‘मोदी इज ए डिजास्टर फॉर इंडिया’ बयान बना बवाले जान

  • सियासी पार्टियों ने भाजपा सरकार को घेरा
  • न स्मारक के लिए मिली जमीन, न ही राजघाट पर हुआ अंतिम संस्कार
  • पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का 2014 का प्रेस कांफे्रेंस हो रहा वायरल- डिजास्टर फॉर द कंट्री टू हैव नरेन्द्र मोदी ऐज द प्राइम मिनिस्टर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत को आर्थिक शक्ति के रास्ते पर ले जाने वाले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का बयान बवाले जान बनता दिखाई दे रहा है। वर्ष 2014 में मोदी के पहली बार पीएम बनने के बाद पूर्व पीएम ने प्रेस कांफ्रेंस में बयान दिया था कि आई सिंसियरली बिलीव दैट इट विल बी डिजास्टर फॉर द कंट्री टू हैव नरेन्द्र मोदी ऐज द प्राइम मिनिस्टर।
दिवंगत पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की कही हुई बातें और उनके देशहित में लिए गये फैसले आज भी जिंदा है। हर देश ने मनमहोन के निधन के बाद उनके सम्मान में कुछ न कुछ कहा। अमेरिकी राष्टï्रपति जो बाइडन ने तो लंबा चौड़ा भाषण दिया और चिट्ठी भी लिखी। लेकिन उनके अपने देश में उनके ऊपर सियासत हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने जमीन नहीं दी तो बीजेपी ने अस्थि विसर्जन में गांधी परिवार के किसी सदस्य के शामिल न होने की बात कही है। पवन खेड़ा ने कहा बीजेपी मरने वाले के परिवार को चैन से बैठने भी नहीं दे रही तो मुख्तार अब्बास नकवी ने यह कहकर जले पर नमक छिड़का है कि मनमोहन सिंह कांग्रेस के लिए मजबूरी थे।

मजबूरी थे मनमोहन : नकवी

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक पर सियासत गर्म है। इसी कड़ी में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मनमोहन सिंह कांग्रेस पार्टी के लिए कभी जरूरी नहीं बल्कि मजबूरी रहे। भाजपा नेता ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने मनमोहन सिंह को जीते-जी कभी चैन से नहीं रहने दिया। अब जब उनका निधन हो गया है तो उनकी आत्मा को बेचैन करने की कोशिश की जा रही है। यह अफसोस की बात है।

राजघाट पर होता आ रहा है अंतिम संस्कार

देश के प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता रहा है। लेकिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजघाट पर न करके दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित निगम बोध घाट पर किया गया। यही नहीं उनके स्मारक के लिए जमीन का मामला भी कानूनी दांव पेच में उलझ रहा है। हालांकि सरकार की तरफ से अभी मना नहीं किया गया है लेकिन जमीन भी नहीं दी गयी है। आप पार्टी के संस्थापक केजरीवाल समेत सभी विपक्षी नेताओं ने इसे मरने के बाद मनमोहन सिंह के प्रति सरकारी असम्मान बताया है। कांग्रेसी नेता तारिक अनवर ने कहा है कि जो सरकार स्मारक के लिए जमीन देने में टाल—मटोल करे वह सम्मान की बात कर रही है। यह मजाक नहीं तो और क्या है।

मरने वाले के परिजनों को परेशान कर रही है बीजेपी : खेड़ा

दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन कार्यकह्य्रम में नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के शामिल नहीं होने के भारतीय जनता पार्टी के आरोप पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने केंद्र में सत्तारूढ़ दल पर राजनीति करने का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, परिवार में अगर कोई शोक में है, तो शोक संतप्त परिवार को एक पर्सनल स्पेस भी चाहिए होता है। परिवार के लोग आपस में मिलकर शोक और दुख बांटना चाहते हैं और भाजपा चाहती है कि उस मौके पर कोई राजनीतिक दल जाए, यह बहुत ही अफसोस की बात है। भाजपा को परिवार और उनको जो पर्सनल स्पेस चाहिए उसकी कद्र नहीं है।

आतिशी और संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे संदीप दीक्षित

  • आप ने कांगे्रस नेता पर बीजेपी से धन लेने का लगाया था आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच बढ़ते विवाद के बीच नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने मंगलवार को कहा कि वह दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और आप सांसद संजय सिंह के खिलाफ आपराधिक और नागरिक मानहानि का मामला दायर करेंगे। यह कदम मतदान से ठीक पहले आतिशी द्वारा दीक्षित पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से धन लेने का आरोप लगाने के आरोपों के जवाब में उठाया गया है। संदीप दीक्षित ने कहा कि 5-6 दिन पहले दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा था कि मैं बीजेपी से बड़ी रकम ले रही हूं। पिछले 10-12 सालों से उन्होंने कांग्रेस, मुझे और मेरे परिवार को निशाना बनाया है। मेरे पास पिछले 10-12 वर्षों से आप से पूछने के लिए कई प्रश्न हैं…वह (अरविंद केजरीवाल) शीला दीक्षित सरकार के खिलाफ 360 पन्नों के सबूत लेकर घूमते थे।

योगी का ऑपरेशन संभल फेल सपा ने बांटे चेक

  • संभल में हटी नहीं डटी सपा, हिंसा पीडि़तों को दिए पांच-पांच लाख रुपए
  • नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने पुलिस की थ्योरी को नकारा
  • यह सिर्फ शुरूआत है आगे भी जारी रहेगी मदद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आखिरकार दो बार रोके जाने के बाद सपा का प्रतिनिधिमंडल संभल पहुंच ही गया। 11 सदस्यीय सपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के दौरान मारे गए पांच लोगों के परिजन को समाजवादी पार्टी की ओर से आर्थिक मदद के तौर पर पांच-पांच लाख रूपये के चेक सौंपे। इनमें चार मृतकों के परिजनों ने ही एफआईआर दर्ज करा रखी है। पुलिस रिकॉर्ड में चार मृतकों का ही उल्लेख है।

हिंसा के बाद पहली बार पहुंचे बर्क

प्रतिनिधिमंडल में शामिल स्थानीय सांसद जियाउर्रहमान बर्क हिंसा के बाद पहली बार संभल आए। सपा नेताओं ने पीडि़त स्वजन को सांत्वना देते हुए कहा कि पार्टी हर परिस्थिति में पीडि़तों के साथ खड़ी है। लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में पहले से ही मृतक अयान, बिलाल अंसारी, रूमान, नईम और ैफ के स्वजन मौजूद थे। उन्हें चेक सौंपते हुए सपा नेताओं ने कहा कि यह मदद केवल आर्थिक सहायता नहीं है, आश्वासन दिया कि सपा उनके लिए हरसंभव मदद करेगी।

नेता प्रतिपक्ष ने उठाये सवाल?

नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने पुलिस की थ्योरी को नकारते हुए कहा है कि जब अवैध असलहा पकड़े जाते हैं, तो पुलिस उन्हें मालखाने से निकाल लेती है। और हिंसा के दौरान उन असलहों का इस्तेमाल किया जाता है। बाद में पुलिस बहाना बना देती हैं कि मृतक पुलिस की गोली से नहीं मारा गया। न्यायिक आयोग व पुलिस की जांच के बारे में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी इसे सदन में रखने की बात कह चुके हैं।

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