आम आदमी को फिर लगा झटका लगातार छठी बार बढ़ा रेपो रेट

मई 2022 से अब तक कुल 2.50 फीसदी तक की हो चुकी है बढ़ोत्तरी

.25 प्रतिशत रेपो रेट बढ़ाने का लिया गया फैसला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सरकार और वित्त मंत्री भले ही सब कुछ ठीक होने की बात कह रहे हों, मगर आम आदमी पर महंगाई का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच आज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आम आदमी को एक और बड़ा झटका दिया है। आरबीआई ने एक बार फिर रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट या यूं कहें कि 0.25 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर मध्यम वर्ग को फिर तगड़ा झटका दिया है। बता दें कि मई 2022 से अब तक ये लगातार छठी बार है, जब आरबीआई ने रेपो रेट में इजाफा किया हो। इस अवधि में कुल 2.50 फीसदी तक बढ़ चुका है। नई बढ़ोत्तरी के साथ अब रेपो रेट 6.50 फीसदी पर पहुंच गया है। इसके बढऩे के साथ ही सभी तरह के होम, ऑटो, पर्सनल सब प्रकार के लोन भी महंगे हो गए हैं। इसका मतलब है कि अब लोगों को इन लोन पर अधिक ईएमआई भी भरनी पड़ेगी।
रेपो रेट में बढ़ोत्तरी को लेकर आरबीआई एमपीसी की बैठक 6 फरवरी को शुरू हुई थी। जिसके बाद आज 8 फरवरी को रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने नए रेपो रेट का ऐलान किया। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि बैठक में मौजूद 6 सदस्यों में से चार ने रेपो रेट में इजाफे का समर्थन किया है। जिसके बाद रेपो रेट में ये बढ़ोत्तरी की गई है। बता दें कि कोरोनाकाल में रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर था, लेकिन इसके बाद देश में उच्च स्तर पर पहुंची महंगाई को काबू में करने के लिए मई 2022 से अब तक आरबीआई ने एक के बाद एक लगातार छठी बार रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया है।
बीते साल मई में रेपो रेट में .40 प्रतिशत, जून में .50 प्रतिशत, अगस्त में .50 प्रतिशत, सितंबर में .50 प्रतिशत और दिसंबर में .35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। वहीं इस साल भी 2023 की पहली एमपीसी बैठक के बाद एक बार फिर से रेपो रेट को .25 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया गया है।

रेपो रेट बढऩे से कैसे बढ़ती है ईएमआई

आरबीआई द्वारा तय किया गया रेपो रेट सीधे तौर पर बैंक लोन को प्रभावित करता है। इसमें कमी आने पर लोन सस्ता हो जाता है और इसमें इजाफा होने के बाद बैंक भी अपना कर्ज महंगा कर देते हैं। इसका असर होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन सभी तरह का लोन पर पड़ता है। इसी क्रम में ईएमआई में भी इजाफा देखने को मिलता है।

 

