राजस्थान टीचर भर्ती मामले में पेपर लीक केस में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 36 नकलची अभ्यर्थी गिरफ्तार
नई दिल्ली। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने गड़बड़ी के चलते सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती की पहली पाली की परीक्षा को रद्द कर दिया है. परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर उदयपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के निर्देशन में पुलिस ने 36 से अधिक नकल करने वाले अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं जयपुर में शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान के सरकारी निवास का अभ्यर्थियों ने घेराव किया. अभ्यर्थियों ने खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही दूसरी पाली का पेपर भी रद्द करने की मांग की.
आंनद शर्मा बालिका स्कूल दौसा के केंद्राधीक्षक कमलेश कुमार ने बताया कि वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में आज जीके का पेपर था. हमें प्राप्त पेपर के डिब्बे पर हमारे परीक्षा केंद्र का कोड लिखा था, लेकिन इसके अंदर डिब्बे पर किसी दूसरे परीक्षा केंद्र का कोड था. जानकारी मिली कि ये परीक्षा निरस्त कर दी गई है.
वहीं अलवर में भी पहली पाली में जीके का पेपर अचानक निरस्त होने से युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा. परीक्षा केंद्र के बाहर युवाओं गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. युवाओं ने कहा कि हमने ओआरएम सीट भर ली थी, लेकिन अचानक पेपर आउट होने की जानकारी मिली. सभी अभ्यार्थियों से पेपर वापस ले लिया गया.
युवाओं ने कहा कि सरकार की लापरवाही के चलते लगातार पेपर आउट हो रहे हैं. रीट परीक्षा के बाद आरपीएससी सेकंड ग्रेड परीक्षा का पेपर आउट हुआ है. ऐसे में सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए. युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. सरकार को दूसरी पारी का पेपर भी निरस्त करना चाहिए. क्या गारंटी है कि द्वितीय पारी का पेपर आउट नहीं हुआ हो?
वहीं अजमेर में परीक्षा देने आए युवाओं ने कहा कि परीक्षा रद्द होने से उन्हें बहुत मायूसी हो रही है और पूरी की पूरी तैयारी खराब हो गई. मन उदास हो गया है. युवाओं ने कहा कि हम पिछले कई वर्षों से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. आज आरपीएससी की लापरवाही के चलते उनकी तैयारी पर पानी फिर गया है. कई परीक्षार्थी मायूस होकर बिना पेपर दिए ही चले गए और आरपीएससी और प्रशासन को कोसते नजर आए.