ओवर पजेसिव नेचर बन सकता है रिश्ते में दूरी की वजह, जानें कैसे बदले ये आदत

अपना पार्टनर की हर एक्टिविटी पर ध्यान रखना या ओवर केयर का व्यवहार अक्सर प्यार और देखभाल की जगह ओवर पजेसिव बना सकता है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों प्यार में केयर करना जरूरी है, लेकिन जब ये केयर जरूरत से ज्यादा हो जाए तो वह ओवर पजेसिवनेस बन जाती है।

कई लोग अपने पार्टनर पर इतना अधिकार जताने लगते हैं कि उनकी हर बात पर टोकाटोकी करते हैं- जैसे किसी से बात करने से मना करना, कपड़ों को लेकर रोक-टोक करना या हर जगह जाने से पहले बताना जरूरी समझना। यह आदत शुरूआत में केयर लग सकती है, लेकिन आगे चलकर रिश्ते में दरार की वजह बन सकती है।

कई लोग अपने पार्टनर को लेकर ओवर पजेसिव होते हैं यानी कि वह अपने पति या अपनी पत्नी पर जरूरत से
ज्यादा हक जताना या उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश करना, जैसे कि किसी से बात या जाने से पहले उन्हें बताना
जरूरी है. इसके ओवर केयर भी कहा जा सकता है. लेकिन एक समय के बाद इससे रिश्ते में दरार आने लग सकती
है. क्योंकि हर व्यक्ति की अपनी एक पर्सनल लाइफ होती है, ऐसे में दूसरे पार्टनर अगर उसे हर बात को टोकता है
कि यह मत करो, उससे बात मत करो या ऐसे कपड़े मत पहनो तो इससे सामने वाला उसकी इस आदत से परेशान
हो सकता है.

अपना पार्टनर की हर एक्टिविटी पर ध्यान रखना या ओवर केयर का व्यवहार अक्सर प्यार और देखभाल की जगह ओवर पजेसिव बना सकता है. ऐसे में रिश्ते में एक दूसरे पर भरोसे में कमी, स्ट्रेस और झगड़े बढ़ सकते हैं. इसलिए आपको अपनी इस आदत को कम करना चाहिए. जिसमें ये टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं.

खुद से पूछें ये सवाल
खुद यब बात समझने का प्रयास करें कि ओवर पजेसिव व्यवहार अक्सर डर या पार्टनर पर विश्वास न होना का कारण है. आपको खुद से यह सवाल करना होगा कि क्या मुझे अपने पार्टनर पर भरोसा है? क्या मैं किसी पुराने एक्सपीरियंस की वजह से डर में जी रहा हूं?, न सवालों के जवाब ढूंढ़कर आप अपने व्यवहार की जड़ तक पहुंच सकते हैं. जब आप वजह जान जाएंगे, तो उस पर काम कर सकेंगे.

विश्वास बनाना और बनाए रखना
विश्वास हर रिश्ते की नींव होता है. ऐसे में अपने पार्टनर को खुलकर बात करने का मौका दें. अपने पूराने एक्पीरिएंट्स के बारे में बिना सोचे और बिना शक के उनकी बातों पर यकीन करना सीखें. छोटे-छोटे वादों पर भरोसा करना शुरू करें. विश्वास बनने में थोड़ा समय लगता है. किसी बात पर संदेह है, तो अपने पार्टनर से सीधा इसके बारे में बात करें.

हर इंसान की अपनी पर्सनल लाइफ होती है. इसका मतलब यह नहीं कि वो आपको कम प्यार करते हैं. अपने पार्टनर को स्पेस देना सीखें. हर समय कॉल या मैसेज करने से बचें. उन्हें उनके दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताने दें. इस बात को समझें कि प्यार किसी व्यक्ति को बांधना नहीं है, बल्कि उसमें आजादी भी होती है. जब आप स्पेस देते हैं, तो रिश्ते में भरोसा भी बनने लगेगा.

अगर आपको अपने किसी पार्टनर की बाद पर शक या फिर किसी चीज से परेशानी है, तो उनसे इस बारे में सीधे बात करें. लेकिन बिना उन पर आरोप लगाए. तुम हर बार मुझे इग्नोर करते हो की जगह पर आप पूछ सकते हैं कि आजकल तुम बहुत बिजी रहने लग गए हो कि हमारे लिए भी समय नहीं निकाल पा रहे हैं क्या हुआ सब ठीक है ना या कहीं कोई परेशानी तो नहीं है.

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