रेवन्ना का प्रचार कर बुरे फंसे मोदी, लोकसभा चुनाव में बड़ी हार तय!

देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत जोरों पर है... सभी राजनीतिक दल जनता को साधने के लिए अपने लोक लुभावने वादों को लेकर जनता के बीच में पहुंच रहे है...

4PM न्यूज़ नेटवर्क: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत जोरों पर है… सभी राजनीतिक दल जनता को साधने के लिए अपने लोक लुभावने वादों को लेकर जनता के बीच में पहुंच रहे है… और नरेंद्र मोदी भी जनसभाएं और रैलियां कर रहे है… लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हलचल मची हुई हैं…. बता दें कि देश में तीन चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं…. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां प्रचार-प्रसार करने में जुटी हुई हैं…. इन सबके बीच आरोप -प्रत्यारोप का दौर अभी भी जारी है…. नेता और मंत्री एक दूसरे पर तंज कसते हुए नजर आ रहे हैं… पूरे देश में चुनावी माहौल गरम हैं…. वहीं दूसरी तरफ प्रज्वल रेवन्ना को लेकर नए नए खुलासे सामने आ रहें हैं…. बता दें कि नरेंद्र मोदी देश की जनता से महिला सुरक्षा की बता करते हैं… और कर्नाटक में मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडलिस्ट के लिए चुनाव प्रचार किया…. जब देश मनें मोदी का परिवार इतना बड़ा रेपिस्ट है… तो पीएम मोदी देश की जनता की सुरक्षा कैसे करेंगे… जब मोदी का परिवार ही मोदी के नियंत्रम मे नहीं है… और उनके परिवार से ही देश की महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं…. तो देश की महिलांओं का सुरक्षा कैसे संभव है… वहीं देश की राजनीति को हिलाकर रख देने वाले प्रज्व्लांल रेवन्नाे स्कैं डल में अब नया ट्विस्टे आ गया है…. ऐसे में राष्ट्री य महिला आयोग के दावे ने खलबली मचा दी है…. इस दौरान कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कथित यौन शोषण के मामलों की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक महिला के अपहरण के मामले में चार और लोगों को हिरासत में लिया है….. एसआईटी ने गुरुवार को यह जानकारी दी…

बता दें कि एसआईटी ने प्रज्वल के पिता और होलेनरसीपुरा के विधायक एच डी रेवन्ना को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है… जो परप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में हैं एच डी रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के बेटे हैं…. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले में रेवन्ना की भूमिका का पता लगाने के लिए चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। ये चारों मैसूरु के कृष्णराजनगर के रहने वाले हैं। रेवन्ना के सहयोगी सतीश बबन्ना को भी गिरफ्तार किया गया और वह पुलिस हिरासत में है।

आपको बता दें कि कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बीते दिन कहा था कि एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन जांच प्रक्रियाओं का हवाला देते हुए उसकी पहचान बताने से इनकार कर दिया। इस मामले में पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक महिला का कथित तौर पर अपहरण करने और उसे बंधक बनाकर रखने के आरोप में रेवन्ना और बबन्ना को गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों के मुताबिक महिला को मुक्त करा लिया गया है। पुलिस ने पीड़ित महिला के 20 साल के बेटे की शिकायत पर कार्रवाई की, जिसने प्रज्वल पर कथित तौर पर बलात्कार और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। प्रज्वल की ओर से महिलाओं के यौन शोषण वाले कई वीडियो हाल में सामने आए थे।

जानकारी के मुताबिक कर्नाटक में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े आपत्तिजनक वीडियो ने राजनीतिक बखेड़ा कर दिया था। अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के खुलासे से मामले में नया ट्विस्टक आ गया है। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग का कहना है कि एक महिला शिकायतकर्ता ने पुलिस अधिकारियों की वेशभूषा में तीन लोगों पर धमकी देने का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि उन्हेंो झूठी शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा गया. इस महिला ने कहा कि खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले तीन लोगों के एक समूह ने उन्हें परेशान करने की धमकी देकर झूठी शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था।

महिला आयोग ने आगे कहा कि महिला ने अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की क्योंकि तीन व्यक्ति अलग-अलग नंबरों से उसके मोबाइल पर कॉल करके गंभीर धमकियां दे रहे थे. वहीं एक महिला ने तीन व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आयोग से संपर्क किया, जिन्होंने सादे कपड़े पहने हुए थे. कथित तौर पर खुद को कर्नाटक पुलिस के रूप में पेश किया और उसे इस मामले में झूठी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया है। पीड़ित महिला ने शिकायत में आगे कहा कि उसे नए-नए फोन नंबरों से कॉल आ रहे थे, शिकायत दर्ज करने की धमकी दी जा रही थी.’ NCW की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह पता चला है कि इस शिकायतकर्ता को व्यक्तियों के एक समूह द्वारा संभावित उत्पीड़न और झूठे आरोपों की धमकी के तहत शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था।

