नूपुर शर्मा की टिप्पणी से दुनिया भर में बवाल
खाड़ी देशों की नाराजगी से सरकार बैकफुट पर
- एक टीवी डिबेट में नुपूर ने की थी पैगंबर पर विवादित टिप्पणी, दबाव के कारण भाजपा को करनी पड़ी कार्रवाई
- कतर, कुवैत, ईरान और सऊदी अरब ने की आलोचना, ओआईसी ने भारत पर लगाया मुस्लिमों को निशाना बनाने का आरोप
- संयुक्त राष्ट और मानवाधिकार संगठनों से हस्तक्षेप की अपील, भारत के राजदूतों को किया तलब
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद दुनिया भर में बवाल मच गया है। 57 मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन और छह खाड़ी देशों के संगठन गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल ने इस मामले पर न केवल अपनी नाराजगी जाहिर की है बल्कि भारत पर मुस्लिमों को निशाना बनाए जाने का आरोप भी लगाया है। वहीं खाड़ी देशों की नाराजगी पर भारत सरकार बैकफुट पर है और भाजपा ने विवादित टिप्पणी पर अपने दो नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है। हालांकि इस कार्रवाई से खाड़ी देश संतुष्ट होते हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।
विवादित टिप्पणी पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी)ने भारत सरकार को घेरा है और संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से अपील की है कि भारत में मुसलमानों को निशाना बनाने के खिलाफ जरूरी कदम उठाए जाएं। ओआईसी ने कहा कि भारत में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। मुस्लिमों पर पाबंदी लगाई जा रही है। पैगंबर मोहम्मद के किसी भी तरह के अपमान के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहीं कतर, कुवैत और ईरान ने भारतीय राजदूतों को तलब कर विरोध जताया है। कतर-कुवैत ने भारत सरकार से इस बयान पर माफी की मांग की है। सऊदी अरब ने भी ऐतराज जताया है। सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल-सऊद ने कहा है कि पैगंबर मोहम्मद का ऐसा अपमान अस्वीकार है। एक बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब सभी धर्मों का सम्मान करता है। देश इस्लामी प्रतीकों या किसी भी धर्म के प्रतीकों के उल्लंघन को अस्वीकार करता है।
क्या है मामला
भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिसे लेकर मुस्लिम देश नाराज हैं। इस पूरे विवाद में नूपुर शर्मा को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। भाजपा की ओर से एक पत्र जारी कर कहा गया है कि इस तरह की टिप्पणी भाजपा के मूल विचार के विरोध में हैं।
क्या कहना है भारत सरकार का
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, भारत सरकार ओआईसी सचिवालय की तरफ से की गई अनुचित और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणियों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है। एक धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ लोगों द्वारा की गई थीं। वे किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। उन व्यक्तियों के खिलाफ संबंधित संस्थाएं पहले ही कड़ी कार्रवाई कर चुकी हैं। यह खेदजनक है कि ओआईसी सचिवालय ने एक बार फिर से प्रेरित, भ्रामक और शरारतपूर्ण टिप्पणी की है। यह केवल निहित स्वार्थों के इशारे पर अपनाए जा रहे विभाजनकारी एजेंडे को दिखाता है।
मामले ने पकड़ा तूल तो अर्थव्यवस्था को हो सकता है नुकसान
भारत और खाड़ी देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से रिश्ते काफी मजबूत रहे हैं। भारत अपनी जरूरत के ऑयल का बड़ा हिस्सा इन्हीं देशों से आयात करता है। विदेश मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, लगभग 76 लाख भारतीय मिडिल ईस्ट देशों में काम करते हैं। वे अपनी कमाई का एक हिस्सा यहां भेजते हैं। इससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि होती है। वहीं कोरोना की चोट से अभी तक भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी तरह उबर नहीं पाई है। ऐसे में अगर मामला ज्यादा तूल पकड़ता है तो इससे देश की आर्थिक सेहत को काफी नुकसान पहुंच सकता है। भारत अपनी जरूरत का कुल 52.7 फीसदी तेल इन्हीं देशों से आयात करता है।
सपा ने आजमगढ़ से धर्मेंद्र तो रामपुर से आसिम को चुनावी जंग में उतारा
- दो सीटों पर होना है लोक सभा उपचुनाव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा ने आजमगढ़ और रामपुर लोक सभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। आजमगढ़ से सपा ने धर्मेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि रामपुर सीट से आजम खां के करीबी आसिम रजा चुनाव लड़ेंगे। रामपुर से आसिम राजा और आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव ने नामांकन दाखिल कर दिया है।
सपा ने आजमगढ़ में एक बार फिर से परिवार पर ही भरोसा जताया है। सपा ने यहां उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। हालांकि यहां पहले डिंपल यादव के उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा थी लेकिन बसपा ने मुस्लिम उम्मीदवार के रूप में शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को टिकट दे दिया जिसके बाद अखिलेश यादव ने धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है। धर्मेंद्र यादव ने आजमगढ़ पहुंचकर नामांकन दाखिल किया। दूसरी ओर अब तक सपा से नाराज बताए जा रहे आजम खां ने ही रामपुर से उम्मीदवार के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनके पुराने साथी आसिम रजा चुनाव लडऩे जा रहे हैं। इस जीत से वह सबकी तकलीफों का हिसाब लेना चाहते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि आसिम हार गए तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी। आसिम रजा रामपुर का जाना माना नाम है। वह आजम खां के करीबी नेताओं में शामिल हैं और इस समय रामपुर शहर के सपा अध्यक्ष हैं। भाजपा पहले ही रामपुर लोक सभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर चुकी है। पार्टी ने सपा के ही पूर्व नेता घनश्याम लोधी को टिकट दिया है।
भाजपा से निरहुआ ने किया नामांकन
लखनऊ। आजमगढ़ में उपचुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन दिनेश लाल यादव निरहुआ ने नामांकन कर दिया है। उनके साथ प्रस्तावक के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता अरविंद जायसवाल, पूर्व विधायक वंदना सिंह और अखिलेश मिश्रा मौजूद रहे जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह पहले ही नामांकन स्थल पर पहुंच गए थे।
कांग्रेस ने किया किनारा
यूपी विधान सभा चुनाव में 403 सीट पर प्रत्याशी उतारने वाली कांग्रेस ने दो सीट पर होने जा रहे लोक सभा उपचुनाव में प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया है। यूपी कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष प्रभारी प्रशासन योगेश दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस रामपुर तथा आजमगढ़ के उप चुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी। विधान सभा चुनाव नतीजे देखकर यह जरूरी है कि कांग्रेस स्वयं का पुर्निर्माण करे जिससे 2024 के लोक सभा चुनाव में स्वयं को मजबूत विकल्प के रूप में पेश करे।