दूल्हे को समाज ने दी सजा, शादी के बदले मांग ली बकरा-मुर्गा की दावत!

गांव वालों को कहना है कि जब तक दामाद शादी का बकरा-मुर्गा भात नहीं खिलाएगा, तब तक वह इस शादी को नहीं मानेंगे.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक युवक ने महाराष्ट्र की एक युवती आदिवासी युवती से प्रेम विवाह करने के बाद एक अनोखी परंपरा के चलते मामला चर्चा का विषय बना गया है।

लव मैरिज करने पर हंगामे की कई खबरें आपने सुनी होंगी, लेकिन क्या कभी सुना है कि लव मैरिज करने पर सजा के रूप में एक-दो नहीं बल्कि 500 लोगों को खाना खिलाना पड़े. ऐसा मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर से सामने आया है, जहां महाराष्ट्र की एक युवती से छत्तीसगढ़ के एक युवक ने लव मैरिज की तो महाराष्ट्र के कांकेर के भूमकाम और आसपास 45 गांव के 500 लोग छत्तीसगढ़ पहुंच गए और डेरा डाल दिया. गांव वालों को कहना है कि जब तक दामाद शादी का बकरा-मुर्गा भात नहीं खिलाएगा, तब तक वह इस शादी को नहीं मानेंगे.

युवक छत्तीसगढ़ के ग्राम पंचायत विष्णुपुर का रहने वाला है, जिसकी पहचान 26 साल के प्रभास विश्वास के रूप में हुई है. उसने महाराष्ट्र के भूमकाम गांव की रहने वाली 25 साल की अलीसा पोटामी से साल 2022 में कोर्ट में शपथपत्र देकर लव मैरिज की थी, लेकिन अलीसा पोटामी नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी. इसलिए वह ससुराल न जाकर अपनी पढ़ाई पूरी करने लगी थी.

10 दिन पहले युवक के घर पहुंची युवती
अब जब अलीसा की पढ़ाई पूरी हुई तो वह 10 दिन पहले युवक के घर छत्तीसगढ़ के पीवी 101 विष्णुपुर पहुंच गई. जब बेटी घर नहीं गई तो उसके परिजन ने थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की जांच की और युवती से पूछताछ कर उसका बयान दर्ज किया. युवती ने बताया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से शादी की है. इसके बाद पुलिस युवती के बालिग होने के चलते मामले को खत्म कर वापस लौट गई.

45 गांव के 500 लोगों ने डाला डेरा
इसके बाद जब गांव वालों को युवती की शादी की बात पता चली तो वह युवती के परिजन के साथ विष्णुपुर पहुंच गए. करीब500 लोग युवक के गांव पहुंचे. लड़की आदिवासी समाज से ताल्लुक रखती है. ऐसे में आदिवासी समाज के 45 गांव के 500 लोगों ने विष्णुपुर में डेरा डाला. उनका कहना है कि उन्हें शादी से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन युवक को आदिवासी समाज की परंपरा को निभाना होगा.

आदिवासी समाज के लोगों ने कहा कि हमारी परंपरा के मुताबिक जब किसी दूसरे समाज का युवक उनके समाज की युवती से शादी करता है तो दामाद को आदिवासी समाज के लोगों को बकरा-मुगा और भात खिलाना पड़ता है. इसके साथ ही सजा के तौर पर और सामग्री भी देनी पड़ती है. प्रभास विश्वास ने अभी तक इस परंपरा को पूरा नहीं किया है, जिसके विरोध में वह दो दिन उसके गांव में डेरा डाले हुए हैं. आदिवासी समाज के लोग 2 लाख रूपये के सामान की मांग कर रहे हैं. वहीं युवक के परिजन 30 हजार रूपये देने की बात कर रहे हैं. गांव में चल रहे इस बवाल के चलते युवक-युवती को गांव से बाहर भेज दिया गया है.

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