दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने की योजना तैयार
- अवनीश अवस्थी ने ली बैठक, इस बार सात देशों की होगी रामलीला
अयोध्या। दीपोत्सव की तैयारियों की समीक्षा करने मुख्यमंत्री के नवनियुक्त सलाहकार अवनीश अवस्थी व प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम अयोध्या पहुंचे। रामकथा संग्रहालय में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने का खाका खींचा। दीपोत्सव में भीड़ नियंत्रण को लेकर बेहतर प्लान का निर्देश दिया। साथ ही 28 सितंबर को लता मंगेशकर चौराहे के लोकार्पण की भी तैयारियां 24 तक हर हाल में पूरा करने को कहा। मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने कहा कि दीपोत्सव क्षेत्र राम की पैड़ी आदि में जो भी विद्युत तार ढीले हैं व खम्भे आदि जर्जर हैं। उसे बदला जाय। पेंटिंग का कार्य पूर्ण किया जाए व वहां स्थित हनुमान जी की मूर्ति का सौंदर्यीकरण किया जाए। दीपोत्सव क्षेत्र में जहां भी साइन बोर्ड या पेंटिंग आदि की आवश्यकता हो उसे पूरा करने को कहा। बताया कि लता मंगेशकर चौराहे के लोकार्पण के अवसर पर स्वर कोकिला लता मंगेशकर से संबंधित प्रदर्शनी, लघु फिल्म का भी प्रदर्शन होगा। इसकी भी तैयारियां संस्कृति एवं पर्यटन के अधिकारी पूरी करें। कार्य स्थल पर पर्याप्त संख्या में बैठने हेतु पंडाल, कुर्सी आदि लगाने को निर्देशित किया। दोनों अफसरों ने रामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाई। दीपोत्सव में इस बार सात देशों की रामलीला होगी। इसका फाइनल प्रारूप तैयार किया जा चुका है। अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी रामतीरथ ने बताया कि दीपोत्सव में फिजी, वियतनाम, रूस, इंडोनेशिया, श्रीलंका, त्रिनिडाड व थाईलैंड के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे।
दीपोत्सव में शामिल होंगे कोरिया सहित कई देशों के राजदूत
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने कहा कि कोविड के चलते दीपोत्सव में भीड़ की अनुमति नहीं दी गई थी। इस बार भीड़ ज्यादा हो सकती है। कोरिया सहित कई देशों के राजदूत भी शामिल होंगे। इसलिए भीड़ नियंत्रण का बेहतर प्लान बनाया जाए। बताया कि दीपोत्सव में लेजर शो, रामलीला, आतिशबाजी सहित अन्य आयोजन आकर्षण का केंद्र होंगे। ड्रोन शो को लेकर भी तैयारियां की जा रही हैं। विभिन्न देशों के राजदूत, सांस्कृतिक व साहित्यिक क्षेत्र के विशिष्ट लोगों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।