कानपुर देहात कांड को गीत में उठाने पर नेहा राठौर को थमा दिया नोटिस
यूपी में का बा को पुलिस ने बताया- वैमनस्य फैलाने वाला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में का बा गाकर सुर्खियों में आईं लोक गीत गायिका नेहा सिंह राठौर को कानपुर देहात पुलिस ने नोटिस जारी किया है। नेहा ने कानपुर देहात कांड में मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत के बाद यूपी में का बा सीजन-2 गाना गाया था। इसमें उन्होंने घटना का जिक्र करते हुए सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा था। नेहा को नोटिस कानपुर देहात की अकबरपुर पुलिस ने भेजा है। मंगलवार को नेहा के दिल्ली के एड्रेस पर पुलिस ने उनको नोटिस थमाया। इस नोटिस में नेहा से 7 सवालों का जवाब 3 दिन के भीतर मांगा गया है। नेहा ने यूपी पुलिस की कार्रवाई का वीडियो भी जारी किया है। इसमें वो नोटिस पर साइन करते दिख रही हैं। नेहा पुलिस वालों से कहती हैं कि कौन इतना परेशान करवा रहा है आप लोगों को..। इस पर पुलिस वाले कहते हैं कि हमें कौन परेशान करवाएगा।
नेहा सिंह राठौर ने चार दिन पहले यूपी में का बा सीजन टू गीत सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। नेहा को यह नोटिस कानपुर देहात के अकबरपुर थाना की ओर से दी गई है। नोटिस के सबसे ऊपर लिखा है – नोटिस अंतर्गत धारा 160 सीआरपीसी। नोटिस में नेहा सिंह राठौर से सात सवाल किए गए हैं।
‘ट्रिकी सवाल हैं, कानूनी सलाह लेकर दूंगी जवाब’
नेहा ने नोटिस पर कहा, वे कानूनी सलाह लेकर ही इन सवालों के जवाब देंगी। पुलिस की तरफ से पूछे गए सातों सवाल काफी ट्रिकी हैं। उनका जवाब हां या ना में देना मुश्किल है। इस वजह से लीगल प्रोसेस फॉलो करके ही जवाब देंगी।
यूपी में चुनाव का इंतजार बा, अगली बार भाजपा बाहर बा: अखिलेश यादव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रसिद्ध लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के गीत यूपी में का बा… को लेकर जारी की गई पुलिस द्वारा नोटिस को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसी अंदाज में योगी सरकार पर हमला बोला। पूर्व सीएम ने नेहा के गीतों क ो आधार बनाकर ट्वीट करते हुए लिखा है कि अगले चुनाव का इंतज़ार बा,यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट कर प्रदेश की योगी सरकार पर तंज कसा है। ट्वीट की लाइनें प्रसिद्ध लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के गीत यूपी में का बा … से मिलती जुलती रखी गई हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि यूपी में का बा-यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा,यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा,यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा,यूपी में कारोबार का बंटाधार बा,यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा,यूपी में बिन काम के बस प्रचार बा,यूपी में अगले चुनाव का इंतज़ार बा,यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा,यूपी में का बा,यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा,यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा,यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा,यूपी में कारोबार का बंटाधार बा,यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा,यूपी में बिन काम के बस प्रचार बा,यूपी में अगले चुनाव का इंतज़ार बा,यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा।
उत्सव मना लडक़ी : कुमार विश्वास
कुमार विश्वास ने ट्विटर पर लिखा कि उत्सव मना लडक़ी। जब किसी जनकवि के गीत गाने भर से पुलिस-प्रशासन-सरकार विचलित होने लगें तो समझो सरस्वती तुम्हारे कंठ में सही शब्द उतार रही हैं। आज़म साहब की भैंस ढूंढने में जुटती रही महान पुलिस आज तुझ तक पहुँची है। आरती उतारो दारोग़ा जी की हमने भी पंजाब वालों को लस्सी पिलाई थी।
शेरवानी में सदन पहुंचे अखिलेश, लिखा-हुजूर आज का ‘बजट’ शेरवानी में
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बजट के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के कई विधायक एक अलग रंग की वेशभूषा में नजर आए। पूर्व मंत्री आजम खां के समर्थन में आज सपा विधायक सदन में शेरवानी पहनकर पहुंचे। अखिलेश यादव खुद शेरवानी पहनकर आए। दरअसल, सपा सदन के अंदर आजम खां के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए ऐसा किया है।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के ट्विटर अकाउंट से लिखा कि हुज़ूर आज का ‘बजट’ शेरवानी में, बड़ी-बड़ी उम्मीदों की मेज़बानी में। एक विधायक ने कहा आज का ड्रेस कोड पार्टी ने तय किया है।
