एनडीए सरकार केवल अमीरों की गरीबों की नहीं: तेजस्वी यादव

सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी पर भडक़े विपक्षी नेता

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार केवल अमीरों के लिए है, गरीबों के लिए नहीं। तेजस्वी यादव ने कहा कि कीमतें अपने चरम पर हैं। यह सरकार केवल अमीरों के लिए है, गरीबों के लिए नहीं। वे वास्तविक मुद्दों पर बात नहीं करेंगे। उनके शासन में महंगाई और बढ़ेगी।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सह राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब बिहार को थका-हारा नहीं, बल्कि नया और काम करने वाला मुख्यमंत्री चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार से एनडीए का सफाया होगा और इंडी (इंडिया) एलायंस मजबूती से चुनाव लड़ेगा। तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कहा कि बिहार में इस बार जनता का मूड बदलाव का है। उन्होंने कहा कि बिहार में जनता ने खटारा सरकार के सिस्टम को नकार दिया है।
लोग अब ऊब चुके हैं। उन्हें ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो ऊर्जा से भरा हो, जो विकास कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि इंडी एलायंस मजबूती से मैदान में उतरेगा और एनडीए को हर हाल में सत्ता से बाहर करेगा।

नीतीश अब मुखिया बनने लायक भी नहीं : दानिश

राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष दानिश इकबाल ने किशनगंज में पार्टी कार्यालय पर आयोजित एक अहम बैठक के दौरान केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने वक्फ से जुड़े नए कानून को मुस्लिम समाज के अधिकारों के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि सरकार सुनियोजित तरीके से एक समुदाय के साथ सौतेला व्यवहार कर रही। दानिश इकबाल ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर भाजपा खुद को मुसलमानों का हितैषी दिखाना चाहती है, दूसरी ओर वह उनके संवैधानिक अधिकारों को छीनने की साजिश कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि राम मंदिर ट्रस्ट में एक भी मुसलमान ट्रस्टी नहीं बनाया गया, फिर वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम को शामिल करने की कोशिश क्यों की जा रही है? उन्होंने दावा किया कि वक्फ कानून लाते ही उत्तर प्रदेश के मदरसों पर कार्रवाई शुरू हो गई, जो यह दिखाता है कि यह सब कुछ एक बड़े प्रोपेगेंडा का हिस्सा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी दानिश इकबाल ने बेहद तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें पहले बहुत मानता था, लेकिन अब वे प्रधानमंत्री तो दूर, मुखिया बनने लायक भी नहीं बचे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे एक ओर इफ्तार पार्टियों में शामिल होते हैं और दूसरी ओर मुस्लिम समाज की पीठ में छुरा घोंपते हैं। दानिश इकबाल ने कहा कि जिस नेता की कोई स्थायी राजनीतिक सोच नहीं होती, उसका अंत भी राजनीतिक रूप से तय होता है। उन्होंने चेताया कि इस तरह के दोहरे व्यवहार का असर नीतीश कुमार को आगामी चुनावों में भुगतना पड़ेगा।

‘कांग्रेस ने अब तक एक भी सीट नहीं मांगी’

सीट बंटवारे के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में फिलहाल बातचीत जारी है, लेकिन कांग्रेस की ओर से अभी तक एक भी सीट की औपचारिक मांग नहीं की गई है। यह बयान तब आया जब विपक्षी दल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश सहनी द्वारा साठ सीटों की मांग को लेकर सवाल पूछा गया। तेजस्वी ने कहा कि गठबंधन के सभी घटक दलों से उचित संवाद होगा और जो फैसला होगा, वह सामूहिक रूप से लिया जाएगा।

