अपने ही बयानों में घिरी भाजपा जनता को जवाब नहीं दे पाए मोदी-शाह!

लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों के नेता सक्रिय नजर आ रहे हैं। चुनावी माहौल को और बेहतर करने के लिए नेताओं ने जनता के बीच पहुँच कर वोटरों को साधने के लिए वादों की झड़ी लगा रहे हैं। अब ऐसे में इस बार के चुनाव को मद्देनजर रखते हुए सभी राजनीतिक दलों के नेता अपने खेमे को मजबूत करने में लगे हुए हैं। वहीं चुनाव को ध्यान में रखते हुए वोटरों को लुभाने के लिए न सिर्फ बड़े बड़े वादे किये जा रहे हैं बल्कि एक दूसरे पर जमकर बरस भी रहे हैं। इस बार का चुनाव इंडिया बनाम NDA हो गया है। इन दोनों गठबंधन के नेताओं में जुबानी जंग जारी है। बता दें कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार का चुनाव काफी अलग बताया जा रहा है। ऐसा भी माना जा रहा है कि इस बार चुनावी नतीजे काफी चौंकाने वाले हो सकते हैं। क्योंकि एक तरफ जहां सत्ताधारी दल भाजपा है तो वहीं दूसरी तरफ मजबूती के साथ लड़ने वाला विपक्षी दल इंडिया गठबंधन है। ऐसे में एक बात तो तय है कि जिस हिसाब से कांग्रेस की मजबूती बढ़ी है इससे भाजपा की टेंशन भी बढ़ गई है।

वहीं सत्ताधारी दल भाजपा की अगर हम बात करें तो इन दिनों भाजपा के खुद के खेमे में खलबली मची हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा को लेकर लोगों में अब लोकप्रियता कम होती जा रही है। जिसके लिए पीएम मोदी, अमित शाह समेत भाजपा के अन्य नेता दिन रात एक कर रहे हैं, और लोगों के बीच पहुँच कर बड़े-बड़े बयान भी दे रहे हैं। अब पिछले बार के चुनाव में किये गए वादों को तो पीएम मोदी की सरकार में पूरा किया नहीं है। ऐसे में पीएम मोदी की सरकार को लेकर लोग जुमलेबाज की सरकार का नाम बता रहे हैं। पीएम मोदी इन दिनों बस जुमलेबाजी कर रहे हैं। आज का आला क्या है ये बात किसी से छुपी तो है नहीं चारों तरफ युवाओं में बेरोजगारी का आलम है लोग परेशान हैं लेकिन साहब को जुमलों से ही फुर्सत नहीं है। साहब को लगता है कि चुनाव सिर्फ बेतुके भाषणों से जीते जा सकते हैं और वोटरों को सिर्फ जुमलों से साधा जा सकता है।

तभी तो न सिर्फ पीएम मोदी बल्कि भाजपा का हर नेता पीएम मोदी के इशारों पर आज जुमलेबाजी कर रहा है और लोगों को गुमराह किया जा रहा है। ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्योंकि जिस तरह का राजनीतिक माहौल बनाया गया है इससे एक बात तो तय है कि भाजपा देश में नफरत फैलाना चाहती है ऐसा हो भी क्यों न पिछले 10 सालों में भाजपा ने नफरत फैलाने के अलावा कुछ नहीं किया है। अब चुनाव सामने है तो वोटरों को लुभाने के लिए पीएम मोदी भी हर दिन चुनावी जनसभा कर रहे हैं और अपने पिछले 10 सालों के कामों को न गिना कर बस नफरत फैला रहे हैं। जिसे लेकर विपक्ष भी उनपर लगातार हमलावर है। ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी उन्हें अक्सर घेरती रहती हैं। अभी हाल ही की बात करें तो प्रियंका गांधी ने एक जनसभा के दौरान पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला, उन्होंने आरोप लगाया कि ‘केन्द्र की जुमलेबाज सरकार ने मेरे भाई राहुल गांधी को सत्य बोलने पर संसद से निकाल दिया।’ इस दौरान उन्होंने सवालिया लहजे में जनता से पूछा कि पिछले दस साल के शासनकाल में क्या आपके बैंक खाते में 15 लाख आए? गरीबों की गरीबी दूर हुई? उन्होंने कहा कि केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत कांग्रेस की सरकार बनेगी तो देश के 25 लाख युवाओं को तुरंत नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का जल, जंगल, जमीन से गहरा रिश्ता रहा है। हमारी सरकार ही उसकी रक्षा कर सकती है।

