नीट घोटाला व्यापम 2.0 है जिसे मोदी सरकार छुपाना चाहती है: पवन खेड़ा
- कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में फॉरेंसिक जांच की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नीट में अंकों पर हुइ धांधली के मुद्दे पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला तेज कर दिया है। इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पीपर सवाल उठाया और कहा कि केवल सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में फोरेंसिक जांच ही लाखों युवा छात्रों के भविष्य की रक्षा कर सकती है। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में दावा किया कि नीट घोटाला व्यापम 2.0 है और मोदी सरकार इसे सफेद करना चाहती है। व्यापम या मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल में घोटाला 2013 में सामने आया था।
इस घोटाले में उम्मीदवारों ने अधिकारियों को रिश्वत दी थी। उत्तर पुस्तिकाएं लिखने के लिए जालसाजों को नियुक्त करके परीक्षा में धांधली की थी। पवन खेड़ा ने पूछा कि क्या शिक्षा मंत्री इस बात से इनकार कर सकते हैं कि गुजरात के गोधरा में एक कोचिंग सेंटर चलाने वाले व्यक्ति, एक शिक्षक और एक अन्य सहित तीन लोगों की संलिप्तता वाले एक एनईईटी-यूजी धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। मामले की जांच में छात्रों, उनके अभिभावकों और आरोपियों के बीच 12 करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन का पता चला है? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह सच नहीं है कि इस साल, 2024 में, 67 टॉपर्स थे, जिन्हें 720 का परफेक्ट स्कोर दिया गया था, जबकि 2023 में सिर्फ 2 छात्रों को परफेक्ट स्कोर मिला था। क्या यह सच नहीं है कि नीट के नतीजे 10 दिन पहले घोषित किए गए।
युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ पर पीएम की चुप्पी हैरान करने वाली : खरगे
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि मोदी सरकार ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से नीट घोटाले को ढंकना शुरू कर दिया है। केंद्र और एनटीए ने बृहस्पतिवार को सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि उन्होंने एमबीबीएस और ऐसे अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा देने वाले 1,563 उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस माक्र्स रद्द कर दिए हैं। केंद्र ने कहा था कि उनके पास या तो दोबारा परीक्षा देने या समय की हानि के लिए उन्हें दिए गए प्रतिपूरक अंकों को छोडऩे का विकल्प होगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि चौबीस लाख युवा डॉक्टर बनने के लिए नीट परीक्षा देते हैं और एक लाख मेडिकल सीटों के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। आरोप लगाया कि इन एक लाख सीटों में से करीब 55,000 सीटें सरकारी कॉलेजों में हैं। यहां एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस श्रेणियों के लिए सीटें आरक्षित हैं। लेकिन इस बार मोदी सरकार ने एनटीए का दुरुपयोग किया है। अंकों और रैंक में बड़े पैमाने पर धांधली की है, जिसके कारण आरक्षित सीटों के लिए कट-ऑफ भी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मेधावी छात्रों को रियायती दरों पर सरकारी प्रवेश पाने से वंचित करने के लिए ग्रेस माक्र्स, पेपर लीक और धांधली का खेल खेला गया।
परीक्षा में हुई है धांधली : तेजस्वी
राजद नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा केंद्र में रहे या राज्य में, पेपर लीक होना तय है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीट का पेपर लीक होना बहुत ही गंभीर विषय है। पुलिस हिरासत में अपराधी इस बात को कबूल रहा है कि पेपर लीक किया गया है, अभ्यर्थी, अभिभावक, विद्यार्थी, युवा सभी चिंतित हैं, लेकिन, एनडीए सरकार नख से शिख तक अहंकार में डूबी है। तेजस्वी यादव ने कहा कि पेपर लीक के सबूत सार्वजनिक होने, मामले में जांच, गिरफ्तारी और साजिशकर्ताओं के जुर्म कबूलने के बाद भी सरकार यह मानने को तैयार ही नहीं है कि परीक्षा में धांधली हुई है। उन्होंने कहा कि सबूत सामने है, लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्री इतने अनभिज्ञ हैं कि मानने को तैयार ही नहीं हैं कि गड़बड़ी हुई है। अहंकारी मोदी सरकार कुंभकर्णी नींद में ऐसे सोई है कि लाखों अभ्यर्थियों के सपनों में आग भी लग जाए तो उन्हें परवाह नहीं।
किसी भी बच्चे के करियर के साथ खिलवाड़ नहीं होगा: प्रधान
बता दें कि नीट में धांधली के आरोपों पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के तहत परीक्षार्थियों के हितों को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि मैं परीक्षार्थियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी बच्चे के करियर के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। इस मामले से जुड़े तथ्य सर्वोच्च न्यायालय के संज्ञान में हैं। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जो भी आवश्यक कदम उठाने होंगे, सरकार उसे उठाएगी।