दलित विरोधी है भाजपा की मानसिकता: राहुल

राजस्थान में मंदिर शुद्धिकरण पर नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा को घेरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने टीका राम जूली और भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा द्वारा राम मंदिर के दर्शन से जुड़ी एक विवादित घटना के बाद भाजपा पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया। दलित नेता और राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीका राम जूली ने राम नवमी के अवसर पर राम मंदिर का दर्शन किया। कांग्रेस द्वारा पोस्ट की गई पोस्ट के अनुसार, उनके दर्शन के बाद, भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर को गंगाजल से धोया।
कांग्रेस द्वारा शेयर किए गए वीडियो में भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, कुछ अपवित्र लोग आए थे, इसलिए मैंने मंदिर को शुद्ध करने के लिए गंगाजल डाला।कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे भाजपा और आरएसएस द्वारा दलितों का अपमान करने का एक और उदाहरण बताया। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि बीजेपी की दलित विरोधी और मनुवादी सोच का एक और उदाहरण! बीजेपी लगातार दलितों को अपमानित और संविधान पर आक्रमण करती आ रही है। इसलिए संविधान का सिर्फ सम्मान नहीं, उसकी सुरक्षा भी ज़रूरी है। मोदी जी, देश संविधान और उसके आदर्शों से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं जो बहुजनों को दूसरे दर्जे का नागरिक मानती है।

कंगना रनौत के बयान पर भडक़ी कांग्रेस

कुछ लोगों को मुंह से गोली चलाने का सिंड्रोम : मुमताज पटेल

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद कंगना रनौत पर उनके भेडिय़ा वाले बयान को लेकर निशाना साधा है और कहा है कि वह बिना सोचे समझे बोलती हैं और उन्हें मुंह से गोली चलाने का सिंड्रोम है। पटेल ने एएनआई से कहा, कंगना हमेशा बिना सोचे समझे बोलती हैं। उन्हें मुंह से गोली चलाने का सिंड्रोम है। उन्हें जो बोलना है बोलने दें, इससे पता चलता है कि भाजपा के सांसद किस तरह के हैं।
रनौत ने इससे पहले हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया था कि राज्य की हालत खराब है और इसे भेडिय़ों की पकड़ से मुक्त करने की जरूरत है। भाजपा सांसद पर निशाना साधते हुए पटेल ने पूछा कि क्या कंगना को लगता है कि हिमाचल देश का हिस्सा है। कांग्रेस नेता ने पूछा, अगर आप कह रहे हैं कि देश में प्रगति हो रही है और हिमाचल प्रदेश में नहीं, तो क्या हिमाचल प्रदेश इस देश का हिस्सा नहीं है? क्या प्रधानमंत्री मोदी की हिमाचल प्रदेश के लोगों के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं है? क्या इसका मतलब यह है कि केवल भाजपा सरकार वाले राज्य ही प्रगति करेंगे?

चुनाव जीतने का मतलब लहर नहीं

पटेल ने देश में मोदी लहर की धारणा को खारिज करते हुए कहा कि 60 प्रतिशत लोगों ने भाजपा सरकार के खिलाफ मतदान किया। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार नहीं बल्कि एनडीए सरकार है। उन्होंने कहा,मैं स्पष्ट कर दूं कि चुनाव जीतने का मतलब यह नहीं है कि कोई लहर चल रही है क्योंकि 60 प्रतिशत लोग अभी भी इस सरकार के खिलाफ वोट करते हैं। वर्तमान में संसद में मोदी सरकार अल्पमत में है। यह गठबंधन सरकार है। यह मोदी सरकार नहीं है। यह एनडीए की सरकार है।

भाजपा विधायक और बिहार सरकार के खेल मंत्री ने गर्मी में बांट दिए लोगों को कंबल, विपक्ष ने कसा तंज

पटना(4पीएम न्यूज़ नेटवर्क)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक मंत्री खूब चर्चा में है। कारण यह है कि उन्होंने गर्मी में कंबल बांट दिया। यह मंत्री कोई और नहीं बल्कि बेगूसराय से बछवाड़ा के भाजपा विधायक और बिहार सरकार के खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता हैं। अब पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की पार्टी उनके इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर तंज कस रही है और नीतीश सरकार पर तंज कस रही है। इससे सियासत गरमा गई है। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर मंसूरचक प्रखंड के गोविंदपुर पंचायत-दो स्थित अहियापुर गांव में उन्होंने कंबल वितरण किया। उक्त कार्यक्रम में पांच सौ से ज्यादा लोगों को कंबल दिए गए। कार्यक्रम खत्म हो गया। लोग भी कंबल लेकर अपने घर चले गए। इसके बाद खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने कार्यक्रम की दस तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी साझा की।

