MVA ने महायुति पर लगाए गंभीर आरोप, फर्जी मतदाताओं को शामिल करने की कोशिश कर रही बीजेपी

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है.... जिसको लेकर सभी पार्टियां चुनाव की तैयारी में जुट गई है.... और सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवार भी उतारने शुरू कर दिए है....

4पीएम न्यूज नेटवर्कः महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है…. जिसको लेकर सभी पार्टियां चुनाव की तैयारी में जुट गई है…. और सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवार भी उतारने शुरू कर दिए है…. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने के प्रयास में जुटी हुई है… और चुनाव जीतने के लिए बड़ा फर्जीवाड़ा कर रही है… और राज्य के एक सौ पचास विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची में दस दस हजार फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल करा रही है… जिससे कि भारतीय जनता पार्टी की वोट बढ़ जाए… और महाराष्ट्र में भी उसकी जीत संभव हो… लेकिन भारतीय जनता पार्टी के इस मनसूबे पर पानी फिरता हुआ दिखाई दे रहा है…. और विपक्ष ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…. और वोटर लिस्ट निकालकर बीजेपी की सच्चाई जनता के सामने लाने का काम कर रही है… आपको बता दें कि शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए और हमला बोलते हुए कहा था कि मोदी और अमित शाह महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट में फर्जी नाम डलवाकर विधानसभा चुनाव जीतना चाहते हैं… और चेतानवी देते हुए कहा था कि ये महाराष्ट्र है… हरियाणा नहीं जहां पर बीजेपी का कोई खेल आसानी से चल जाएगा….

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने सोमवार को आरोप लगाया कि एक सौ पचास विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूचियों में फर्जी नाम शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है….. शिवसेना (यूबीटी) ने दावा किया कि ये वो सीट हैं जिन पर भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़ने की योजना बना रही है….. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में यह भी दावा किया गया कि इस तरह की ‘छेड़छाड़’ इसलिए की जा रही है…. क्योंकि भाजपा को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में हार का डर है…. महाराष्ट्र में बीस नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे…. और मतगणना तेइस नवंबर को होगी…. बता दें कि शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में आरोप लगाया गया है…. कि भाजपा ने राज्य में हार के डर से मतदाता सूची से छेड़छाड़ करने के लिए इस तरह के अनैतिक उपायों का सहारा लिया है….. इस चुनाव में भाजपा करीब एक सौ पचास विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की योजना बना रही है…… पार्टी ने अतीत में मतदान की प्रवृत्ति की पड़ताल की… और करीब दस हजार मतदाताओं के नाम हटाए जाने के लिए चिन्हित किए….. पार्टी उनकी जगह फर्जी नाम जोड़ रही है….

आपको बता दें कि शिवसेना यूबीटी ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने चंद्रपुर जिले के राजुरा विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में छह हजार पांच सौ तिरेपन फर्जी नाम डालने के प्रयास को विफल कर दिया है….. इससे मतदाता सूची से छेड़छाड़ करने की भाजपा की योजना का खुलासा हुआ है…. पार्टी कार्यकर्ता मध्यप्रदेश या छत्तीसगढ़ में रहने वाले लोगों के आधार कार्ड नंबर का इस्तेमाल महाराष्ट्र में अपना नाम शामिल करने के लिए कर रहे हैं….. उल्लेखनीय है कि दो हजार उन्नीस के विधानसभा चुनाव में राजुरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक सुभाष धोटे ने जीत हासिल की थी…. वहीं शिवसेना ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने चुनिंदा विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची में छेड़छाड़ करने के लिए कई लोगों को नियुक्त किया है….. भाजपा द्वारा एक विशेष प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया गया था… इसमें कहा गया है कि भाजपा में शिवसेना (यूबीटी) के साथ निष्पक्ष मुकाबला करने का साहस नहीं है….. इसलिए उसने इस तरह के तरीकों से चुनाव जीतने की साजिश रची है….

