सिंधु जल संधि पर बौखलाया पाकिस्तान, बिलावल भुट्टो ने भारत को दी युद्ध की धमकी
बिलावल भुट्टो ने कहा, भारत अगर सिंधु जल संधि को मानने से इनकार करता है तो पाकिस्तान सभी छह नदियों से पानी लेगा. पाकिस्तान सभी छह नदियों पर अपने देश कि जनता के लिए कब्जा कर लेगा.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी. इसके बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को रद्द करने का फैसला लिया था. इस समझौते के निलंबन के बाद अब इस पर पाकिस्तान पूरी तरह से बौखलाया हुआ है. बिलावल भुट्टो ने भारत को युद्ध की गीदड़भभकी दी है.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने भारत के खिलाफ एक बार फिर से ज़हर उगला है.बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने भारत को एक बार फिर से गीदड़भभकी दी है. बिलावल भुट्टो ने कहा, भारत अगर सिंधु जल संधि को मानने से इनकार करता है तो पाकिस्तान सभी छह नदियों से पानी लेगा. पाकिस्तान सभी छह नदियों पर अपने देश कि जनता के लिए कब्जा कर लेगा. इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत को युद्ध की भी धमकी दे डाली है. बिलावल भुट्टो ने आगे कहा, पाकिस्तान युद्ध से पीछे नहीं हटेगा.
हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कह दिया था कि सिंधु जल समझौते को कभी बहाल नहीं किया जाएगा. अमित शाह के इस बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसका विरोध जताया. बिलावल भुट्टो ने भारत को विकल्प देते हुए कहा कि भारत सिंधु जल संधि को चालू करे या फिर युद्ध कि लिए तैयार हो जाए. ऐसा पहली बार नहीं है जब बिलावल भुट्टो ज़रदारी की तरफ से ऐसा आक्रामक बयान आया हो. इससे पहले भी बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने सिंधु जल संधि को लेकर कहा था कि, “या तो उनका खून इसमें बहेगा या पानी बहेगा.”
गृह मंत्री के बयान पर तिलमिलाया पाकिस्तान
भारत ने UN में पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा था कि, “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते.” सिंधु जल संधि टूटने के पीछे भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. बिलावल भुट्टो ज़रदारी का ऐसा बयान ऐसे वक्त पर आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि को लेकर तनाव बना हुआ है. भारत ने हाल के वर्षों में इस संधि पर पुनर्विचार करने के संकेत दिए हैं. गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर पाकिस्तान तिलमिला गया है. जिसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर गृह मंत्री के बयान की आलोचना की. 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौता हुआ था.



