सातवें चरण के 216 प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त
अब 54 सीटों के लिए 652 उम्मीदवार, 21 फरवरी को वापस लिए जाएंगे नामांकन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । यूपी प्रदेश विधान सभा चुनाव के सातवें चरण की 54 सीटों के लिए शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच में 216 पर्चे खारिज हो गए। अब मैदान में 652 उम्मीदवार बचे हैं। 21 फरवरी को नामांकन पत्र वापस लिए जाएंगे। इसके बाद इस चरण की असल तस्वीर साफ होगी। अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को होगा।
सातवें व अंतिम चरण का चुनाव नौ जिलों में होगा। शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच में सर्वाधिक 13 पर्चे वाराणसी की पिंडरा विधान सभा से निरस्त हुए। भदोही व ज्ञानपुर से 12-12 नामांकन पत्र जांच में खारिज हो गए। आजमगढ़ की अतरौलिया व जौनपुर की जफराबाद से नौ-नौ नामांकन निरस्त हुए। वाराणसी कैंट से आठ, जहूराबाद, बदलापुर, शाहगंज, राबर्ट्सगंज, रोहनिया, वाराणसी उत्तर व वाराणसी दक्षिण से सात-सात पर्चे निरस्त हुए हैं। नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब आजमगढ़ जिले के अतरौलिया में 10, गोपालपुर में 11, सगड़ी में 15, मुबारकपुर में 14, आजमगढ़ में नौ, निजामाबाद में 13, फूलपुर पवई में 12, दीदारगंज में 15, लालगंज में 10, मेहनगर में आठ प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं। भदोही में 12, ज्ञानपुर में 12, औराई में सात प्रत्याशी रह गए हैं। चंदौली जिले के मुगलसराय में 14, सकलडीहा में नौ, सैयदराजा में 11, चकिया में 11 प्रत्याशी बचे हैं। गाजीपुर जिले के जखनियां में 17, सैदपुर में 10, गाजीपुर में 19, जंगीपुर में 14, जहूराबाद में 13, मोहम्मदाबाद में 10 व जमानिया में 14 प्रत्याशी मैदान में बचे हैं। जौनपुर जिले के बदलापुर में 15, शाहगंज में 13, जौनपुर में 26, मल्हनी में 13, मुंगराबादशाहपुर में 15, मछलीशहर में 10, मडिय़ाहू में 12, जफराबाद में 11 व केराकत में 10 प्रत्याशी रह गए हैं। मऊ जिले के मधुबन में 12, घोसी में 11, मोहम्मदाबाद गोहना में आठ व मऊ में 14, मीरजापुर जिले के छानबे में नौ, मीरजापुर में 14, मझवां में 14, चुनार में 10, मडि़हान में 14, सोनभद्र के घोरावल में 13, राबर्टसगंज में 13, ओबरा में आठ व दुद्धी में 10 प्रत्याशी शेष हैं। इसी प्रकार वाराणसी जिले की पिन्ड्रा में छह, अजगरा में 11, शिवपुर में 17, रोहनियां में 10, वाराणसी उत्तर में नौ, वाराणसी दक्षिण में 13, वाराणसी कैंट में 10 व सेवापुरी में 11 प्रत्याशी जांच के बाद चुनाव मैदान में बचे हैं।