आउटसोर्सिंग एजेंसी बना एनटीए: जयराम

  • टीएमसी सांसद के लेटर पर रमेश ने किया रिएक्ट
  • कांग्रेस ने एनटीए चीफ पर उठाए सवाल
  • कहा- मप्र में अध्यक्ष रहते संदिग्ध रहा इनका रिकॉर्ड

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नीट पेपर लीक केस पर जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) और इसके चीफ पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि ऐसा लगता है एनटीए का एकमात्र काम आउटसोर्सिंग करना है। इसके अध्यक्ष का मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रमुख के रूप में बेहद संदिग्ध रिकॉर्ड था। जयराम रमेश ने टीएमसी की राज्यसभा सांसद सागरिका घोष के एक ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए ये टिप्पणी की।
जयराम रमेश ने ये टिप्पणी ऐसे समय में की है जब बीते मई महीने में ही एनटीए चेयरमैन की जिम्मेदारी प्रदीप सिंह खरोला को सौंपी गई थी। टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने एक्स पर लेटर शेयर किया है। इसमें उन्होंने बताया कि मैंने शिक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को एक पत्र लिखा है। इसमें मैंने कुछ सवाल उठाए हैं। मैंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से पूछा है कि आखिर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए), जो नीट सहित 17 प्रमुख परीक्षाएं आयोजित करती है, इसकी वेबसाइट अपने बारे में इतनी कम जानकारी क्यों देती है?

देश में मुन्ना भाई जैसे डॉक्टर हो रहे तैयार : चड्ढा

नीट-यूजीसी 2024 परीक्षा में हुई गड़बडिय़ों को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में मोदी सरकार के घेरा। उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली से जुड़ी समस्याओं पर अपनी बात रखी। आप सांसद ने कहा,लाखों नीट अभ्यर्थी अनियमितताओं के कारण दुखी हैं। अगर ऐसी घटनाएं जारी रहीं तो हमें मुन्ना भाई एमबीबीएस जैसे डॉक्टर देखने को मिलेंगे। सरकार को नीट पेपर लीक की जांच करनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों को दंडित करना चाहिए। राघव चड्ढा ने आगे कहा,बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था का संकट हमारे देश को प्रभावित कर रहा है। यह व्यवस्था कभी हमारे देश का गौरव हुआ करती थी, लेकिन आज यह एक युद्ध का मैदान बन गई है, जहां हमारे बच्चे ज्ञान या अधिकार के लिए नहीं, बल्कि अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ रहे हैं। आप सांसद ने कहा कि बहुत कम उम्र से ही हमारे छात्रों को कभी न खत्म होने वाली दौड़ में धकेल दिया जाता है और कुछ नया सीखने की इच्छा एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करने के दबाव से नीचे दब जाती है, क्योंकि बच्चों में सीखने की जिज्ञासा को फलने-फूलने देने की जगह हमारी शिक्षा प्रणाली उन्हें ये सिखा रही है कि उनकी योग्यता सिर्फ उनके द्वारा प्राप्त नंबरों, ग्रेड्स या रैंकों से ही मापी जाएगी।

एनटीए प्रमुख हैं प्रदीप सिंह खरोला

प्रदीप सिंह खरोला नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के नए चेयरमैन हैं। नीट पेपर लीक, यूजीसी नेट पेपर लीक मामले पर घमासान के बाद तत्कालीन एनटीए चीफ सुबोध कुमार जून महीने में हटा दिया गया था। उनकी जगह पर एनटीए का चेयरमैन प्रदीप सिंह खरोला की दी गई। खरोला कर्नाटक कैडर से 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 1961 में उनका जन्म हुआ। खरोला नागरिक उड्ययन मंत्रालय के सेक्रेटरी और उससे पहले पर्यटन मंत्रालय के निदेशक भी रह चुके हैं। वो छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग और मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग के भी अध्यक्ष रहे। आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।

सागरिका घोष ने धर्मेंद्र प्रधान को लिखा पत्र

सागरिका घोष ने शिक्षा मंत्रालय को लिखे पत्र में ये भी पूछा कि आखिर बोर्ड के सभी सदस्य कौन हैं? अधिकारी कौन हैं? एनटीए की वार्षिक रिपोर्ट कहां हैं? ऐसे कई सवाल पूछे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य की परीक्षाओं के लिए जनता का विश्वास जीतने के लिए एनटीए को अपनी वेबसाइट पर अपने बारे में अधिक जानकारी देनी चाहिए।

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