Primary Teacher : सुप्रीम कोर्ट का आदेश, शिक्षकों के लिए आवश्यक ब्रिज कोर्स

शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने कहा, "हमारा उद्देश्‍य है कि सभी शिक्षक अपनी क्षमताओं को और अधिक विकसित करें ताकि वे छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें।"

4पीएम न्यूज नेटवर्कःशिक्षा विभाग ने प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों के लिए ब्रिज कोर्स की अनिवार्यता की घोषणा की है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह कदम शिक्षकों की कार्यकुशलता में सुधार करने एवं उन्हें आधुनिक शिक्षण विधियों से परिचित कराने के उद्देश्य से उठाया गया है। ब्रिज कोर्स में शिक्षकों को नई पाठ्यक्रम विधियों, डिजिटल उपकरणों का उपयोग, और विद्यार्थियों के साथ प्रभावी संवाद स्थापित करने की तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कोर्स सभी मौजूदा शिक्षकों के लिए अनिवार्य होगा और इसे पूर्ण करने के बाद ही शिक्षक अपने पाठ्यक्रम में आगे बढ़ सकेंगे। शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “हमारा उद्देश्‍य है कि सभी शिक्षक अपनी क्षमताओं को और अधिक विकसित करें ताकि वे छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें।”

सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के अनुसार, उन शिक्षकों के लिए जो बीएड की डिग्री के धारक हैं और जिनकी नौकरी कोर्ट के आदेशों से प्रभावित हुई थी, एक अनिवार्य छह महीने का ब्रिज कोर्स करना आवश्यक होगा। सुप्रीम कोर्ट ने 7 अगस्त, 2024 को इस संबंध में अन्य आदेश जारी किए हैं। सभी शिक्षकों को, जिनकी नियुक्ति 11 अगस्त, 2023 के पूर्व हुई थी, इस प्रशिक्षण में भाग लेना आवश्यक होगा।इस ब्रिज कोर्स का उद्देश्य शिक्षकों को आवधिक प्रशिक्षण प्रदान करना और उनकी पेशेवर क्षमता को बढ़ाना है, ताकि वे शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें।

राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद यानी एनसीटीई की सदस्य सचिव अभिलाषा झा मिश्रा ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना में शिक्षकों के लिए कुछ नई शर्तें निर्धारित की गई हैं। इस अधिसूचना के अनुसार, उन शिक्षकों को ये लाभ नहीं मिलेगा जिन्होंने केवल आवेदन किया था या जिनका चयन हुआ था, लेकिन वे वर्तमान में नौकरी नहीं कर रहे हैं। यह निर्णय उन शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण है जो विभिन्न कारणों से नौकरी से अनुपस्थित हैं। इसके साथ ही, राज्य अदालतों में जिन मामलों की सुनवाई चल रही है,
वे सभी निरस्त कर दिए जाएंगे। इससे प्रभावित शिक्षकों को अब ब्रिज कोर्स करने की आवश्यकता होगी। यह कोर्स उनके लिए शिक्षा और प्रशिक्षण के नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। यह कदम शिक्षकों की योग्यता को बढ़ाने और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। एनसीटीई ने इस निर्णय के माध्यम से शिक्षकों के लिए एक नई दिशा निर्धारित की है।

आपको बता दें,कि यह कोर्स नए सत्र से छात्रों को इसलिए करवाया जाएगा जिससे पुराने करिकुलम के बाद नए की पढ़ाई करने में छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। एनसीईआरटी ने स्कूलों को सलाह दी है कि वह पांचवीं और आठवीं कक्षा में दाखिला लेने वाले छात्रों को खेल-कूद और गतिविधि आधारित शिक्षा में शामिल करने के लिए एक रणनीति तैयार करें।

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