बता दें कि निर्वाचन आयोग बहरे, गूंगे और अंधे की तरह काम कर रहा है…. और इसके अधिकारियों का एकमात्र काम भाजपा नेताओं के आदेशों का पालन करना है…. इसमें दावा किया गया है कि निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग नियम हैं…. एमवीए के घटक दलों में मुख्य रूप से कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने चुनाव से पहले महाराष्ट्र की पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की है…. जिसको लेकर कांग्रेस ने दावा किया है कि रश्मि शुक्ला विपक्षी नेताओं के फोन की अवैध टैपिंग में शामिल रही हैं…. और इस प्रक्रिया में सक्षम अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है…. शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र में कहा गया है कि हमने निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से शुक्ला का तबादला करने का अनुरोध किया था….. क्योंकि वह ऐसे चुनावों के दौरान निष्पक्ष अधिकारी नहीं होंगी….. निर्वाचन आयोग ने हमारी मांग को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उसके पास ऐसी कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है….. हालांकि, जब भाजपा ने मांग की कि तो उसी निर्वाचन आयोग ने झारखंड राज्य के डीजीपी का तबादला कर दिया….. क्या महाराष्ट्र और झारखंड के लिए अलग-अलग नियम हैं…. जानकारी के अनुसार निर्वाचन आयोग ने शनिवार को झारखंड सरकार को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाने का निर्देश दिया है….. ऐसा पिछले चुनावों में उनके खिलाफ शिकायतों के कारण किया गया है….

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में किसी भी तरह से चुनाव जीतने के लिए राज्य में फर्जी वोटरों के फर्जीवाड़ा का खेल शुरू कर दिया गया है….. इसके तहत हर विधानसभा में दस- दस हजार बाहरी नामों को जोड़ने का मामला गरमा गया है….. ऐसे फर्जीवाड़ा करनेवाले चालीस वोट दलालों पर कार्रवाई से शक और बढ़ गया है….. बताया जाता है कि बिहार-उत्तर प्रदेश के साथ ही कई अन्य उत्तरी भारत राज्यों से दस्तावेज मंगाकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है…. इसके तहत महाविकास आघाड़ी के संभावित समर्थकों के नाम बड़ी संख्या में काटे जाने का भी आरोप लगाया गया है….. बताया जा रहा है कि महायुति के इशारे पर उसके समर्थकों द्वारा इस काम को अंजाम दिया जा रहा है…. ताकि फर्जी वोटरों के इस फर्जीवाड़े को करके चुनाव जीता जा सके…. जिसको देखते हुए भाजपा फर्जीवाड़ा करने में जुटी हुई है… वहीं अब भाजपा के सभी फर्जीवाड़े जनता के सामने आ रहें है… और बीजेपी बेनकाब होती जा रही है…. जिससे बीजेपी की टेंशन बढ़ती हुई जा रही है….

बता दें कि राज्य की मतदातासूची में गड़बड़ी की जा रही है…. आरोप है कि महायुति वोटर लिस्ट में महाघपला करके चुनाव जीतना चाहती है…. इसके तहत महाविकास आघाड़ी के संभावित समर्थकों के नाम काटे जाने का आरोप लगा है…. इस बारे में महाविकास आघाड़ी ने मतदाता सूची में फर्जी नाम दर्ज कराने…. और नाम कटवाने का गंभीर आरोप लगाया है…. मतदाता सूची में फर्जी नाम दर्ज कराने वाले चासीस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद वोटरों के फर्जीवाड़ा का आघाड़ी द्वारा लगाए आरोपों पर मुहर लग गई है….. बता दें कि राज्य के एक सौ पचास विधानसभा क्षेत्रों को निश्चत करते हुए एक एप के जरिए हर एक विधानसभा क्षेत्र में दस-दस हजार बाहरी नामों को जोड़ा जा रहा है….. इसके तहत उत्तर भारत से दस्तावेज मंगाकर फर्जी वोटरों का पंजीयन किए जाने का आरोप है….. आरोप के अनुसार, यह साजिश रचने के सूत्रधार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले हैं…. इन सबके बीच चंद्रपुर जिले के राजुरा निर्वाचन क्षेत्रों में छह हजार आठ सौ तिरपन फर्जी वोटरों के नामों को मतदाता सूची में घुसाने की कोशिश का पर्दाफाश हुआ है….. इसके अलावा तुलजापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में फर्जी वोटरों का पंजीयन करने के मामले में चालीस लोगों के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज होने की जानकारी सामने आई है….

