यूपी में अब सड़कों पर नहीं खड़ी कर सकते कार, देनी होगी फीस, जानिए क्या है नई पार्किंग पॉलिसी
उत्तर-प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रात को सड़कों पर मुफ्त में गाड़ियां पार्क करने वालों से शुल्क वसूली की तैयारी की जा रही है...
4PM न्यूज नेटवर्क: उत्तर-प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रात को सड़कों पर मुफ्त में गाड़ियां पार्क करने वालों से शुल्क वसूली की तैयारी की जा रही है। नगर विकास विभाग रात को भी पार्किंग की व्यवस्था लागू करने जा रहा है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब शुक्रवार (27 सितम्बर) से गाड़ी खड़ी करने पर शुल्क देना पड़ेगा। नगर विकास विभाग की योजना के मुताबिक अगर कोई शख्स पब्लिक प्लेस (नगर निगम के अधिकार क्षेत्र) पर रात में गाड़ी खड़ी करता है तो उससे पार्किंग फीस ली जाएगी।
आपको बता दें कि यह फीस 100 रुपये प्रति रात, हफ्ते भर के लिए 300 रुपये, महीने के लिए 1 हजार रुपये और साल के लिए 10 हजार रुपये होगी। ऐसे में एक बात ध्यान देने वाली ये है कि अगर कोई शख्स बिना परमिट के गाड़ी खड़ी करता है तो उससे तीन गुना शुल्क वसूला जाएगा। अभी इस प्रस्ताव को लेकर संबंधित विभाग से सुझाव, आपत्ति और निस्तारण की पूरी जानकारी मांगी गई है। नगर निगम से अनुमति लेने के बाद ही ठेकेदार की ओर से रेलवे स्टेशन, कॉलेज, अस्पताल, ऑफिस, बस स्टैंड, हॉस्टल आदि जगहों के पास पार्किंग से फीस ली जाएगी। इसके साथ ही मल्टी लेवल कार पार्किंग की सुविधा भी मिलने वाली है।
नगर निगम रात्रिकालीन पार्किंग
11 से सुबह 6 बजे तक होगी। नगर विकास विभाग का मानना है कि नई पार्किंग नीति से निकायों की इनकम बढ़ेगी। नगर निगमों यानी बड़े शहरों में पार्किंग ठेकों में बड़ी कंपनियां भी अपना टेंडर डाल सकेंगी। इसके साथ ही 10 लाख से कम आबादी वाले शहर में टू-व्हीलर्स के लिए 600 रुपये और फॉर-व्हीलर्स का 1200 रुपये का पास बनेगा। इसके अलावा 2 घंटे के लिए टू-व्हीलर और फॉर-व्हीलर का रेट 10 और 20 रुपये होगा।
महत्वपूर्ण बिंदु
- 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर में दो पहिया 855 और चार पहिया के लिए 1800 रुपये का मासिक पास बनेगा।
- 10 लाख से कम आबादी वाले शहर में दो पहिया के लिए 600 रुपये और चार पहिया का 1200 रुपए का मासिक पास बनेगा।