आज भाजपा राज में किस कदर लोगों को जाति मजहब के नाम पर लड़ाया जा रहा है ये बात किसी से भी छुपी तो है नहीं कैसे राममंदिर के नाम पर वोट माँगा जा रहा है। हिंदुत्व का कार्ड खेल रही भाजपा अब मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है ऐसा इस लिए है क्योंकि गुजरात के भावनगर शहर में मंदिरों और मस्जिद पर बुलडोजर एक्शन हुआ है जिसके बाद अब भाजपा घिरती नजर आ रही है। सवाल उठ रहे हैं कि एक तरफ भाजपा मंदिरों की बात करती है वहीं दूसरी तरफ मंदिरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर विपक्ष ने भाजपा पर हमला करना शुरू कर दिया है। इस मामले में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दावा करते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए इसका जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकार ने भगवान बजरंग बली के मंदिर पर भी बुलडोजर चला दिया. सांसद संजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा, ”पीएम मोदी भगवान श्री राम और भगवान जगन्नाथ से भी ऊपर हो गये हैं. अब देश भर में भगवान के मंदिर तोड़े जायेंगे मोदी के मंदिर बनाये जाएंगे.” बता दें कि भावनगर में पिछले कुछ समय से चल रहे विवाद पर नगर पालिका की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है. भावनगर महानगर पालिका की टीम ने शहर के बोरतलाव इलाके में मेगा तोड़-फोड़ अभियान चलाया. भावनगर शहर के बोरतलाव धोबी सोसायटी क्षेत्र से बैंक कॉलोनी की ओर जाने वाली सड़क पर अतिक्रमण हटा दिया गया है. इससे पहले इस सड़क पर दबाव को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी और लंबे समय बाद इसका फैसला नगर निगम के पक्ष में आया था, जिसके बाद शुक्रवार को शहर में मेगा तोड़फोड़ शुरू हो गई. यह कोई एक ही विषय नहीं है जब भाजपा को विपक्ष ने घेरा हो विपक्ष अक्सर मोदी सरकार को घेरती रही है ऐसा इस लिए भी है क्योंकि भाजपा सरकार में आज जिस तरह का भ्रष्टाचार फैला हुआ है यह कब कम होगा ये बात अभी तक तय नहीं हो सकीय है। खैर अभी की अगर हम बात करें तो विपक्षी दलों के नेता भाजपा को घरने से पीछे नहीं हट रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी भाजपा और पीएम मोदी को जमकर घेरा है।

वहीं भाजपा राज में फैले भ्रष्टाचार और गलत नीतियों को भी विपक्षी दल के नेता उजागर कर रहे हैं। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमित मित्रा ने भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विभिन्न मुद्दों पर किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने दावा किया कि देश में तिरासी प्रतिशत बेरोजगार लोग युवा हैं। मित्रा ने अपनी पार्टी का रुख दोहराया कि टीएमसी भारतीय गठबंधन के साथ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा वरिष्ठ पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी को फटकारना और उनका पलटवार उनका आंतरिक मामला है। ममता बनर्जी की कैबिनेट में पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री मित्रा ने दावा किया, “देश में करीब तिरासी प्रतिशत बेरोजगार लोग युवा पुरुष और महिलाएं हैं।” उन्होंने कहा, “शिक्षित युवा पुरुषों और महिलाओं में से दो-तिहाई बेरोजगार हैं।” साथ ही मित्रा ने दावा किया कि केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार ने ममता बनर्जी नीत टीएमसी के 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भारी संख्या में सीटें जीतने के बाद राज्य को मिलने वाली धनराशि रोक दी है। उन्होंने कहा, “हमें मनरेगा और आवास योजना के तहत एक भी रुपया नहीं मिला है क्योंकि वे 2021 में हार गए हैं।” उन्होंने पूछा कि क्या यह ‘प्रधानमंत्री की गारंटी’ थी। मित्रा ने पार्टी के इस रुख को दोहराया कि टीएमसी विपक्षी भारतीय गठबंधन के साथ है। आज जिस तरह का राजनीतिक माहौल है इससे एक बात तो तय है कि भाजपा की हालत खराब है और चुनाव जीतने के लिए भाजपा किसी भी हद जा सकती है। हालाँकि अगर हम जनता की बात करें तो जनता ने अब यह मान लिया है कि मोदी जी चुनाव जीतने के लिए सिर्फ जुमलेबाजी करते हैं इसके अलावा पिछले 10 सालों में जितने भी वादे किये हैं मोदी जी ने एक भी नहीं पूरे किये हैं। खैर विपक्ष का बार बार यह कहना है कि इस बार के चुनाव में भाजपा की विदाई तय है। अब देखना ये होगा कि किसे कितनी सीटें मिलती हैं और कौन सत्ता पर काबिज हो पाएगा।

 

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