आपको बता दें कि चंद्रपुर जिले के राजुरा निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची में छह हजार आठ सौ किरपन  फर्जी नाम दर्ज करने का प्रयास करने का मामला सामने आया है….. मतदाताओं के ऑनलाइन पंजीकरण के दौरान प्रशासन की सतर्कता के कारण यह स्थिति सामने आई है….. जिला प्रशासन ने फिलहाल मामले की जांच करने की बात कही है….. जिला प्रशासन की ओर से राजुरा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है….. बता दें कि कोई भी मतदान से वंचित न रहे…. इसलिए चुनाव आयोग ने वोटर हेल्पलाइन एप…. और एनवीएसपी पोर्टल के माध्यम से मतदाता सूची में नाम शामिल करने की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई है….. हालांकि, कुछ लोगों ने इस सुविधा का दुरुपयोग करते हुए मतदाता सूची में फर्जी नाम दर्ज करने की कोशिश की है….. प्रशासन इस मामले की जब जांच कर रहा था…. तो पता चला कि कोरपना तालुका के लखमापुर गांव की मतदाता सूची में बड़ी संख्या में नाम शामिल करने के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा किए गए थे….. दिलचस्प बात यह है कि फर्जी ऑनलाइन पंजीकरण कराने वाले सभी मतदाता विदेशी हैं….

वहीं तुलजापुर विधानसभा क्षेत्र में फर्जी नए मतदाता आवेदन पंजीकरण मामले में चालीस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है….. कलेक्टर व निर्वाचन निर्णय अधिकारी डॉ. सचिन ओम्बासे के आदेश पर यह मामला दर्ज किया गया है….. साइबर पुलिस ने मामला दर्ज किया है…. और इसे जांच के लिए तुलजापुर पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है…. हालांकि, अब सवाल उठने लगे हैं…. कि इस फर्जी मतदाता पंजीकरण रैकेट का मास्टरमाइंड कौन है…. मतदाता पंजीकरण आवेदन के साथ संलग्न आधार कार्ड में नामांकन अनुक्रमांक यानी नामांकन संख्या समान पाई गई है…. जिसका जांच किया जा रहा है… आपको बता दें कि लोकतंत्र में इस तरह से किलवाड़ करने के बाद बीजेपी सत्ता में आना चाहती है… जो सरासर गलत है… बीजेपी को पता है कि जनता ने उसे नकार दिया है… और अब उसका किसी भी चुनाव में जीतना संभव नहीं है…. जिसको देखते हुए बीजेपी फर्जीवाड़े पर उतर आई है…

वहीं सीएम एकनाथ शिंदे चुनाव जीतने के लिए और अपने विधायकों के द्वारा वोटरों को खरीदने के लिए बड़े पैमाने पर विधायकों को रूपये बांट रहें है… वहीं शिवसेना विधायक की गाड़ी से पांच करोड़ रूपये बरामद किया है… आपको बता दें कि बीस नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पंद्रह अक्टूबर से महाराष्ट्र में आदर्श आचार संहिता लागू है…. इस दौरान पुणे ग्रामीण पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को पांच करोड़ रुपये जब्त किए हैं…. खेड़-शिवपुर प्लाजा के पास एक कार से कैश जब्त की गई है….. इसको लेकर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने दावा किया है कि…. एकनाथ शिंदे नेतृत्व वाली शिवसेना के एक विधायक की कार से कैश जब्त की गई है…. वहीं एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार शाम को मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर खेड़ शिवपुर टोल प्लाजा के पास पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया था….. नाकाबंदी के दौरान सतारा की ओर जा रही एक इनोवा कार को रोका गया…. जब कार की तलाशी ली गई तो उसमें सवार चार लोगों के पास से 5 करोड़ रुपये जब्त किए गए….

वहीं सूचना मिलने के बाद इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी भी वहां पहुंचे…. इसके बाद पैसों की गिनती की गई…. पुणे ग्रामीण पुलिस के अधिकारी के अनुसार नकदी कहां से ली गई थी…. और कहां इसे पहुंचाया जा रहा था…. इसकी जांच की जा रही है…. इसके साथ ही कार में सवार लोगों से भी पूछताछ की जा रही है….. इसी बीच एक्स पर एक पोस्ट कर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के विधायक की गाड़ी से पंद्रह करोड़ रुपये जब्त की गई है…. मीडिया से बातचीत के दौरान संजय राउत ने कहा कि पुणे में दो गाड़ियों से पंद्रह करोड़ रुपये मिले हैं…. एकनाथ शिंदे जो पैसा दे रहे थे…. उसका पहला किस्त जा रहा था…. विधायक के लोग गाड़ी में थे… लेकिन एक फोन कॉल आने के बाद ही गाड़ी को छोड़ दिया गया…. राज्य के कई विधायकों को पंद्रह-पंद्रह करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं….

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