जनता कर रही है भाजपा को खारिज : पवार

  • बीआरएस भाजपा की एक बी टीम
  • कहा- सभी गैर-भाजपा दलों को बनाना होगा न्यूनतम साझा कार्यक्रम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि वह केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार का विकल्प प्रदान करने के लिए सभी विपक्षी दलों को न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर एकता बनाने के लिए राजी करेंगे। पवार ने यहां पत्रकारों से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ज्यादातर उन राज्यों में खारिज कर दिया गया है जहां वह शासन कर रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने सत्ता हथियाने के लिए चुनी हुई सरकारों को गिराया है।
एनसीपी प्रमुख ने कहा कि यदि लोगों ने राज्य स्तर पर भाजपा को खारिज कर दिया है, तो उनका (नागरिकों का) नजरिया राष्ट्रीय  स्तर पर अलग नहीं होगा। उन्होंने बताया कि 23 जून को बिहार के पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में वह अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा, सभी गैर-भाजपा दलों को एक साथ बैठने और न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर विपक्षी एकता बनाने के बारे में सोचने की जरूरत है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा भाजपा ने बड़े-बड़े आश्वासन दिये, लोगों की अपेक्षाएं बढ़ाईं, लेकिन कुछ नहीं किया। यह एक विकल्प प्रदान करने का समय है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के महाराष्ट्र में पैठ बनाने की बात करने पर पवार ने कहा कि कांग्रेस-एनसीप गठबंधन को 2019 के चुनावों में प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) की मौजूदगी के कारण हार का सामना करना पड़ा था। भले ही सभी दलों को किसी भी राज्य में अपना जनाधार बढ़ाने का अधिकार है, लेकिन यह देखना होगा कि क्या बीआरएस (भाजपा की) एक बी टीम है। ज्ञात हो कि राव ने बृहस्पतिवार को नागपुर में पार्टी का एक कार्यालय खोला था और कहा था कि बीआरएस महाराष्ट्र में अपने आधार का विस्तार करेगी ताकि आगामी चुनाव अपने दम पर लड़ सके।

समान विचारधारा वाले दलों से हाथ मिलाएगी कांग्रेस : पटोले

मुंबई। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए समान विचारधारा वाले सभी दल हाथ मिलाएं। पटोले ने कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा कि विपक्षी दलों के मतों के विभाजन को रोकने का लक्ष्य है। कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना (यूटीबी) का महा विकास आघाड़ी जल्द ही बैठक करेगा। सीटों के संयोजन को लेकर योग्यता ही पैमाना होगी। कांग्रेस चाहती है कि सभी गैर भाजपाई दल हाथ मिला लें। हमने इस पर चर्चा की कि हम इसे कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। किसानों का संकट, बेरोजगारी महंगाई और गरीबों का कल्याण साझा न्यूनतम कार्यक्रम का मूल होगा।

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