कांग्रेस के खिलाफ नहीं जी-23: आनंद शर्मा
संगठन की मजबूती के लिए बोलना प्रजातंत्र
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
शिमला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि जी-23 पार्टी के खिलाफ नहीं है। मैं किन्हीं कारणों से स्टीयरिंग कमेटी से हटा हूं पर अभी भी कांग्रेस वर्किंग कमेटी का सदस्य हूं।
राजधानी शिमला में मीडिया से बातचीत करते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि जी-23 का नामकरण मीडिया ने किया है। 23 नेताओं ने किसी पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। मीडिया से इसे नया नाम ही दे दिया है। कांग्रेस ऐसा संगठन है, जिसने अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी थी। जी-23 संगठन के खिलाफ नहीं है। उदयपुर चिंतन शिविर के बाद बनी दो महत्वपूर्ण कमेटियों में गुलाम नबी आजाद और वह भी शामिल हैं। संगठन की मजबूती के लिए बोलना प्रजातंत्र है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा पर आनंद ने कहा कि इसकी प्रक्रिया अभी शुरू भी नहीं हुई है। प्रतिक्रिया देना जल्दबाजी होगी। हिमाचल में कांग्रेस अगर पुरानी प्रक्रिया से ही टिकट बांटेगी तो प्रत्याशी सफल होंगे। ब्लॉक, जिला कमेटियों की सिफारिश पर ही प्रत्याशियों का चयन होना चाहिए। सहमति, योग्यता और क्षमता को ही इसके लिए आधार रखा जाना चाहिए। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, पर आनंद शर्मा ने कहा कि इस बारे में बोलने का मुझे कोई अधिकार भी नहीं है। आनंद ने जनता से अपील करते हुए कहा कि बीते चुनावों में भाजपा की ओर से जारी किए गए घोषणा पत्र को लोग जरूर देखें।