मिशन यूपी: अब किसानों को लुभाने में जुटी भाजपा, लगाएगी चौपाल
- कृषि कानूनों की वापसी के बाद कार्यकर्ताओं को किया गया सक्रिय
- भाजपा किसान मोर्चा ने संभाला मोर्चा, टै्रक्टर रैली के बाद अब संवाद की तैयारी
लखनऊ। विधान सभा चुनाव के मैदान में भाजपा पूरे दम-खम से उतरने की तैयारी कर चुकी है। वह हर वर्ग और जाति के लोगों के बीच पैठ बढ़ा रही है। अब भाजपा नेतृत्व की नजर किसानों पर टिक गयी है। कृषि कानूनों की वापसी के बाद अब वह किसानों के बीच पैठ बढ़ाने के लिए गांवों में चौपाल लगाकर संवाद करने की तैयारी कर रही है। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार की किसानों के हितों में शुरू की गई योजनाओं को भी बताया जाएगा।
कृषि कानूनों के रद्द होने के बाद भाजपा ने फिर मोर्चा संभाल लिया है। वह किसानों को एक बार फिर अपने पाले में लाने की जुगत लगा रही है। भाजपा नेता किसानों के बीच में जाने का निर्णय लिया है। भाजपा के नेताओं का कहना है कि पार्टी हमेशा किसानों के हित में कार्य करती आई है, इसलिए हम किसानों के बीच में जाकर उन्हें बताएंगे कि उनके साथ कौन खड़ा है? कौन उन्हें गुमराह कर रहा है?
अलीगढ़ के भाजपा जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह ने कहा कि विपक्ष ने हमेशा किसानों को गुमराह करने का काम किया है। उन्हें तमाम चीजों पर लोभ-लालच देकर अपने पक्ष में करने की कोशिश की है। कांग्रेस कभी नहीं चाहती है कि किसान आत्मनिर्भर बने। उसे उसकी उपज का उचित मूल्य मिले क्योंकि कांग्रेस को अच्छी तरह से पता है कि किसानों को उपज का उचित मूल्य मिलेगा, किसान आत्मनिर्भर रहेगा तो वह राजनीति कैसे करेंगे?
हम किसानों के बीच में जाएंगे। उन्हें बताएंगे कि कानून उनके हित में था। हालांकि, पीएम ने इसे वापस ले लिया है तो अब नई तैयारी की जरूरत है। भाजपा का मूल उद्देश्य देश का समग्र विकास करना है। यही नहीं कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के किसानों के लिए किए गए कार्यों की भी जानकारी देंगे।