भाजपा को क्षत्रियों से नफरत: सुलखान सिंह
ईडब्ल्यूएस आरक्षण पर भी पूर्व डीजीपी ने उठाया सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और रिटायर्ड आईपीएस अफसर सुलखान सिंह की एक फेसबुक पोस्ट से हंगामा मच गया है। बुधवार सुबह की गई पोस्ट में सुलखान ने भारतीय जनता पार्टी को क्षत्रियों से नफरत करने वाली पार्टी करार दिया। साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।
भाजपा की क्षत्रियों से नफरत और गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण शीर्षक से लिखी गई पोस्ट में सुलखान सिंह ने लिखा, काफी पहले मैंने गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण का विरोध किया था। मैंने स्पष्ट लिखा था कि एक चाल है कुछ लोगों द्वारा बचे खुचे पचास प्रतिशत पदों को हड़पने का षड्यंत्र है। गरीबी का पैमाना ऐसे बनाया जाएगा कि ईडब्ल्यूएस का प्रमाण पत्र कुछ वर्ग के लोग ही ले जाएंगे।
ईडब्ल्यूएस के लिए आठ लाख सालाना आय रखी गई है। लेकिन यदि किसी के पास पांच एकड़ या अधिक कृषि भूमि है तो वह ईडब्ल्यूएस के दायरे से बाहर हो जाएगा, भले ही उसकी आय कुछ भी हो। ई भी व्यक्ति यह समझ सकता है कि पांच एकड़ जमीन से आठ लाख तो दूर, चार लाख भी नहीं सकता है। यह शासनादेश भारत सरकार द्वारा जानबूझकर खेतीबाड़ी में लगे सवर्णों को आरक्षण श्रेणी से बाहर रखने के लिए जारी किया गया है। खेतीबाड़ी ही जिनकी आजीविका है और जो पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में नहीं आते हैं, वे हैं क्षत्रिय। अनारक्षित सवर्णों में क्षत्रिय ही ऐसे हैं जो अधिकांश खेतीबाड़ी पर निर्भर हैं। पांच एकड़ की यह सीमा जानबूझकर क्षत्रियों को बाहर करने के लिए की गई है। भाजपा सरकार क्षत्रिय विरोधी है, क्षत्रियों से नफरत करती है।
कभी भी कांप सकता है हिमालय क्षेत्र
वैज्ञानिक का दावा- भूकंप से होगी भारी तबाही, प्लेट्स में लगातार हो रहा विचलन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। नेशनल जियो फिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक ने दावा किया है कि हिमालय क्षेत्र में जल्द ही बड़ा भूकंप आ सकता है। उन्होंने कहा कि भूकंप की तीव्रता काफी हो सकती है जो क्षेत्र में भारी तबाही ला सकता है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि संरचनाओं को मजबूत करके जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता है। एएनआई की खबर के अनुसार, हैदराबाद स्थित एनजीआरआई के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. पूर्णचंद्र राव का कहना है कि धरती की परत कई प्लेट्स से मिलकर बनी है और इन प्लेट्स में लगातार विचलन होता रहता है। भारतीय प्लेट्स हर साल पांच सेंटीमीटर तक खिसक गई हैं और इसकी वजह से हिमालय क्षेत्र में काफी तनाव बढ़ गया है। इसी के चलते हिमालय क्षेत्र में भारी भूकंप आ सकता है।
डॉ. पूर्णचंद्र राव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, नेपाल के पश्चिमी हिस्से और उत्तराखंड में भूकंप आ सकता है। डॉ. राव ने कहा कि रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 8 रह सकती है। डॉ. राव ने कहा कि तुर्किये में आए भूकंप में इतनी भारी संख्या में लोगों की मौत की वजह औसत निर्माण रहा। उन्होंने कहा कि हम भूकंपों को नहीं रोक सकते लेकिन सरकार की गाइडलाइन का पालन करके मजबूत इमारतों के निर्माण किए जाने चाहिए।
भूकंप को लेकर संवेदनशील रहा है हिमालय क्षेत्र
बता दें कि हिमालय क्षेत्र भूकंप को लेकर संवेदनशील रहा है। हाल के दिनों में इस इलाके में कई छोटे-छोटे भूकंप आए हैं जो यह संकेत दे रहे हैं कि इस इलाके में जमीन के भीतर कई ऐसी चीजें हो रही हैं, जो भविष्य में किसी बड़े भूकंप का कारण बन सकती हैं। वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के प्रमुख वैज्ञानिक अजय पॉल ने बताया है कि भारतीय और यूरेशियन प्लेट्स के टकराने से हिमालय क्षेत्र अस्तित्व में आया। उनका कहना है कि यूरेशियन प्लेट के भारतीय प्लेट पर पड़ रहे दबाव से भारी ऊर्जा इस इलाके में पैदा होती है और वही ऊर्जा भूकंप के जरिए जमीन से निकलती है।