विपक्ष ने चली सधी रणनीति, वोटिंग न कराके भाजपा को किया चित

  • सियासी उठापटक के बीच फिर लोकसभा अध्यक्ष चुने गए बिरला
  • भाजपा व सहयोगी दलों ने किया समर्थन
  • मोदी ने अध्यक्ष पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, राजनाथ सिंह ने किया अनुमोदन
  • मोदी, राहुल गांधी और रिजिजू ने दी बधाई
  • विपक्ष ने के. सुरेश को बनाया था उम्मीदवार
  • दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने वाले तीसरे व्यक्ति बने बिरला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। काफी सियासी उठापटक के बीच ओम बिरला एकबार फिर लोकसभा स्पीकर चुन लिए गए। उनके मनोनयन के बाद उन्हे पीएम मोदी व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बधाई दी। ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा स्पीकर चुने गए हैं। बिरला को ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा का नया स्पीकर चुना गया। वहीं विपक्ष की ओर से के .सुरेश उम्मीदवार बनाए गए थे। बिरला के स्पीकर बनने के बाद पीएम मोदी और नेता विपक्ष राहुल गांधी उन्हें आसन तक लेकर पहुंचे। उधर ध्वनिमत पर विपक्ष ने डिविजन की मांग नहीं की।
इस फैसले से इंडिया गठबंधन ने भाजपा को चित करते हुए उसे लाजवाब कर दिया। ओम बिरला के नाम पर विपक्ष का विरोध न करना मोदी सरकार के लिए भी किसी सरप्राइज से कम नहीं रहा। उम्मीद यही की जा रही थी कि विपक्ष वोटिंग की मांग करेगा और फिर पूरी प्रक्रिया के तहत मतदान होगा। लेकिन अचानक ट्विस्ट तब आया जब ध्वनिमत से बिरला को अध्यक्ष चुने जाने पर विपक्ष ने वोटिंग की मांग ही नहीं रखी और इसे मान लिया। पीएम मोदी ने दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने पर ओम बिरला को बधाई दी। कोटा से तीसरी बार के सांसद ओम बिरला ने दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष का बनकर इतिहास रच दिया है। लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने वाले वह तीसरे शख्स हैं। उनसे पहले बलराम जाखड़ 9 सालों तक स्पीकर रहे थे। अगर बिरला पूरे 5 सालों तक स्पीकर बने रहते है,तो यह एक रिकॉर्ड बनेगा। अब तक कोई भी 10 सालों तक स्पीकर नहीं रहा है।

बिरला के नाम दर्ज होगा रिकॉर्ड

पांचवीं बार ऐसा हो रहा है कि कोई अध्यक्ष एक लोकसभा से अधिक कार्यकाल तक इस पद पर आसीन रहेगा। कांग्रेस नेता बलराम जाखड़ एकमात्र ऐसे पीठासीन अधिकारी रहे, जिन्होंने सातवीं और आठवीं लोकसभा में दो कार्यकाल पूरे किए हैं। राजस्थान के कोटा से तीन बार के सांसद ओम बिरला राजस्थान में तीन बार विधायक भी रह चुके हैं। भाजयुमो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे। बतौर सांसद पहले कार्यकाल में 86 फीसदी उपस्थिति के साथ 671 प्रश्न और 163 बहसों में भागीदारी की थी। 2019 में दूसरी बार सांसद बनने पर लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया। बिरला के कार्यकाल में नए संसद भवन का निर्माण हुआ। तीन आपराधिक कानून, अनुच्छेद 370 को हटाने, नागरिकता संशोधन अधिनियम समेत कई ऐतिहासिक कानून भी पारित हुए। उन्होंने लोकसभा के 100 सांसदों के निलंबन व संसद की सुरक्षा पर कुछ कड़े फैसले लिए।

आने वाले पांच साल तक सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे नए स्पीकर : पीएम मोदी

ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमारा विश्वास है कि आप आने वाले पांच साल तक हम सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अध्यक्ष पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अनुमोदन किया। इस प्रस्ताव को प्रोटेम स्पीकर (कार्यवाहक अध्यक्ष) भर्तृहरि महताब ने सदन में मतदान के लिए रखा और इसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। इसके बाद कार्यवाहक अध्यक्ष महताब ने बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। पीएम मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू बिरला को अध्यक्षीय आसन तक लेकर गए. जब बिरला ने अध्यक्षीय आसन ग्रहण किया तो मोदी, राहुल गांधी और रीजीजू ने उन्हें बधाई और शुभकामना दी।

