कांग्रेस को खत्म करने चले थे मोदी, अब खुद लग गये सियासत में किनारे!

मोदी सरकार के दस सालों में बैंकों ने सोलह लाख करोड़ से अधिक रूपये को बट्टे खातों में डाल दिया है... और दूसरी तरफ हर मस्जिद के नीचे एक मंदिर तलाशने का सिलसिला भी जारी है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों नरेंद्र मोदी ने जबसे देश की सत्ता संभाली है…. तब से उनका एक ही मिशन रहा है…. कि किसी भी तरह कांग्रेस को खत्म किया जाए…. कि नरेंद्र मोदी खुलकर अपने सियासी खेलों को अंजाम दे सकें…. वहीं दोस्तों मोदी के दस सालों के शासन को पलटे तो साफ नजर आएगा…. कि मोदी ने अपनी सत्ता के जरिए अपने उद्योगपति मित्रों के लिए सारा बड़ा काम करते आए हैं…. और उनकी जेबों को भरते हैं…. और साथ ही आरएसएस के हिंदू राष्ट्र के मकसद के लिए देश में बंटवारे का माहौल बनाते हैं….देश में विकास की बात छोड़कर हिंदू-मुसलमान करना उनका मुख्य मकसद रहा है…. देश में सभी जगह मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा किया जा रहा है…. और वहां कि खुदाई कराई जा रही है…. मोदी को अपने उद्योगपति मित्रों को छोड़कर देश की जनता नजर नहीं आ रही है…. मोदी देश और विदेश में झूठ बोलते हैं और संविधान के हिसाब से चलने की बात करते हैं…. वहीं लोकसभा चुनाव में चार सौ सीटें मिलने के बाद संविधान बदलने की बात करते हैं….

दोस्तों मोदी सरकार के दस सालों में बैंकों ने सोलह लाख करोड़ से अधिक रूपये को बट्टे खातों में डाल दिया है…. और दूसरी तरफ हर मस्जिद के नीचे एक मंदिर तलाशने का सिलसिला भी जारी है…. वहीं कांग्रेस मोदी के अस मकसद को शुरू से ही समझती थी… इसलिए डा मनमोहन सिंह ने भी जनता को मोदी की सत्ता से आगाह कर दिया था…. बता दें कि मोदी के मिशन में कांग्रेस हमेशा आड़े बनकर सामने खड़ी रहती थी…. इसलिए मोदी ने देश को कांग्रेस से मुक्त बनाने की मुहिम चला दिया…. लेकिन कांग्रेस ने अपना दम दिखाते हुए मोदी की नाक में दम कर दिया है…. और मोदी की नफरती राजनीति का लगातार पर्दाफाश करते रहते हैं…. जिससे मोजी की तकलीफ और बढ़ती जा रही है…. और उनके सभी मनसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है….

आपको बता दें कि 26 दिसंबर को बेलगावी में कांग्रेस ने ऐलान कर दिया है कि यह देश महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू, बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों से चलेगा…. बता दें कि कर्नाटक के बेलगावी में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में महात्मा गांधी की विरासत के प्रति खुद को समर्पित करने…. और केंद्र सरकार की कई नीतियों का विरोध करने के प्रस्ताव पारित किए गए….. बैठक में संसद में बीआर अंबेडकर के कथित अपमान को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की पार्टी की मांग भी दोहराई गई…. वहीं ये उपाय वीरसौधा में आयोजित विस्तारित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अपनाए गए…. जो कांग्रेस के ऐतिहासिक 1924 बेलगाम अधिवेशन का स्थल है…. जिसकी अध्यक्षता गांधी जी ने की थी….

बता दें कि पार्टी के संचार विंग के अध्यक्ष जयराम रमेश ने प्रस्ताव का ब्यौरा देते हुए कहा कि “यह विडंबनापूर्ण और निंदनीय है कि जिन विचारधाराओं ने गांधी जी के जीवनकाल में उनका घोर विरोध किया था….. वे अब पाखंडी तरीके से उनका आह्वान कर रही हैं…. उनके हत्यारों को संरक्षण प्रदान किया जाना… और हाल के वर्षों में उनका महिमामंडन इन विचारधाराओं और संस्थाओं के असली रंग को उजागर करता है….. ध्रुवीकरण और विभाजन की राजनीति गांधीवादी मान्यताओं को अस्वीकार करना है…. कांग्रेस कार्यसमिति सभी पार्टी सदस्यों से एकजुट होकर गांधी जी की अनमोल विरासत की रक्षा…. संरक्षण और संवर्धन के लिए अथक प्रयास करने का आह्वान करती है…. वहीं दूसरे प्रस्ताव में कई बिंदु शामिल थे….. जिनमें बीआर अंबेडकर का कथित अपमान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग….. एक साथ चुनाव कराने की योजना… और चुनाव आचार नियमों में संशोधन का विरोध…., जाति जनगणना की मांग और आरक्षण पर 50% की सीमा को हटाने…. और कांग्रेस को मजबूत करने के लिए तीन रैलियां शामिल थीं…..

वहीं पार्टी के एक नेता ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से संविधान को कमजोर करने की भाजपा की योजना…. और शाह द्वारा डॉ. अंबेडकर के कथित अपमान के बारे में जागरूकता पैदा करने को कहा है…. जानकारी के अनुसार बैठक में संसद में भाजपा नेता द्वारा डॉ. अंबेडकर के कथित अपमान पर विस्तार से चर्चा की गई…. खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने सदन के अंदर और बाहर कई मौकों पर विरोध प्रदर्शन किया…. और श्री शाह के इस्तीफे की मांग की…. और उन्होंने सभी सदस्यों से डॉ. अंबेडकर के अपमान के बारे में आम लोगों में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया…. और उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान को कमजोर करने की स्पष्ट योजना को लागू कर रही है…. और इस बारे में जागरूकता पैदा करनी चाहिए…..

