सरकार की गलती भुगत रहे मप्र के वन रक्षक: कमलनाथ

  • 165 करोड़ की वसूली पर पूर्व सीएम ने उठाए सवाल, बोले- वन विभाग में यह कैसा ऑडिट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। पूर्व सीएम कमलनाथ ने ऑडिटर जनरल (एजी) ऑफिस ग्वालियर द्वारा किए जाने वाले ऑडिट पर सवाल उठाए हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ ने को अपने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने वर्तमान में सेवारत वनरक्षक (फॉरेस्ट गार्ड) से लगभग 165 करोड़ रुपए की वसूली निकाली है। यह राशि उनके वेतन से वसूल किए जाने के आदेश जारी हुए हैं। कोई भी दंड वन रक्षकों की जगह सरकार को मिलना चाहिए। कमलनाथ ने लिखा कि बुनियादी सवाल यह है कि सरकार ने जो वेतन वन रक्षकों को दिया, वह वेतन वन रक्षकों ने स्वीकार किया।
ऐसे में अगर गलती की है, तो वह सरकार ने की है। लिहाजा इसका कोई भी दंड वन रक्षकों की जगह सरकार को मिलना चाहिए। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि इस तरह के तुगलकी फ रमान को तुरंत वापस लिया जाए और वन रक्षकों से की जाने वाली इस वसूली पर तत्काल रोक लगाई जाए। दरअसल एमपी में वन विभाग में 6592 वन रक्षकों को ग्रेड पे के हिसाब से ज्यादा वेतन दिए जाने का मामला सामने आया है। सरकार ने करीब 165 करोड़ की रिकवरी निकाली है। कमलनाथ ने आगे लिखा कि सरकार का कहना है कि वर्ष 2006 से कार्यरत वनरक्षकों ने अपने वेतन में (ग्रेड पे के आधार पर) अधिक राशि ले ली है। वर्ष 2006 से कार्यरत वनरक्षकों से लगभग 5 लाख रुपए और वर्ष 2013 से कार्यरत वनरक्षकों से डेढ़ लाख रुपए की वसूली किए जाने के आदेश जारी हुए हैं।
जबकि शासन की व्यवस्था में एजी ऑफिस, ग्वालियर हर साल ऑडिट करता है, तो आखिर कैसा ऑडिट एजी ग्वालियर द्वारा प्रदेश में वन विभाग में किया गया?

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