जाति जनगणना पर कांग्रेस में ही उठा विरोध, आनंद शर्मा ने लोकतंत्र के लिए बताया खतरा

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने जातिगत जनगणना के खिलाफ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा है। उन्होंने इसमें राहुल गांधी से अलग रुख अपनाते हुए कहा कि जाति के आधार पर जनगणना की मांग करना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत के खिलाफ है। आनंद शर्मा ने खरगे को लिखे लेटर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि जाति जनगणना की मांग करना लोकतंत्र के लिए नुकसानदायक है। इसकी वजह से पार्टी के राजनीतिक विरोधियों को कीचड़ उछालने का मौका मिल जाएगा।

शर्मा ने लेटर में इंदिरा गांधी के 1980 के नारे का जिक्र किया। नारा इस तरह से, “ना जात पर ना पात पर, मुहर लगेगी हाथ पर।” उन्होंने आगे कहा कि इसको देखते हुए साफ होता है कि जाति जनगणना की मांग करना हमारी पार्टी के विचारों से मेल नहीं खाता। शर्मा ने राजीव गांधी के एक बयान भी हवाला दिया। इसमें पूर्व पीएम कह रहे हैं कि हमारे देश में जातिवाद को स्थापित करने के लिए जाति को परिभाषित किया जाता है तो हमें समस्या है। अगर संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में जातिवाद को एक विषय बनाया जाएगा तो हमें समस्या होगी।

ऐसे में कांग्रेस खड़े होकर इस देश को विभाजित होते हुए नहीं देख सकती। दरअसल, आए दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी जातिगत जनगणना की मांग करते हुए केंद्र की मोदी सरकार को घेर रहे हैं। उन्होंने तो वादा भी किया है कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार आने पर पूरे देश में जातिगत जनगणना होगी।  पूरे मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।

Related Articles

Back to top button