नीतीश दशरथ के समान, मुझे जनता के बीच भेजा: तेजस्वी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार के विश्वास प्रस्ताव के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने सीएम पर जमकर हमला किया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने चर्चा के दौरान बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बोलते हुए कहा है कि सीएम रामायण के राजा दशरथ के समान हैं, नीतीश कुमार ने मुझे अपना बेटा माना है, तेजस्वी ने कहा कि दशरथ ने भगवान राम को वनवास भेजा था और नीतीश कुमार ने मुझे जनता के बीच में भेजकर उनकी बात सुनने और काम करने के लिए भेजा है, तेजस्वी यादव ने चर्चा के दौरान नीतीश कुमार को घेरते हुए कई सवाल पूछें।
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि वंशवाद के कारण विवश होकर इनकी प्रताडऩा हमने देखी है। लोगों का नेचर और सिग्नेचर नहीं बदलता है, बिहार में ऐसे कई विधायक ऐसे हैं, जो क्षमतावान हैं, लेकिन उन्हें तवज्जो नहीं दी गई, मुझे पार्टी के नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी दी, हमने ईमानदारी से निर्वहन करने का प्रयास किया।
विजय सिन्हा ने आपके शासनकाल में बिहार की जनता पलायन के लिए मज़बूर हो गए, आप उस दिन को भूल चुके हैं, जब बिहार के शिक्षित युवा रोजगार के लिए दूसरे राज्य जा रहे हैं, बिहार के डिप्टी सीएम ने राजद नेता व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि ये आपलोग भूल गए, जब खेत लिखवाकर नौकरियां देते थे। भतीजा बिहार में झंडा बुलंद रखेगा।
जो आप झंडा ले कर के चले थे कि पीएम मोदी को देश में रोकना है, अब आपका भतीजा झंडा उठा कर के पीएम मोदी को बिहार में रोकने का काम करेगा।
तेजस्वी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, मानहानि मामला किया खारिज
नई दिल्ली। राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने तेजस्वी यादव के खिलाफ दायर मानहानि मामले की शिकायत को खारिज कर दिया है। तेजस्वी यादव ने बीती 19 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर गुजरातियों के लेकर दिया अपना बयान वापस ले लिया था। बीती 5 फरवरी को कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। तेजस्वी यादव ने बीते साल मार्च में अपने एक बयान में कहा था कि अब की परिस्थितियों में सिर्फ गुजराती ही ठग हो सकते हैं और उनकी धोखाधड़ी को माफ भी कर दिया जाएगा। तेजस्वी यादव के इस बयान के विरोध में गुजरात के रहने वाले हरेश मेहता ने मानहानि का मामला दर्ज कराया था। हरेश मेहता का आरोप था कि तेजस्वी यादव के बयान से गुजरातियों का अपमान हुआ है। इसके बाद मामले की सुनवाई अहमदाबाद की कोर्ट में चल रही थी। तेजस्वी यादव ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मामले को गुजरात से बाहर और प्राथमिक तौर पर दिल्ली शिफ्ट करने की मांग की थी।