पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने तिरुपति प्रकरण को लेकर तोड़ी चुप्पी, कहा- देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का शुक्रवार (27 सितम्बर) को बड़ा बयान सामने आया है। इस बीच धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री वाराणसी में भगवान बाबा विश्वनाथ...
4PM न्यूज नेटवर्क: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का शुक्रवार (27 सितम्बर) को बड़ा बयान सामने आया है। इस बीच धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री वाराणसी में भगवान बाबा विश्वनाथ का दर्शन किए और उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान तिरुपति प्रकरण को लेकर देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य बताया। इसके अलावा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने माता कुष्मांडा का दर्शन और मणिकर्णिका का घाट का भ्रमण भी किया। उन्होंने कहा कि काशी हमारा प्राण है। हमारे दादा गुरुश्री ने यहीं पर देह त्याग किया था।
कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हम भगवान विश्वनाथ का दर्शन करने आए थे। तिरुपति में मिलावटी लड्डू के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि यह देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है। मठों और मंदिरों में जितने भी आचार्य हैं उनको अगर अपने मंदिरों के प्रसाद की शुद्धता का ध्यान रखना है तो हर मंदिर में एक अपनी गौशाला होनी चाहिए। हम भारत के हिंदुओं को जगाने के लिए गांव-गांव जाकर पिछड़े से पिछड़े लोगों को गले लगाएंगे। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों से भी की मुलाकात की।
साथ ही उन्होंने बताया कि मठों-मंदिरों में जितने भी आचार्य हैं उनको अगर अपने मंदिरों के प्रसाद की शुद्धता का ध्यान रखना है तो हर मंदिर में गौशाला होनी चाहिए। हम भारत के हिंदुओं को जगाने के लिए गांव-गांव जाकर पिछड़े से पिछड़े लोगों को गले लगाएंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यहां बाबा विश्वनाथ का भव्य दरबार है। यहां बस एक ही कमी है। काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में बिकने वाले मांस मदिरा की दुकानों को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाए तो काशी का क्या कहना।