विपक्ष भी भारत की जनता की आवाज : राहुल गांधी

ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष बनने पर राहुल गांधी ने कहा, मुझे विश्वास है कि आप हमें बोलने देंगे। नये अध्यक्ष को उनके आसन तक पहुंचाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी ने एक दूसरे के साथ संक्षिप्त मित्रता भी साझा की और दोनों ने मुस्कुराते हुए हाथ मिलाया तथा ओम बिरला का स्वागत किया। ओम बिरला अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठते समय मुस्कुरा रहे थे। गांधी ने कहा कि पूरे विपक्ष और इंडिया गठबंधन की ओर से आपको बधाई। विपक्ष को बोलने का मौका देकर आप भारत के संविधान की रक्षा करने का अपना कर्तव्य निभाएंगे। गांधी ने कहा कि सरकार के पास राजनीतिक शक्ति हो सकती है, लेकिन विपक्ष भी लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है। ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष चुने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिरला को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि वे सांसदों का मार्गदर्शन करेंगे और लोगों की उम्मीदों को पूरा करने में सदन में बड़ी भूमिका निभाएंगे। द्विदलीय माहौल में मोदी, गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बिरला को उनके चुनाव के बाद संयुक्त रूप से अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाया। विपक्षी दलों द्वारा कांग्रेस सदस्य के सुरेश को इस पद के लिए चुने जाने के बाद सदन ने ध्वनिमत से बिरला को चुना।

राहुल ने जब मोदी से मिलाया हाथ, गूंज उठा पूरा सदन

राहुल गांधी सदन में मौजूद पीएम मोदी से हाथ मिलाते हुए नजर आए। सदन में इस नजारे ने सभी सांसदों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया। स्पीकर चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्पीकर ओम बिरला की सीट पर आए और उन्हें बधाई दी। ये परंपरा रही है कि सदन के नेता यानि प्रधानमंत्री और नेता विपक्ष, लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुने गए सांसद को उनकी सीट से लेकर अध्यक्ष की कुर्सी तक लेकर जाते हैं। सांसद ओम बिरला को जब अध्यक्ष चुना गया, तो इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और नेता विपक्ष राहुल गांधी उनकी सीट तक गए। इस दौरान पीएम मोदी और राहुल गांधी ने हाथ मिलाया। यह एक ऐतिहासिक पल था।

हर सदस्य को बराबरी का मौका और सम्मान मिले : अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ओम बिरला को स्पीकर बनने की बधाई दी। अखिलेश यादव ने कहा कि उम्मीद है कि आप हर सांसद को बराबरी का मौका देंगे। आप मुख्य न्यायाधीश की तरह बैठे हैं। उम्मीद है कि किसी की आवाज न दबाई जाएगी और न किसी के निष्कासन जैसी कार्रवाई होगी। जिस पद पर आप बैठे हैं, उससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं। मुझे उम्मीद है कि यह बिना भेदभाव के आगे बढ़ेगा। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, उम्मीद है कि सत्तापक्ष पर भी रहे। सदन में अखिलेश यादव ने स्पीकर की कुर्सी को लेकर भी चुटकी लेते नजर आए। उन्होंने कहा, मैं सदन में पहली बार आया हूं। मुझे लगा हमारे स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची होगी, क्योंकि मैं जिस सदन को छोड़कर आया हूं, मैं किससे कहूं कि यह कुर्सी और ऊंची हो जाए। अखिलेश यादव ने ओम बिरला को बधाई देते इशारों ही इशारों में कई कटाक्ष भी किए। सपा मुखिया ने नए स्पीकर से कहा कि हम आपके सभी न्यायोचित निर्णयों के साथ खड़े रहेंगे और उम्मीद करते हैं कि केवल विपक्ष को ही नियंत्रण में नहीं रखा जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष बिरला को बधाई देते अखिलेश यादव ने कहा, मैं आपकी पीठ के पीछे देख रहा हूं कि पत्थर तो सही लगे हैं, लेकिन कुछ दरार में मुझे सीमेंट अभी भी लगा दिखाई दे रहा है।अखिलेश ने कहा कि उम्मीद करते हैं कि आप के इशारे पर सदन चले इसका उल्टा न हो। आपके पास 5 साल का अनुभव है. अब आप दोबारा स्पीकर चुने गए हैं, मैं अपनी और अपने साथियों की तरफ से आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

चिराग पासवान जीतन राम मांझी ने किया समर्थन

पीएम मोदी के प्रस्ताव पर जदयू के ललन सिंह, अनुप्रिया पटेल, चिराग पासवान समेत एनडीए के सहयोगी दलों ने समर्थन किया। इसके अलावा बीजेपी के तमाम सांसदों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया।

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