राकांपा का ’तुरा‘ विरोधियों में बढ़ाएगा डर: शरद पवार

शरद पवार ने लॉन्च किया पार्टी का नया चुनाव चिह्न

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार गुट को चुनाव आयोग ने नया चुनाव चिह्न दे दिया है। उन्हें तुरुही बजाता हुआ व्यक्ति चुनाव निशान आवंटित किया गया है। पार्टी ने आज अपना चुनाव चिह्न लॉन्च किया है। राकांपा-शरद पवार गुट के नए चुनाव चिह्न पर पार्टी के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के नेता रोहित पवार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जनता शरद पवार को लेकर बहुत भावुक हैं।
उन्होंने कहा, साल 1999 में जब राकांपा का गठन हुआ था, तब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म नहीं था। लेकिन जनता ने उस चुनाव में शरद पवार को याद रखा था। अब हमारे पास सोशल मीडिया और पार्टी कार्यकर्ता भी हैं और पिछले छह महीनों में जनता शरद पवार को लेकर बहुत भावुक हुई है। जनता उनका समर्थन करेंगी।
आगामी चुनाव को लेकर हमें कोई परेशानी नहीं है। शरद पवार गुट के राकांपा नेता महेश तापसे ने बताया, पार्टी का नया चिह्न शरद पवार की उपस्थिति में रायगढ़ के किले में लॉन्च किया गया है। पार्टी का नया चिह्न तुरुही बजाता हुआ व्यक्ति है। महाराष्ट्र में शरद पवार की तुतारी बजते ही विरोधियों के दिलों में डर पैदा हो जाएगा।
दरअसल, अजित पवार की बगावत के बाद असली पार्टी का फैसला उनके पक्ष में किया गया था, जिसके चलते शरद गुट को नया चुनाव निशान देना पड़ा है। नया चुनाव चिह्न मिलने पर एनसीपी शरदचंद्र पवार ने कहा था कि ये हमारे लिए गर्व की बात है। बता दें कि 6 फरवरी को चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को असली एनसीपी करार दिया था। चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और चिह्न घड़ी अजित पवार गुट को सौंप दिया था।

तालाब में गिरी श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली, 20 की मौत
कासगंज में बड़ा हादसा : मृतकों में सात बच्चे शामिल
 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में बड़ा सडक़ हादसा हुआ है। पटियाली-दरियावगंज मार्ग पर सुबह करीब 10 बजे श्रद्धालुओं से भरी एक ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर तालाब में जा गिरी। तालाब में जाकर ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई। जिसमें ज्यादातर श्रद्धालु दब गए। इस हादसे में 20 से अधिक लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
कई गंभीर घायल श्रद्धालुओं का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है और कुछ को रेफर किया गया है। घटनास्थल से लेकर जिला अस्पताल तक अफरा तफरी का महौल बना हुआ है। डीएम, एसपी सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। परिवारों में चीत्कार मचा हुआ है।

दर्दनाक मंजर से सहमें सब

मृतकों में एक एक परिवार के कई कई लोग शामिल हैं। प्रशासन के द्वारा अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि सात बच्चे और आठ महिला पटियाली के सीएचसी पर मृतक घोषित किए गए हैं। एंबुलेंस से जो अन्य घायल जिला अस्पताल लाए गए हैं उनका परीक्षण चल रहा है। मृतकों की संख्या बढऩे की आशंका बनी हुई है। स्थिति अधिक गंभीर है।

पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया है। उन्होंने बताया कि भेज्जी थाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की सूचना पर डीआरजी के जवानों को गश्त पर रवाना किया गया था।
सुरक्षाबल के जवान जब बुर्कलंका गांव के करीब पहुंचे तब नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों ओर से कुछ देर तक गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए। बाद में जब सुरक्षाबलों ने घटनास्थल की तलाशी ली तब एक नक्सली का शव बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि मारे गए नक्सली की पहचान की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है।

