बरेली में सामने आया पेंशन घोटाला, पति के जिंदा रहते विधवा पेंशन ले रही हैं 46 महिलाएं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली में पेंशन घोटाला सामने आया है। यहां 10 गांवों में रहने वाली 46 महिलाएं अपने पतियों के जिंदा होने के बावजूद विधवा पेंशन ले रही हैं। मामला प्रकाश में आने के बाद इन सभी महिलाओं को नोटिस जारी कर अब तक उतारी गई पेंशन राशि को सरकारी खजाने में जमा करने को कहा गया है। इसी के साथ जिला प्रशासन ने इन सभी महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी तैयारी शुरू कर दी है।
यही नहीं, बिना सत्यापन किए इन्हें इस योजना का पात्र बनाने वाले सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की भी पहचान कराई जा रही है। जानकारी के मुताबिक बरेली के वाला तहसील में 10 गांवों में रहने वाली 46 महिलाओं को चिन्हित किया गया है, जो विधवा पेंशन ले रही हैं। जबकि इन सभी महिलाओं के पति जिंदा हैं। इस धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए इन महिलाओं ने ना केवल आधार कार्ड में दर्ज पते में हेरफेर किया है, बल्कि कई और जगह नियमों का उल्लंघन कर पात्रता हासिल की है।
इस संबंध में कुछ ग्रामीणों की ओर से पिछले दिनों शिकायत आई थी। जिलाधिकारी की ओर से जब इन शिकायतों की जांच कराई गई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद डीएम के ही आदेश पर जिले में इस योजना से लाभांवित हो रही सभी महिलाओं का सत्यापन किया गया। इसमें पता चला कि कुल 10 गांवों में रहने वाली 46 महिलाओं को गलत तरीके से विधवा पेंशन जारी हो रहा है। इस खुलासे के बाद जिला प्रोबेशन विभाग ने पेंशन की अगली किश्त को रोक दी है।
डीएम ने अब जिला प्रोबेशन अधिकारी मोनिका राणा के नेतृत्व में कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि गांव गोठा खडुआ में ग्रामीणों ने शिकायत की थी। इस शिकायत की जांच में मामले की पुष्टि हुई है। इस संबंध में जिलाधिकारी शिवकांत द्विवेदी ने एसडीएम आंवला को आगे की कार्रवाई के लिए आदेश जारी किया है। जिले में ब्लाक स्तर पर बनी टीमें एक सप्ताह के अंदर सभी विधवा पेंशन धारक महिलाओं की जांच कर रिपोर्ट देंगी।
फिर इस रिपोर्ट के अधार पर डीएम की ओर से एक्शन लिया जाएगा। जिला प्रोबेशन अधिकारी के मुताबिक फिलहाल अब तक की जांच में सामने आई सभी महिलाओं की अगली किश्त रोक दी गई है। वहीं अब तक पेंशन के रूप में जो भी राशि उन्हें मिली है, उसकी रिकवरी के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है।