आपको बता दें कि बैठक में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर फैलाई जा रही राज्य प्रायोजित सांप्रदायिक…. और जातीय घृणा और 2023 से मणिपुर में हिंसा तथा राज्य के प्रति प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार की उदासीनता पर चर्चा की गई….. प्रस्ताव में कहा गया, “कांग्रेस पूजा स्थल अधिनियम, 1991 के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है…. जिस पर अनावश्यक और बेवजह बहस हो रही है….. बैठक में “यूपी और असम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के दमन” की निंदा करने का भी संकल्प लिया गया….. जिसमें कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं की जान चली गई…..बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना की मांग की गई…. इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए 50% आरक्षण की ऊपरी सीमा को हटाने की मांग की गई….. इसमें जीएसटी-2.0 को “अच्छा और सरल” कर बनाने की मांग की गई…. उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने और मनरेगा के लिए धन बढ़ाने की मांग की….. इसमें मांग की गई कि सरकार विपक्ष को विश्वास में ले…. और पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा की स्थिति के बारे में संसद में पूरी चर्चा की अनुमति दे…. बैठक में केंद्र से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ बातचीत करने का भी आग्रह किया गया… ताकि वहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके…..

वहीं कांग्रेस ने पार्टी संगठन को पुनर्जीवित करने के लिए संगठन सृजन यात्रा…. गांधी जी की विचारधाराओं के बारे में जागरूकता पैदा करने…. और डॉ. अंबेडकर के कथित अपमान के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए…. “जय बापू, जय भीम जय संविधान यात्रा” और संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा के आयोजन की योजना की घोषणा की….. संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और संरक्षण करें….. सीडब्ल्यूसी की बैठक में केंद्र की भाजपा नीत एनडीए सरकार द्वारा चुनाव आयोग की स्वतंत्रता को कथित रूप से नष्ट किये जाने के बारे में व्यापक विचार-विमर्श किया गया…. वहीं विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदस्यों से कहा कि वे भाजपा के अनुचित राजनीतिक प्रभाव के कारण चुनाव आयोग द्वारा स्वतंत्र….. और निष्पक्ष चुनाव प्रबंधन में व्यवधान के बारे में जागरूकता पैदा करें…. और उन्होंने महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों में कांग्रेस द्वारा हारी….. और कम अंतर से जीती गई कुछ सीटों पर वोटों का विस्तृत ब्योरा दिया….

आपको बता दें कि बीजेपी कांग्रेस के इस अधिवेशन से खासी परेशान नजर आ रही थी…. लेकिन पूर्व पीएम डा मनमोहन सिंह के निधन के चलते कांग्रेस ने अपने सभी कार्यक्रम तीन जनवरी तक निरस्त कर दिए हैं…. बता दें कि बीजेपी को डर इसलिए सता रहा है कि संसद मे बाबा साहेब का अपमान अमित शाह ने जिस तरह किया है…. उसमें अब मोदी के बचाव के रास्ते खत्म हो चुके हैं…. आपको बता दें कि बीजेपी ने संसद में धक्का मुक्की से लेकर राहुल गांधी को गुंडा कहने तक की जो गलती की है…. का खामियाजा अब मोदी को भुगतने का समय आ गया है…. जो अमित शाह और मोदी भली भांति जानते हैं…. ऐसे में कांग्रेस की रैली रद्द होने से बीजेपी को थोड़ी राहत तो मिल जाती लेकिन डा मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में राजनैतिक मर्यादा का पालन न करके मोदी ने फिर एक बड़ी गलती कर दी….

वहीं बीजेपी इस गलती पर पर्दा डालने की पूरी कोशिश कर रही है…. और फिर से कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रही है…. लेकिन कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर जो प्रतिक्रिया दी है…. उससे बीजेपी की हालत खराब हो गई है…. और उससे साफ जाहिर है कि मोदी सरकार की मुश्किले पहसे से और अधिक बढ़ गई है…. वैसे भी मोदी पहले से कमजोर हो चुके हैं…. और राहुल गांधी ने मोदी सरकार को आईना दिखाते हुए ट्वीट कर लिखा है कि…. भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार आज निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार द्वारा उनका सरासर अपमान किया गया है…. एक दशक के लिए वह भारत के प्रधानमंत्री रहे…. उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना…. और उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्गों का सहारा हैं….

आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का आदर करते हुए उनके अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों में किए गए ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे पाए…. डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं….. सरकार को देश के इस महान पुत्र…. और उनकी गौरवशाली कौम के प्रति आदर दिखाना चाहिए था…. आपको बता दें कि डॉ मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को हुआ और उनका अंतिम संसकार 28 दिसंबर को प्रस्तावित हुआ…. मोदी सरकार के पास पर्याप्त समय था कि वो राजघाट परिसर या किसी अन्य खास स्थान पर उनका अंतिम संस्कार करवाती…. और स्मारक का प्रस्ताव भी पेश कर देती….. लेकिन मोदी ने ऐसा नहीं किया…. और इस पर जब कांग्रेस समेत विपक्ष ने जब इसका विरोध करना शुरू किया तो मोदी के बचाव में बीजेपी के तमाम नेता उतर आए…..

 

 

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