मुस्लिम नेताओं की राहुल से मांग, अब संसद में उठेगा बुलडोजर एक्शन- मॉब लिंचिंग का मुद्दा
बीजेपी की सदन में बढ़ेगी मुश्किलें... मुस्लिम नेताओं की राहुल गांधी से बड़ी मांग... मुस्लिम नेताओं ने की बुलडोजर एक्शन- मॉब लिंचिंग...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों आने वाले दिनों में बीजेपी की और मुश्किलें बढ़ने वाली है…… बीजेपी की मानसिकता के खिलाफ राहुल गांधी नया मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं….. आपको बता दें कि गुजरात कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से संसद के मौजूदा सत्र में कुछ गंभीर मुद्दों को उठाने की गुहार लगाई है……. जिसमें असंवैधानिक बुलडोजर कार्रवाई, मॉब लिंचिंग, भड़काऊ भाषण……. और पूजा स्थल अधिनियम, 1991 का उचित पालन करना है…… बता दें कि गुजरात कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत आणंद में आयोजित जिला अध्यक्ष प्रशिक्षण शिविर में विधायक इमरान खेड़ावाला…….. पूर्व विधायक ग्यासुद्दीन शेख और जावेद पीरजादा ने राहुल गांधी से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा……. इस ज्ञापन में इन गंभीर मुद्दों पर ठोस और उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है…….
आपको बता दें कि यह मुद्दा केवल गुजरात तक सीमित नहीं है……. बल्कि यह पूरे देश में अल्पसंख्यकों, गरीबों……. और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के खिलाफ हो रहे कथित अन्याय का प्रतीक बन चुका है……. कांग्रेस का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में बुलडोजर कार्रवाई, मॉब लिंचिंग…….. और भड़काऊ भाषणों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है…….. जिसे रोकना अब बेहद जरूरी है…….
गुजरात कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में सबसे पहले असंवैधानिक बुलडोजर कार्रवाई का मुद्दा उठाया है…….. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गुजरात के गिर सोमनाथ, जूनागढ़, बेट द्वारका……. और अहमदाबाद के चंदोला तालाब व ओढ़व जैसे क्षेत्रों में तीन पीढ़ियों से रह रहे गरीबों के घरों को बुलडोजर से ढहाया जा रहा है…….. वहीं ये कार्रवाइयां न केवल सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करती हैं……. बल्कि संविधान के मूल सिद्धांतों को भी ठेस पहुंचाती हैं……
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि इन कार्रवाइयों में गरीब…….. और अल्पसंख्यक समुदायों को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है……. कांग्रेस नेताओं के मुताबिक बिना किसी पूर्व नोटिस के घरों को तोड़ा जा रहा है……. जिससे लोग बेघर हो रहे हैं……. यह ‘बुलडोजर न्याय’ न केवल मानवाधिकारों का हनन है……. बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को और हाशिए पर धकेल रहा है…….
बता दें कि कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने अपनी मांग में कहा कि बुलडोजर कार्रवाई से पहले नागरिकों को उचित नोटिस दिया जाए…… लोगों को अपनी संपत्ति का स्वामित्व सिद्ध करने का पर्याप्त समय दिया जाए……. उन गरीब परिवारों के लिए वैकल्पिक आवास की व्यवस्था की जाए……. जो 10 साल से अधिक समय से इन क्षेत्रों में रह रहे हैं…….. वहीं कांग्रेस ने यह भी कहा कि ये कार्रवाइयां न केवल गरीबों को प्रभावित कर रही हैं……. बल्कि सामाजिक सौहार्द को भी नुकसान पहुंचा रही हैं……. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार विशेषज्ञों ने भी हाल ही में गुजरात में 10,000 से अधिक घरों, मस्जिदों……. और दुकानों को बिना नोटिस या मुआवजे के तोड़े जाने की निंदा की है…… और उन्होंने इसे बुलडोजर जस्टिस करार देते हुए इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया…….
आपको बता दें कि गुजरात कांग्रेस ने बीजेपी शासित राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, असम…….. और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों पर खुलेआम भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया है……. नेताओं का कहना है कि ये भाषण सामाजिक ताने-बाने को कमजोर कर रहे हैं……. और अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं…….
आपको बता दें कि 2018 में तहसीन पूनावाला मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए थे……. कि प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं…….. जो भड़काऊ भाषणों और मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर नजर रखें…… और त्वरित कार्रवाई करें……. लेकिन कांग्रेस का दावा है कि इन निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है…… पुलिस और प्रशासन इन मामलों में स्वतः संज्ञान लेने में नाकाम रहे हैं……. जिसके चलते नफरत फैलाने वाले बयान बेरोकटोक जारी हैं…….
जिसको लेकर कांग्रेस के नेताओं ने मांग की, कि अभद्र और भड़काऊ भाषणों के खिलाफ मौजूदा कानूनों को सख्ती से लागू किया जाए…… पुलिस को स्वतः संज्ञान लेकर भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए…… सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं…… कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयान न केवल सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाते हैं……. बल्कि देश की एकता और अखंडता को भी खतरे में डालते हैं……. राहुल गांधी ने भी कई मौकों पर बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया है…….
