए जीवन बदल देने वाला था।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो एयरलांइस की फ्लाइट संख्या 6E 2142 बुधवार शाम खराब मौसम की चपेट में आ गई। इस दौरान विमान को करीब 30 मिनट तक भीषण टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। फ्लाइट में मौजूद यात्री दहशत में आ गए और कई लोग चीखने-चिल्लाने लगे। हालात को देखते हुए पायलट ने श्रीनगर एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचना दी और विमान की सुरक्षित आपात लौंडिंग कराई गई। इस फ्लाइट में तृणमूल कांग्रेस के कुछ सांसद भी यात्रा कर रहे थे, जिनमें सांसद डेरेक ओ’ब्रायन भी शामिल थे। घटना के बाद उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि यह 30 मिनट की भयावह उड़ान उनके जीवन का नजरिया बदल दिया।
डेरेक ओ’ब्रायन ने वीडियो में कहा, “मैंने आज जीवन की नाज़ुकता को महसूस किया। ऐसा लगा जैसे सब कुछ एक पल में खत्म हो सकता है। यह अनुभव मेरे लिए जीवन बदल देने वाला था।” उन्होंने यात्रियों की चीख-पुकार, झटकों और भयावह माहौल का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे इस यात्रा ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया। फिलहाल सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। एयरलाइन की ओर से घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। TMC डेरेक ओब्रायन सांसद ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने टर्बुलेंस के 30 मिनट के अपने एक्सपीरियंस के बारे में बताया है. इस दौरान वे भावुक हो गए.
आधे रास्ते में हुए एक अनाउंसमेंट
डेरेक ओब्रायन ने अपने वीडियो में कहा कि जिंदगी में कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें हम कभी-कभी हल्के में ले लेते हैं, इस लिस्ट में जिंदगी भी शामिल है, चाहे हमें इसका एहसास हो या न हो बुधवार 21 मई को मैं दिल्ली से श्रीनगर के लिए इंडिगो की फ्लाइट में सवार हुआ, सार्वजनिक जीवन का एक और दिन, बस एक और फ्लाइट जो मैं लेता हूं, इमरजेंसी एग्जिट पर 19F पर मेरी नॉर्मल सीट, उस सीट को चुनना एक पुरानी आदत है, मैं ऑटोपायलट पर हूं और वो सभी चीजें कर रहा हूं जो मैं आमतौर पर फ्लाइट में करता हूं.
उन्होंने बताया श्रीनगर की इस फ्लाइट ने आधा रास्ते ही तय किया था कि सभी को सीट बेल्ट बांधने का अनाउंसमेंट किया जाता है. इस समय सब कुछ सामान्य था. कुछ देर बात ही लगभग 5 मिनिट बाद ऐसी बिजली चमकती है जैसे दिन का उजाला हुआ हो. इसके बाद हम थोड़ा टर्बुलेंस महसूस होना शुरू होता है और यह लगातार बढ़ने लगता है. मैं उसी समय समझ गया कि ये कोई नॉर्मल सिचुएशन नहीं है.
हवा में हिल रही थी फ्लाइट
डेरेक ओब्रायन ने बताया कि फ्लाइट अब बाएं से दाईं ओर झुक रही थी. मैं इसके पहले भी कई फ्लाइटों और अन्य हवाई विमानों में बैठा हूं. उनका झुकना भी मैंने महसूस किया है, लेकिन इस फ्लाइट का झुकना सामान्य नहीं था. इसके साथ ही ये लगातार झुक रहा था और हवा में हिल-डुल रहा था. उस दौरान फ्लाइट में सवार लगभग सबने महसूस किया कि हम तेजी से नीचे की ओर गिर रहे हैं. ऐसा फील होना और ऐसा देखना कुछ सेकेंडों की बात नहीं थी, ये सब कुछ लगभग 10 मिनट तक चला. इस दौरान बाहर केवल बादल, कड़कती बिजलियां और ओलावृष्टि दिखाई दे रही थी. उसी समय मेरे दिमाग में बहुत सारी चीजें चलनी शुरू हो गईं.
फ्लाइट में हो गया डरावना माहौल
सांसद ने बताया कि बिजली और ओलावृष्टि के बीच अब यात्री केबिन से आवाज भी आनी शुरू हो गईं. ये आवाजें कोई नॉर्मल आवाजें नहीं थीं. बल्कि लोग चिल्ला रहे हैं, प्रार्थना कर रहे हैं. ऐसा होने से लोग और तनाव में जाते हैं और डर पैदा होता है. इस पूरे घटनाक्रम को कुछ लोग अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करना शुरू कर देते हैं. इसी दौरान उन्हें कुछ लोग ऐसा न करने को कहते हैं.
पूरे घटनाक्रम में सांसद ने परिवार को किया याद
सांसद ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के बीच मैं इस चिंता में था कि अगर कुछ बुरा हुआ, तो मैं अपनी इकलौती बेटी की कुछ महीनों बाद होने वाली शादी से चूक जाऊंगा! मैं अपनी बेटी, पत्नी, सौतेली बेटियों, भाइयों, सहकर्मियों, दोस्तों के बारे में सोचता हूं. मैं सोचता हूं उन सभी को पीछे छोड़ जाना कितना दुख भरा होगा? ऐसा होने के कारण मुझे उनमें से किसी को भी अलविदा कहने का मौका नहीं मिलेगा. यह उन रिश्तों और मैत्रियों के लिए एक गहरा, स्थायी दु:ख है, जिनका इस भयावह दोपहर के बाद कोई अस्तित्व न होगा. इस दौरान मैंने एक पल भी राजनीति के बारे में नहीं सोचा. न ही मैंने अपने सोशल मीडिया और न ही संसद के बारे में कुछ सोचा. मेरा ध्यान उस समय केवल उन्हीं लोगों पर गया जिससे में प्यार करता हूं.
जिंदगी एक गिफ्ट है- सांसद
सांसद ने बताया कि उस उड़ान ने मुझे पूरी तरह से बदल दिया. इसने जीवन के हर पहलू को देखने के मेरे तरीके को भी बदल दिया. अब मैं समझ गया हूं कि जीवन एक गिफ्ट है. इसे संजोकर रखना चाहिए. मैं अपना अनुबंध नहीं भूला हूं. वह जीवन के प्रति मेरी इस नई कृतज्ञता का आधार होगा!



