दूसरे चरण में कम वोटिंग के लिए केंद्र जिम्मेदार: अब्दुल्ला

  • बोले- श्रीनगर के लोग नहीं चाहते कोई उनका इस्तेमाल करे
  • जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण में 56 फीसदी से अधिक हुआ है मतदान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में दूसरे फेज के मतदान में कम वोटिंग को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज की वोटिंग के दौरान श्रीनगर जिले में कम मतदान शायद केंद्र शासित प्रदेश में सामान्य स्थिति दिखाने की कोशिश कर रहे केंद्र के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया थी।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता की ये टिप्पणी 25 सितंबर को हुए दूसरे चरण के मतदान के बाद आई, जिसमें 56 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जबकि 18 सितंबर को हुए पहले चरण में अनुमानित 61.38 फीसदी वोटिंग हुई थी। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो, मैं अधिक मतदान की उम्मीद कर रहा था क्योंकि कोई बहिष्कार का आह्वान नहीं था। मतदाताओं को कोई धमकी या भय नहीं था। मुझे लगता है कि इसके लिए केंद्र भी जिम्मेदार है। उन्होंने उच्च मतदान प्रतिशत को सामान्य स्थिति के संकेत के रूप में ऐसे पेश करने की कोशिश की मानो लोगों ने अनुच्छेद 370 के रद्द करने को स्वीकार कर लिया हो।

विदेशी राजनयिकों को आमंत्रित करना गलती

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा कि शायद यह श्रीनगर की प्रतिक्रिया थी क्योंकि श्रीनगर के लोग गलत संकेत नहीं भेजना चाहते हैं। केंद्र ने कश्मीर में मतदान का निरीक्षण करने के लिए विदेशी राजनयिकों को आमंत्रित करके एक और गलती की। शायद वे श्रीनगर में अधिक मतदान को बड़े बदलाव के संकेत के रूप में प्रदर्शित करना चाहते थे। उन्होंने आगे कहा कि श्रीनगर के लोग नहीं चाहते थे कि उनका इस तरह इस्तेमाल किया जाए, इसलिए उन्होंने कम संख्या में वोट किया। हालांकि, मैं उन लोगों का आभारी हूं जो वोट देने आए, चाहे उन्होंने किसी को भी वोट दिया हो।

जहां एनसी नहीं वहां कांग्रेस को करें वोट

उमर अब्दुल्ला अब 1 अक्टूबर को तीसरे चरण के मतदान वाले क्षेत्रों में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा ने पिछले चुनावों में उत्साहपूर्वक मतदान में भाग लिया। मुझे उम्मीद है कि वे इस बार भी ऐसा ही करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां भी एनसी ने उम्मीदवार नहीं उतारा है, वहां लोगों को कांग्रेस को वोट देना चाहिए।

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