मध्य प्रदेश महिला और आदिवासियों पर अत्याचार में नंबर वन: कमलनाथ

कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार को कोसा,कहा- मणिपुर पर बात क्यों नहीं करते?

गीताश्री
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव है। इससे पहले सियासी बयानबाजी भी तेज होती जा रही है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में महिला और आदिवासियों पर अत्याचार में नंबर वन बन गया है? उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि मणिपुर पर बात क्यों नहीं करते?
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार प्रदेश में दिन ब दिन बढ़ रहा है। इसके सबूत सामने आ रहे है। मध्य प्रदेश को शिवराजी नजी नंबर वन ले गए है। अब आदिवासियों पर अत्याचार और अटैक सब चीजों का खुलासा हो रहा है। मुझे इस बात का यकीन है कि आने वाले दिनों में बहुत सारी बातों का खुलासा होने वाला है। नाथ ने कहा कि शिवराज जी जितना नाटक कर लें और प्रलोभन दे दें। आम जनता समझ गई कि चार महीने पहले ही उनको यह सब सुझता है। यह चुनाव जनता ने तय किया है कि मध्य प्रदेश के भविष्य का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विपक्ष पर दिए भाषण पर नाथ ने कहा कि उन्होंने क्या कहा मुझे नहीं मालूम। लेकिन सब काम जनता देख रही है। अंत में फैसला जनता के हाथ में ही है। यदि हम कोई विरोध कर रहे है तो कोई ना कोई कारण होगा। आज मणिपुर की बात क्यों नहीं करते। आर्मी, सीआरपीएफ से लेकर वहां सरकार और राज्यपाल आपकी की है। विपक्ष काम करने नहीं देता। अंत में फैसला जनता के हाथ में है। यदि हम कोई विरोध कर रहे है तो कोई ना कोई कारण होगा। आज मणिपुर की बात क्यों नहीं होती। मणिपुर में क्या हो रहा है? आर्मी, सीआरपीएफ, आपकी सरकार और आपकी गर्वनर बचा क्या है?

मेरे मंदिर जाने पर भाजपा को तकलीफ क्यों

नाथ ने बागेश्वर धाम की कथा को लेकर कहा कि मैं मंदिर जाता हूं तो इनको दिक्क्त। मैं प्रार्थना करता हूं तो इनको दिक्क्त। भाजपा के पेट में दर्द क्यों होता है। इन्होंने क्या धर्म की एजेंसियों का ठेका ले रखा है। नाथ ने कहा कि बागेश्वर धाम महाराज ने कहा कि मैं छिंदवाड़ा में कार्यक्रम करुंगा। मैंने कहा स्वागत है। उसमें मैं शामिल हुआ। चार लाख लोग शामिल हुए। इसमें कौन सी राजनीति है। भाजपा इसको राजनीति बनाना चाहती है।

अपने सांसद को कब करेंगे अयोग्य : दिग्विजय

भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी और यूपी के इटावा से सांसद रामशंकर कठेरिया को दो साल की सजा सुनाई गई है। इस पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष से कठेरिया की संसद सदस्यता खत्म करने की मांग की। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता 24 घंटे में चली गई थी। अब देखते हैं इनकी सदस्यता समाप्त होती है या नहीं। इससे यह भी साफ हो जाएगा कि लोकसभा अध्यक्ष कितनी निष्पक्षता से काम करते हैं?बता दें उत्तर प्रदेश के आगरा में टोरेंट अधिकारी से मारपीट एवं बलवा करने के मामले में भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया दोषी पाए गए। कोर्ट ने उन्हें दो वर्ष कारवास की सजा सुनाई। साथ ही 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। घटना वर्ष 2011 की है। मामले में टरेंट अधिकारी की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामला हरीपर्वत थाना क्षेत्र के साकेत माल का है। यहां स्थित टोरेंट के सतर्कता कार्यालय (विद्युत चोरी निवारण कार्यालय) पर 16 नवंबर 2011 को पूर्व एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष एवं वर्तमान में इटावा से भाजपा सांसद राम शंकर कठेरिया पहुंचे। उनके साथ करीब 10-15 समर्थक थे।

बिलों की जांच कराते-कराते चले जाएंगे शिवराज

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने पहले से ही महंगाई से त्रस्त मध्यप्रदेश की जनता पर बढ़े हुए बिजली बिलों से महंगाई का डबल वार किया है। अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बढ़े हुए बिलों की जांच कराएंगे, सच तो ये है कि जब तक वो जांच कराएंगे तब तक वो चले जाएंगे। पूर्व सीएम ने कहा कि सच्चाई ये है कि भाजपा न तो जनविश्वास का जेनरेशन कर पा रही है, न विकास का ट्रांसमिशन और न ही कल्याणकारी योजनाओं का सच्चे ज़रूरमंद लोगों तक डिस्ट्रीब्यूशन कर पा रही है। दरअसल भ्रष्टाचार के लगातार बढ़ते जाने की वजह से भाजपा के दिखावटी सुशासन का ट्रांसफ़ॉर्मर उड़ गया है। अब उल्टे जनता ही भाजपा को आगामी चुनावों में करेंट देने के लिए तैयार बैठी है। बिजली के बढ़े बिल भाजपा की बत्ती गुल कर देंगे।

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