एक साल में शानदार काम को अंजाम दिया पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने

अपराध और कम करने के लिए राजधानी लखनऊ में पांच नए थाने बनेंगे

  • पुलिस कमिश्नर के पद पर एक साल का कार्यकाल किया पूरा
  • गरीबों के लिए वस्त्र, महिलाओं के लिए हेल्पलाइन बड़ी उपलब्धि

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने अपने एक साल के कार्यकाल में शानदार काम किया है। उन्होंने आज स्पष्टï रूप से कहा कि राजधानी में अपराध को कम करने के लिए पुलिस अधिकारी व थानाधिकारी लगातार गश्त करें। क्षेत्र की मानिटरिंग करें। बदमाशों व तस्करों पर सख्त कार्रवाई करें। डीके ठाकुर ने कहा कि राजधानी में अपराध और कम करने के लिए जल्द पांच नए थाने बनेंगे, जिससे अपराध पूरी तरह से नियंत्रित होगा। थाने खुलने से अपराध को बढ़ावा देने वालों लोगों पर निगरानी भी की जा सकेगी।

दरअसल, राजधानी में जब पिछले वर्ष 18 नवंबर को पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने चार्ज संभाला तो कई चुनौतियों को स्वीकार करते हुए बेहतर कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान आकर्षित किया। खास बात यह है कि जब से लखनऊ में कमिश्नरी लागू हुई थी तब से अभी तक मात्र एक ऐसे ही पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ही हैं जिन्होंने प्रतिमाह दो से तीन बार हर थानों में पहुंचकर लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा की।

बता दें कि सर्दी के मौसम में डीके ठाकुर ने पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर के कार्यालय में पुलिस वस्त्र सेवा केन्द्र का उद्घाटन किया। इस वस्त्र केन्द्र में हर गरीबों को निशुल्क वस्त्र दिए गए जो केंद्र अभी तक सुचारु है। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने राजधानी में महिलाओं और छात्राओं से छेड़छानी, अभद्र टिप्पणी की शिकायतों पर फरवरी माह में महिला हेल्पलाइन 9454400290 जारी किया, जिसमें महिलाओं की शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही करते हुए कई शोहदों को सबक सिखाया गया और शिकायतकर्ता महिलाओं का नाम और मोबाइल नम्बर पूर्ण तरह से गोपनीय रखा गया गया और इस हेल्पलाइन की प्रतिदिन डीके ठाकुर ने खुद मानिटरिंग की।

अपराधों में आई भारी गिरावट

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने जब से लखनऊ का चार्ज संभाला है तब से अपराधों का ग्राफ नीचे गिरा है। एक वर्ष के आंकड़ों में महिला संबंधित अपराध में काफी गिरावट देखने को मिली। 2020 में महज 14 हजार ही मुकदमे दर्ज हुए जबकि 2019 में 15 हजार मुकदमे दर्ज किए गए थे। पिछले तीन सालों की बात करें तो पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के कार्यालय में बल्वा, चोरी, लूट, महिला अपराध में गिरावट देखने को मिली है तथा अपराधियों पर सख्ती दिखाते हुए सैंकड़ों अपराधियों को जिला बदर किया गया। अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस आयुक्त ने राजधानी में नए थाने को बनवाने के लिए शासन को पत्र लिखा था, जिस पर सहमति भी मिल गई है।

तीन वर्ष के आंकड़ों पर एक नजर

वर्ष लूट चोरी अपहरण दहेज हत्या दुष्कर्म मुकदमे
2018 35 3297 395 60 102 19878
2019 28 2438 306 52 85 15090
2020 22 2221 296 47 77 14147

 

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