’मानस‘ विवाद पर संघमित्रा को भूपेंद्र चौधरी की चेतावनी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। रामचरित मानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य की विवादित टिप्पणी की आंच अब उनकी बेटी संघमित्रा तक भी पहुंच रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने विवादित टिप्पणी पर पिता का समर्थन करने वाली संघमित्रा को साफ कह दिया है कि अब उन्हें तय करना होगा कि भविष्य में वह किसके साथ खड़ी होंगी। चौधरी ने कहा कि संघमित्रा बीजेपी की सांसद हैं और 2019 में जनता ने उन्हें सांसद चुना है, हमारी पार्टी का हिस्सा हैं लेकिन अब आगे उन्हें तय करना है कि आगे उनकी लाइन क्या होगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दिनों जब स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी विवादित टिप्पणी के कारण चौतरफा घिरे थे तो उनकी बेटी और भाजपा सांसद संघ मित्रा ने पिता का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि पिता को पूरे ग्रंथ से नहीं बल्कि कुछ चौपाइंयों पर एतराज है, क्योंकि उन्होंने इसका अध्यन किया है। उन्होंने कहा था कि पिता स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी पर विचार किया जाना चाहिए न कि विवाद खड़ा करना चाहिए।
संघमित्रा ने अपने बयान में कहा था कि यदि किसी को इस लाइन पर संदेह है तो उस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि यह विषय विवाद या मीडिया में बैठकर बहस का नहीं बल्कि इस पर विद्वानों को विचार करना चाहिए। ताकि यह साफ हो सके कि चौपाई का वास्तविक अर्थ क्या है। हालांकि बाद में वह इस विवाद पर किनारा करती नजर आईं थी।
बता दें कि स्वामी मौर्य ने पिछले दिनों रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए इसे प्रतिबंधित करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि जो भी विवादित अंश इस ग्रंथ में संकलित हैं, उन्हें निकाला जाना चाहिए। तुलसीदास रचित श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई- ‘ढोल-गंवार शूद्र पशु नारी, सकल ताडऩा के अधिकारी’ का जिक्र करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि इस तरह की पुस्तक को जब्त किया जाना चाहिए। महिलाएं सभी वर्ग की हैं, क्या उनकी भावनाएं आहत नहीं हो रहीं हैं।

 

प्रोटेस्ट कर रहीं महबूबा मुफ्ती ली गईं हिरासत में

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती को बुधवार को बोट क्लब के पास से हिरासत में ले लिया गया। महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर में जारी अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ संसद भवन के पास प्रदर्शन कर रही थीं। बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में चल रहे बुलडोजर की तुलना अफगानिस्तान से की थी।
पीपुल्स डेमोक्रेेेटिक पार्टी चीफ महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर भारतीय जनता पार्टी सरकार की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से की। उन्होंने यह भी कहा कि फिलिस्तीन कश्मीर से बेहतर है।
सोमवार को महबूबा मुफ्ती ने कहा था, बीजेपी ने देश के संविधान को ध्वस्त करने के लिए अपने क्रूर बहुमत को हथियार बना लिया है, उन्होंने असहमति और न्यायपालिका की आवाज को कुचलने के लिए मीडिया को भी हथियार बना लिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर को बीजेपी ने अफगानिस्तान में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत गरीबों और हाशिए पर रहने वाले लोगों के घरों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल कर रही है।

केंद्र ने जबरदस्ती रोके फाइजर के कोविड-19 के टीके: केसीआर

तेलंगाना के सीएम ने कहा, मेक इन इंडिया बन गया है ‘जोक इन इंडिया’

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। अक्सर भाजपा सरकार पर हमलावर रहने वाले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। केसीआर ने इस बार कोविड-19 के टीके फाइजर को लेकर देश की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। चंद्रशेखर राव ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने फाइजर कंपनी के कोविड-19 टीकों के आयात को जबरदस्ती रोकने के लिए हर संभव कोशिश की, जबकि लोग इन टीकों को लेने के लिए तैयार थे।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने ये दावा किया कि कई अन्य मुख्यमंत्रियों के साथ मिलकर भारत में फाइजर के लिए पैरवी की थी, लेकिन मोदी सरकार ने भारत में फाइजर के टीकों को अनुमति नहीं दी।
उन्होंने कहा कि कंपनी को जबरन रोका गया। कई मुख्यमंत्रियों ने पीएमओ और नीति आयोग से भी बात की लेकिन सरकार ने कंपनी को अनुमति नहीं दी। केसीआर ने मेक इन इंडिया को लेकर कहा कि मेक इन इंडिया एक जोक इन इंडिया बन गया है।

जी-20 सम्मेलन

राजधानी लखनऊ में 13 से 15 फरवरी को जी-20 और जीआईएस शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। ऐसे में लखनऊ प्रशासन द्वारा शहर को सजाने का काम तेजी से चल रहा है, कई जगहों पर सजावट का काम अंतिम रूप ले चुका है।

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