एमसीडी अध्यापकों को आईआईएम अहमदाबाद में किया जाएगा प्रशिक्षित
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद भेजा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगले पांच-सात साल में एमसीडी स्कूलों का भी दिल्ली सरकार के स्कूलों की तरह कायाकल्प कर दिया जाएगा। उत्तर पश्चिमी दिल्ली के लिबासपुर गांव में निवासियों और छात्रों के उत्साह के बीच सर्वोदय सह-शिक्षा विद्यालय का उद्घाटन करते हुए केजरीवाल ने बेरोजगारी की समस्या के बारे में भी बात की और कहा कि सरकार युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाने के लिए एक रचनात्मक कार्यक्रम पर काम कर रही है।
सीएम ने कहा कि स्कूल भवन में तीन ब्लॉक, 50 कक्षाएँ, आठ प्रयोगशालाएँ, दो पुस्तकालय और एक लिफ्ट है। इसमें 200 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक पूरी तरह से वातानुकूलित बहुउद्देश्यीय हॉल भी है। यह वर्तमान शैक्षणिक सत्र से काम करना शुरू कर देगा और नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक 2,000 छात्रों को प्रवेश दे सकता है। कुछ साल पहले तक हममें से किसी ने नहीं सोचा था कि कोई सरकारी स्कूल इतना शानदार हो सकता है। सरकारी स्कूलों को तो छोडि़ए, हममें से किसी ने भी नहीं सोचा था कि दिल्ली में एक प्राइवेट स्कूल भी इतना अच्छा होगा। जो स्कूल आपके यहां बनाया गया है यह क्षेत्र पूरी दिल्ली और शायद पूरे देश में किसी भी अन्य सरकारी या निजी स्कूल से बेहतर है।
उन्होंने दावा किया कि अच्छे स्कूलों के साथ सरकार अमीर और गरीब के बीच की खाई को पाटने में सक्षम है। पहले ज्यादातर सरकारी स्कूल तंबू में चलते थे, उनकी छत भी ठीक से नहीं होती थी। पंखे, डेस्क या शौचालय भी नहीं थे। बच्चे मुश्किल से एक घंटे के लिए आते थे, फिर भाग जाते थे। वहां ठीक से पढ़ाई नहीं होती थी। मैं तो यहां तक ??कहूंगा कि दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता शहर के कम से कम 80त्न निजी स्कूलों से बेहतर है।