जम्मू कश्मीर में भाजपा का चुनाव कराने का साहस नहीं: उमर अब्दुल्ला  

जनता बीजेपी को सबक सिखाने के मूड में

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने दावा किया कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में कोई चुनाव नहीं कराना चाहती क्योंकि वह जानती है कि लोग उन्हें लोगों से करारी हार मिलनी है। उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। वे (भाजपा) चुनाव कराने के मूड में नहीं हैं क्योंकि वे जानते हैं कि लोग उनके साथ नहीं हैं। कश्मीर को छोड़िए, जम्मू में भी भाजपा को लोगों से समर्थन नहीं मिल पाएगा। इसलिए उनमें चुनाव कराने का साहस नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव कराने के पक्ष में भी नहीं दिखती है, जिसे सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में मुद्दा बनाया है। उन्होंने कहा, विधानसभा तो दूर की बात है, शायद वे स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव कराने के इच्छुक नहीं हैं, जिसके बारे में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बहुत बात की थी। हमारा मानना है कि एकमात्र चुनाव संसद का होगा। उन्हें इसे टालना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा वे कोई अन्य चुनाव कराने के मूड में नहीं दिख रहे हैं क्योंकि वे जानते है कि लोगों का मूड उन्हें (भाजपा को) मतदान में सबक सिखाने का है। अगर आप उनसे (सरकार) पूछें तो वे आपको बताएंगे कि जब हमने इसकी घोषणा ही नहीं की है तो चुनाव कैसे टाले जा सकते हैं। एक सवाल के जवाब में उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कुछ नौकरशाह हैं जो नहीं चाहते कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो।

भारत-कनाडा तनाव दुर्भाग्यपूर्ण

इस दौरान भारत-कनाडा तनाव पर भी उमर अब्दल्ला ने प्रतिक्रिया दी। उमर अब्दुल्ला ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते हैं…रिश्तों में तनाव अच्छा नहीं है। कनाडा ने जो भारत पर आरोप लगाए हैं। उन पर उन्हें सबूत देने चाहिए। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में भी यही कहा है। भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि अगर उनके पास छोटे से छोटा भी सबूत है तो हमें दिखाओ। फिलहाल भारत के साथ कोई सबूत साझा नहीं किया गया है। अगर ऐसा किया जाता है तो भारत को कार्रवाई करनी होगी, तो की जाएगी। लेकिन सबूत भारत के साथ साझा किए जाने चाहिए।

तीन अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दलों की बैठक बुलाई

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए 3 अक्टूबर को जम्मू में सभी विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाई है। पूर्व विधायक और सीपीआईएम नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने बताया कि 3 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में विपक्षी दलों के नेताओं की एक बैठक बुलाई गई है और इसकी अध्यक्षता डॉ. फारूक अब्दुल्ला करेंगे।

 

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