आपको बता दें कि महिला आयोग के खुलासे के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और JDS के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) पर झूठे बयान लेने के लिए पीड़ितों को वेश्यावृत्ति के माध्यम से धमकी देने का आरोप लगाया है। एसआईटी पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्व्माधल रेवन्ना से जुड़े मामले की जांच कर रही है। एचडी रेवन्ना को एसआईटी ने उनके और उनके बेटे प्रज्वल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद 5 मई को गिरफ्तार किया था। वहीं सबसे बड़ा सवाल है कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और जेडीएस के सांसद प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित यौन उत्पीड़न के वीडियोज़ आखिर किसने जारी किए? प्रज्वल रेवन्ना का कांड सामने आने के बाद से ही यह सवाल चर्चा में है। इस बीच कर्नाटक के बीजेपी नेता जी. देवराजे गौड़ा ने दावा किया कि इसके पीछे उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का हाथ है। हालांकि शिवकुमार ने आरोप को ‘निराधार’ बताया है।

जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था और कर्नाटक पुलिस महानिदेशक को तीन दिनों के अंदर तत्काल कार्रवाई करने को कहा था। आयोग का कहना है कि पुलिस ने प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के दो मामले दर्ज किए हैं. इसके अलावा एक महिला के अपहरण की शिकायत भी दर्ज करवाई गई है।

ऐसे में महिला आयोग ने दावा किया कि एक महिला शिकायतकर्ता, तीन व्यक्तियों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज करवाने के लिए सामने आई थी.इस महिला का आरोप है कि तीनों व्यक्ति महिला पर झूठी शिकायत दर्ज करवाने के लिए दबाव बना रहे हैं और अलग-अलग नंबरों से धमकियां मिल रही हैं.आयोग का कहना है कि महिला ने अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है. महिला का आरोप है कि उसे धमकियां देने वाले तीन व्यक्ति कथित तौर पर कर्नाटक पुलिस से जुड़े हुए हैं.

जानकारी के मुताबिक महिला आयोग ने उस दावे को खारिज किया है जिसमें कहा गया था कि प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ़ शिकायत दर्ज करवाने के लिए 700 महिलाएं सामने आई हैं.इस मामले में आयोग का कहना है कि कोई भी महिला सर्वाइवर, प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने के लिए सामने नहीं आई है. दरअसल, यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद प्रज्वल रेवन्ना अभी तक एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए हैं. रिपोर्ट में ये साफ दावा किया गया है कि वह विदेश भाग गए हैं.

दरअसल, प्रज्वल रेवन्ना के पास सांसदों को दिए जाने वाला मैरून रंग का डेप्लोमेटिक पासपोर्ट है। दुनिया के 34 देशों में इस पासपोर्ट के जरिए बगैर वीज़ा के आवाजाही की जा सकती है. इन 34 देशों में जर्मनी भी शामिल है. अगर कानूनी प्रक्रिया के जरिए इस पासपोर्ट को रद्द नहीं किया जाता है, तो 90 दिनों तक प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी में रह सकते हैं।
आपको बता दें कि पीड़ित महिला का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज नहीं करने को लेकर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, “जिस महिला ने प्रज्वल रेवन्ना पर रेप और उनके पिता एचडी रेवन्ना पर किडनैपिंग का आरोप लगाया है, उसका बयान CRPC की धारा 164 के तहत अब तक मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज क्यों नहीं किया गया? SIT का ये एक बड़ा फॉल्ट है। इस बीच देवगौड़ा परिवार ने इस मामले की जांच SIT के बजाय CBI से कराने की मांग की है। कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारास्वामी ने बीते दिन राज्यपाल थावर चंद गहलोत से मुलाकात की और साथ ही उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि सेक्स स्कैंडल मामले की जांच CBI से करवाई जाए, क्योंकि उनके परिवार को SIT की जांच पर भरोसा नहीं है।

जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा कि कुमारस्वामी ने करीब 100 सवाल किए हैं. मैं उन सभी का जवाब नहीं दूंगा. उन्होंने CBI जांच कराने की मांग की है, जो SIT जांच के लिए सक्षम हैं. हम उचित जांच कराएंगे। जो कथित सेक्स टेप पेन ड्राइव में सेव करके 22 और 23 अप्रैल के बीच सर्कुलेट किए गए हैं। प्रज्वल रेवन्ना के सहयोगी की तरफ से शिकायत दर्ज करवाई गई कि इस तरह के अश्लील पेन ड्राइव्स और वीडियो को शेयर करने से रोका जाए। इसके साथ ही इसके लिए ज़िम्मेदार लोगो के खिलाफ कार्रवाई की जाए। आपको बता दें कि 26 अप्रैल को हासन में वोटिंग हुई. वहीं सेक्स स्कैंडल में नाम सामने आने के बाद प्रज्वल रेवन्ना ने सभी आरोपों को खारिज किया और सर्कुलेट हो रहे वीडियो को मॉर्फ्ड बता दिया।

आपको बता दें कि 27 अप्रैल को प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ उनकी पुरानी घरेलू सहायिका (मेड) ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. इसके बाद प्रज्वल के करीब 200 से ज्यादा वीडियो सामने आए हैं वहीं कथित वीडियो में कुछ महिलाएं खुद को छोड़ने की गुहार लगा रही हैं.ऐसे तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं. ये वीडियो कितने ओरिजनल हैं और कितने मॉर्फ्ड… इसकी जांच अभी जारी है। और प्रज्वल रेवन्ना की वजह से भाजपा को इस बार लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ रहा हैं….

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button