कांग्रेस और बीजेपी की नीयत साफ नही- जाति जनगणना पर मायावती बरसीं
मायावती ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी का ओबीसी समाज के प्रति रवैया सिर्फ दिखावा है और वोटों के लिए ये दल ओबीसी समाज का शोषण कर रहे हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में जातीय जनगणना के निर्णय के बाद मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर ओबीसी वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने दोनों दलों के बहुजन विरोधी रवैये की निंदा करते हुए कहा कि ओबीसी का असली हित बसपा में ही निहित है. मायावती ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी का ओबीसी समाज के प्रति रवैया सिर्फ दिखावा है और वोटों के लिए ये दल ओबीसी समाज का शोषण कर रहे हैं.
देश की नरेंद्र मोदी सरकार ने राष्ट्रीय जनगणना के साथ जातीय जनगणना कराने का फैसला लिया है, जिसके बाद से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. जहां एक ओर कांग्रेस इस कदम को अपनी जीत बता रही है, वहीं दूसरी ओर बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों को आड़े हाथ लिया. उन्होंने आरोप लगाया है कि इन पार्टियों का चरित्र बहुजन विरोधी है.
मायावती ने शुक्रवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए लिखा है कि काफी लंबे समय तक ना-ना करने के बाद अब केंद्र की ओर से राष्ट्रीय जनगणना के साथ जातीय जनगणना भी कराने का निर्णय लिया गया है, जिसका बीजेपी व कांग्रेस की ओर से श्रेय लेकर खुद को ओबीसी हितैषी सिद्ध करने की होड़ लगी हुई है, जबकि इनके बहुजन-विरोधी चरित्र के कारण ये समाज अभी भी पिछड़ा, शोषित व वंचित है.
मायावती ने कहा, ‘वैसे भी कांग्रेस और बीजेपी की अगर नीयत व नीति बहुजन समाज के प्रति पाक-साफ होती तो ओबीसी समाज देश के विकास में उचित भागीदार बन गया होता, जिससे इनके मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का मिशन सफल होता हुआ जरूर दिखता, लेकिन बाबा साहेब और बीएसपी के अनवरत संघर्ष के कारण ओबीसी समाज आज जब काफी हद तक जागरूक है, तो दलितों की तरह ओबीसी वोटों के लिए लालायित इन पार्टियों में इनका हितैषी दिखने का स्वार्थ व मजबूरी है, ऐसे में स्पष्ट है कि ओबीसी का हित बीएसपी में ही निहित है, अन्यत्र नहीं.’
वोट हमारा राज तुम्हारा-नहीं चलेगाः मायावती
आपको बता दें,कि मायावती ने कहा, ‘वोट हमारा राज तुम्हारा-नहीं चलेगा के मानवतावादी संघर्ष को सही व सार्थक बनाकर अपने पैरों पर खड़े होने का समय करीब है, जिसके लिए कोताही व लापरवाही घातक और बीजेपी व कांग्रेस पार्टियों पर दलित, ओबीसी समेत बहुजन-हित, कल्याण व उत्थान के लिए भरोसा करना ठीक नहीं है.’