बता दें कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं देश के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी हैं……. गुजरात कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में कहा कि केंद्र सरकार ने मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून तो बनाया है…….. लेकिन इसका प्रभावी ढंग से पालन नहीं हो रहा…… वहीं इन घटनाओं में सख्त धाराओं के तहत मामले दर्ज नहीं किए जाते…… जिसके चलते दोषियों को सजा मिलने की संभावना कम हो जाती है……. जिसको लेकर कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं में कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए……. उनका कहना है कि ऐसी घटनाएँ अल्पसंख्यक समुदायों में डर का माहौल पैदा करती हैं…… और सामाजिक एकता को कमजोर करती हैं……
कांग्रेस नेताओं ने पूजा स्थल (विशेष उपबंध) अधिनियम, 1991 को सही तरीके अमल मे लाया जाए…… बता दें कि यह अधिनियम धार्मिक स्थलों की स्थिति को 15 अगस्त 1947 के यथास्थिति में बनाए रखने की बात करता है…….. यह मामला वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में लंबित है…….. और कांग्रेस ने सरकार से इस अधिनियम को बरकरार रखने……. और कोर्ट में उचित निर्णय के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है……. जिसको लेकर नेताओं का कहना है कि इस अधिनियम का उल्लंघन करके धार्मिक स्थलों पर विवाद पैदा किए जा रहे हैं……. जो सामाजिक तनाव को बढ़ा रहे हैं……. और उन्होंने बीजेपी पर धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया……. और कहा कि पूजा स्थल अधिनियम का पालन देश में शांति और एकता बनाए रखने के लिए जरूरी है………
बता दें कि राहुल गांधी का यह गुजरात दौरा पिछले चार महीनों में उनका चौथा दौरा था…….. इस दौरान उन्होंने बार-बार बीजेपी को हराने की बात दोहराई…….. आणंद में आयोजित संगठन सृजन अभियान के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में राहुल ने नए जिला अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात में बीजेपी को हराना जरूरी है……. यह गांधी और सरदार का गुजरात है…….. जिसने आजादी की लड़ाई लड़ी…… और अब बीजेपी के खिलाफ लड़ेगा……
राहुल ने बिना नाम लिए चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा…….. और कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र……. और गुजरात में मतदाता सूची में हेराफेरी…… और फर्जी मतदान के कारण कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा…… और उन्होंने कांग्रेस जिला अध्यक्षों से संगठन को मजबूत करने…… और जनता के बीच सरकार की नाकामियों को उजागर करने का आह्वान किया…….
गुजरात कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान 2027 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को टक्कर देने की एक महत्वाकांक्षी योजना है……. इस अभियान के तहत पार्टी ने जिला और शहर इकाइयों के 40 नए प्रमुखों की नियुक्ति की है…… यह अभियान पारदर्शी, समावेशी…… और विचारधारा आधारित नेतृत्व चयन पर केंद्रित है…..
हालांकि इस नई सूची में केवल एक महिला नेता, सोनल पटेल, को अहमदाबाद शहर इकाई की प्रमुख बनाया गया है……. जिसे लेकर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं…… फिर भी कांग्रेस का कहना है कि यह अभियान पार्टी को बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक मजबूत करेगा…… और 2027 में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने में मदद करेगा……
राहुल गांधी ने संसद में भी बीजेपी पर तीखे हमले किए हैं…… 2025 के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा…… और उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण में कुछ भी नया नहीं था……. और बीजेपी की नीतियां देश को बाँटने का काम कर रही हैं…….. राहुल ने मतदाता सूची में हेराफेरी और फर्जी मतदान का मुद्दा भी उठाया, खासकर महाराष्ट्र में……. जहां 5 महीनों में 70 लाख नए वोटर जोड़े गए…….
वहीं राहुल ने बीजेपी पर संविधान को कमजोर करने का भी आरोप लगाया…… उन्होंने कहा कि संविधान से ही देश चलेगा……. इसके अलावा, उन्होंने जाति जनगणना का मुद्दा उठाया और कहा कि यह सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है……
गुजरात कांग्रेस का यह ज्ञापन और राहुल गांधी का आक्रामक रुख दिखाता है कि पार्टी अब बीजेपी को हर मोर्चे पर टक्कर देने के मूड में है……. बुलडोजर कार्रवाई, मॉब लिंचिंग, भड़काऊ भाषण और पूजा स्थल अधिनियम जैसे मुद्दे न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण हैं…….. ये मुद्दे सामाजिक न्याय, मानवाधिकार और संवैधानिक मूल्यों से जुड़े हैं……
राहुल गांधी और कांग्रेस की यह रणनीति 2027 के गुजरात विधानसभा चुनावों में कितना असर दिखाएगी…… यह तो वक्त ही बताएगा…… लेकिन इतना तय है कि गुजरात की सियासत में एक बार फिर उबाल आ चुका है…… कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान और राहुल गांधी का बार-बार गुजरात दौरा इस बात का संकेत है कि पार्टी गांधी और सरदार के गुजरात को फिर से अपने पक्ष में करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है……