कंबल वितरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

उन्होंने लिखा कि भाजपा के 40वें स्थापना दिवस पर अंत्योदय और राष्ट्र निर्माण की भावना से यह कार्यक्रम किया गया। उन्होंने लोगों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित भी किया है। इसी बीच किसी ने कंबल वितरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। फोटो और वीडियो में साफ दिख रहा है कि कार्यक्रम स्थल पर सैकड़ों की भीड़ जुटी थी। मंच पर मंत्री सुरेन्द्र मेहता के साथ भाजपा के कई स्थानीय नेता भी मौजूद थे। बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों के बीच कंबल बांटे गए थे।

 

सुप्रीम कोर्ट के राज्यपाल को फटकार के बाद द्रमुक जोश में

भाजपा को भी आड़े हाथों लिया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि को फटकार लगाने के बाद वहां सियासत में बूम आ गया। कोर्ट के इस फैसले के बाद द्रमुक सरकार ने भाजपा को निशाने पर ले लिया है। बता दें सुप्रीम कोर्ट ने आलोचना करते हुए कहा कि राज्यपाल राज्य विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों पर अपनी सहमति नहीं दे सकते या पूर्ण वीटो या पॉकेट वीटो का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल ने 10 विधेयकों को मंजूरी न देकर कानून के खिलाफ काम किया है, जिन्हें पहले विधानसभा द्वारा वापस भेजे जाने के बाद दोबारा पारित किया गया था। कोर्ट ने इन विधेयकों को पारित घोषित कर दिया। फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने राज्य विधानसभा में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने इसे ऐतिहासिक फैसला बताया।

राज्यपाल को ऐसे मामलों में कोई विवेकाधिकार प्राप्त नही : कोर्ट

न्यायालय ने स्पष्ट किया कि राज्यपाल को ऐसे मामलों में कोई विवेकाधिकार प्राप्त नहीं है और वह मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह पर कार्य करने के लिए बाध्य है। पीठ ने कहा कि राज्यपाल अनिश्चित काल तक स्वीकृति को रोक नहीं सकते हैं और न ही प्रभावी रूप से पूर्ण वीटो या पॉकेट वीटो का प्रयोग कर सकते हैं। फैसले के अनुसार, एक बार जब विधानसभा द्वारा विधेयक पारित कर दिया जाता है और दूसरी बार राज्यपाल को भेजा जाता है, तो राज्यपाल के लिए एकमात्र संवैधानिक कार्यवाही यह है कि वह या तो उस पर स्वीकृति दे या, दुर्लभ मामलों में, यदि विधेयक अपने पहले संस्करण से काफी भिन्न है, तो स्वीकृति को रोक ले। इसे फिर से राष्ट्रपति के विचार के लिए आरक्षित करने की अनुमति नहीं है। न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद, सभी 10 लंबित विधेयक अब स्वीकृत हो गए हैं।

केवल तमिलनाडु ही नहीं बल्कि भारत की सभी राज्य सरकारों के लिए एक बड़ी जीत : स्टालिन

सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि राज्यपाल ने कई विधेयकों को बिना अपनी सहमति दिए लौटा दिया था। हमने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और अब उसने फैसला सुनाया है कि इस तरह से सहमति न देना गैरकानूनी था। यह न केवल तमिलनाडु बल्कि भारत की सभी राज्य सरकारों के लिए एक बड़ी जीत है। अदालत के फैसले को संघीय सिद्धांतों की पुष्टि और विधायी मामलों में राज्यपालों के विवेकाधीन हस्तक्षेप को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल के रूप में देखा जा रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम को फोन कर उनके पिता एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली तथा उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता चिदंबरम के अहमदाबाद स्थित एक अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलने पर स्टालिन ने उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से फोन पर बात की तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।

गैस के दाम बढ़ाने पर स्टालिन भडक़े

घोषणा के बाद तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने भी केंद्र सरकार की आलोचना की और पूछा कि लोगों के घरों में चूल्हे जलने चाहिए या भूख से उनके पेट जलने चाहिए। तमिलनाडु के सीएम ने एक्स पर कहा कि लोगों के घरों में चूल्हे जलने चाहिए या भूख से उनके पेट जलने चाहिए? अगर आप मदद नहीं कर सकते, तो कम से कम नुकसान तो न पहुड्डचाए यह कहावत परपीडक़ भाजपा सरकार पर पूरी तरह से फिट बैठती है।

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