ईडी के खिलाफ तमिलनाडु सरकार की याचिका पर ’सुप्रीम‘ सवाल

कोर्ट ने पूछा- समन को लेकर इतनी बेचैनी क्यों

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की जांच के खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर करने पर तमिलनाडु सरकार से सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किए है। गौरतलब है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने अवैध रेत खनन मामले की जांच के सिलसिले में वेल्लोर, तिरुचिरापल्ली, करूर, तंजावुर और अरियालुर के जिला कलेक्टरों को तलब किया था।
राज्य सरकार ने अधिकारियों के साथ मद्रास हाईकोर्ट का रुख किया था, जिसने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी समन पर रोक लगा दी थी। इसको लेकर जांच एजेंसी ने आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया था। पीठ ने तमिलनाडु सरकार के वकील से पूछा कि राज्य यह रिट याचिका कैसे दायर कर सकता है। किस कानून के तहत। आप हमें बताएं कि राज्य की रुचि कैसे है और वह प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ यह रिट याचिका कैसे दायर कर सकता है। पीठ ने कहा कि अधिकारियों को ईडी के साथ सहयोग करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से नोटिस जारी तक तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा है। कोर्ट ने 26 फरवरी को सुनवाई के लिए यह याचिका सूचीबद्ध करने का आदेश दिया है। गौरतलब है कि मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु के जिला कलेक्टरों को ईडी द्वारा जारी किए गए समनों के संचालन पर रोक लगा दी थी। ईडी ने 2002 में तमिलनाडु में दर्ज कई एफआइआर और प्राप्त जानकारी पर पीएमएलए के तहत जांच शुरू की थी।

सरकार ने मानी मांगे

यूपी में 17 और 18 फरवरी को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए हजारों अभ्यर्थियों ने शनिवार को भी प्रदर्शन किया और दोबारा परीक्षा कराने की मांग की। जिसे सरकार ने मान ली, और परीक्षा रद्द कर दी।

जलकल विभाग कर रहा लोगों से छल

सीवर की व्यवस्था बरसात से पहले ध्वस्त

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ खाने को तो स्मार्ट सिटी में गिनी जाती है लेकिन स्मार्ट सिटी में दाग लगाने का काम जलकल विभाग और सुएज-5 इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कर रही है। राजधानी लखनऊ की जनता कहती है अभी बरसात का मौसम आने में कई महीने बाकी है लेकिन राजधानी लखनऊ की सीवर की व्यवस्था मानो बरसात के मौसम जैसी हो।
राजधानी के कई ऐसे इलाके हैं जहां पर सीवर की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। सीवर की समस्या इसलिए भी खत्म नहीं हो रही है क्योंकि कागजी कंपनी सिर्फ कागजों में सीवर मेंटेनेंस और सफाई का काम करती है जबकि धरातल पर सिर्फ ढक्कन बदलने का काम किया जाता है।

निजी कंपनी को किया जा रहा करोड़ों का भुगतान

सुएज को मेंटेनेंस के नाम पर हर साल करोड़ों रुपए का बजट दिया जाता है बदले में आम जनता को मिलता है सडक़ पर बदबूदार सीवर का पानी। प्राइवेट कंपनी से काम करने की जिम्मेदारी जलकल विभाग की होती है ऐसे में जलकल विभाग भी कहीं ना कहीं लापरवाह बना हुआ है और प्राइवेट कंपनी को मोटी कमाई कर रहा है यही नतीजा है की राजधानी लखनऊ के कई इलाकों में सीवर की समस्या से आमजन बेहाल है। जून 1 के नजर बाग का इलाका हो या फिर यदुनाथ सान्याल वार्ड में सीवर सडक़ पर बहता दिखाई देगा। इतना ही नहीं जगदीश चंद्र बोस वार्ड में सीवर सालों से चौंक पड़े हैं जनता शिकायत करती है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है स्थानीय निवासी सुनील के मुताबिक की सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है और खाना पूर्ति कर कंपनी के कर्मचारी चले जाते हैं और सीवर की समस्या जस की तस बनी रहती है। सीवर की समस्या स्मार्ट सिटी को भी बदनाम करने पर तुली हुई है आखिर क्यों जिम्मेदार कंपनी की गैर जिम्मेदार हरकत पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैंं।

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