सिख और दलित को लेकर दिल्ली में बवाल
विस में आप ने रेखा सरकार को घेरा

- किसी की तस्वीर नहीं हटाई गई : भाजपा
- अभिभाषण के बीच आप का हंगामा, कई विधायक किए गए बाहर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। विधानसभा सत्र के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव दिखा। विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर सिख व अनुसूचित जाति का विरोधी होने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की ओर से बार-बार शांत रहने की गुजारिश को विपक्ष ने अनसुना किया। इससे नाराज होकर अध्यक्ष ने विपक्ष को अराजक करार देते हुए सदन की कार्यवाही में जान बूझकर बाधा डालने की बात कही। विधान सभा अध्यक्ष ने आप पूर्व सीएम आतिशी समेत कई सदस्यों को सदन से बाहर कर दिया।
उधर, भाजपा ने सीएम दफ्तर की तस्वीर जारी कर कहा कि किसी भी महापुरुष की तस्वीर हटाई नहीं गई है। मुख्यमंत्री की कुर्सी के ठीक पीछे राष्ट्रपिता, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीर है। दूसरी दीवार पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीर है। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष पद पर विजेंद्र गुप्ता के निर्वाचन के बाद सदन में बधाई प्रस्ताव लाया गया। वहंी इसके अलावादिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी सहित आम आदमी पार्टी (आप) के कम से कम 12 विधायकों को अब खत्म हो चुकी शराब नीति पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश करने पर हंगामे के कारण विधानसभा सत्र से दिन भर के लिए निलंबित कर दिया गया है। दिन का सत्र शुरू होते ही उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सदन को संबोधित किया। हालांकि, उनके भाषण को आप विधायकों ने बाधित किया। उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने विधायकों से शांत रहने का कई बार अनुरोध किया, लेकिन वे उपराज्यपाल के भाषण को बाधित करते रहे। परिणामस्वरूप, अध्यक्ष ने विधायकों को दिन भर के लिए निलंबित कर दिया। अपने निलंबन के बाद विधायकों ने विधानसभा परिसर में धरना दिया, वहीं हंगामा शांत न होने पर विधानसभा अध्यक्ष को कुर्सी से उठकर बोलना पड़ा। फिर भी, विपक्ष शोर मचाता रहा। इस दौरान अध्यक्ष ने सदस्यों को नियम की याद दिलाते हुए कहा कि जब अध्यक्ष अपनी कुर्सी से उठकर कोई बात सदन में रखते हैं तो सदस्यों को शांतिपूर्वक बैठ जाना चाहिए। इसके बाद ही सदन की कार्यवाही चल पाई। इसके बाद उन्होंने निर्विरोध निर्वाचित होने पर सदस्यों को धन्यवाद दिया और संसदीय नियमों के तहत सदन की कार्यवाही चलाने की बात कही।
केजरीवाल ही एकमात्र व्यक्ति हैं जो झूठ बोलते हैं : सिरसा
आप के आरोपों पर जवाब देते हुए दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि जिस पार्टी ने सिख दंगा कराने वाली पार्टी का साथ दिया वह हमें यह बता रहे हैं कि भाजपा सिख व अनुसूचित जाति विरोधी है। वहीं, भाजपा विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा कि कोई फोटो नहीं हटाई गई है। अरविंद केजरीवाल ही एकमात्र व्यक्ति हैं जो झूठ बोलते हैं। इनके सभी मंत्री जेल गए हैं। अब जो बचे है उन्हें भी पैसा चाहिए। अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने सदन की गरिमा को तार-तार किया है। ऐसी परिपाटी बनाने का काम किया जो सदन की गरिमा पर ठेस है।
बाबा साहेब और भगत सिंह की तस्वीर हटाईं गईं : आतिशी
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बोलने के बाद खड़ी हुईं नेता प्रतिपक्ष ने बधाई देने के साथ ही सीएम व भाजपा पर आरोप लगाया कि विधानसभा के सीएम कार्यालय से डॉ. भीमराव आंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें हटा दी गई हैं। इसकी जगह राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीरें लगा दी गई हैं। पुरानी तस्वीरें हटाने का दावा करते हुए आतिशी ने सीएम और भाजपा पर अनुसूचित जाति व पंजाब के लोगों का विरोधी बताया। इसके बाद पूरा विपक्ष सत्ता पक्ष के खिलाफ नारेबाजी करने लगा। उनका कहना था कि इससे भाजपा की अनुसूचित जाति व सिख विरोधी मानसिकता जाहिर है। बाबा साहेब और भगत सिंह की तस्वीर हटाना इसी मानसिकता का सबूत है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के हर कार्यालय में बाबा साहेब आंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें लगाई थीं। जब से भाजपा सत्ता में आई है, मुख्यमंत्री कार्यालय से इन दोनों महापुरुषों की तस्वीरें हटा दी हैं। आतिशी ने दोनों की तस्वीरें दोबारा लगाने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने बार-बार कहा कि वक्त बधाई प्रस्ताव पर चर्चा का है। दूसरे प्रस्तावों पर बाद में चर्चा होगी। बावजूद इसके विपक्ष शांत नहीं हुआ। इससे अध्यक्ष ने 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद भी विपक्ष नारेबाजी करता रहा, जबकि विधानसभा सदस्य बधाई प्रस्ताव पर बोलते रहे। इसी बीच आप विधायक अनिल झा को बोलने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने आमंत्रित किया। बार-बार नाम लेने के बाद भी उन्होंने अपनी बात नहीं रखी। इस पर विजेंद्र गुप्ता ने अपनी पार्टी के सदस्य को भी बोलने न देने का आरोप विपक्ष पर लगाया।
कमजोरों का मजाक उड़ाता है मोदी का नारा: खरगे
- सबका साथ सबका विकास के नारे पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कसा तंज
- बोले- सरकार ने एससी एसटी और अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्तियां छीनीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों की छात्रवृत्ति के लाभार्थियों की संख्या में कथित गिरावट को लेकर मंगलवार को आरोप लगाया कि सबका साथ, सबका विकास का नारा कमज़ोर वर्गों के अरमानों का मज़ाक उड़ाता है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक चार्ट साझा किया जिसमें उल्लेख है कि एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक बच्चों के लिए छात्रवृत्ति के लाभार्थियों में भारी गिरावट आई है।
खरगे ने ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित एक पोस्ट में कहा, नरेन्द्र मोदी जी, देश के एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं की छात्रवृत्तियों को आपकी सरकार ने हथियाने का काम किया है। उन्होंने दावा किया कि ये शर्मनाक सरकारी आँकड़े बताते हैं कि सभी वज़ीफों में मोदी सरकार ने लाभार्थियों की संख्या में भारी कटौती तो की है, साथ ही औसतन साल-दर-साल 25 प्रतिशत फंड भी कम ख़र्च किया है। खरगे ने सवाल किया कि जब तक देश के कमज़ोर वर्ग के छात्रों को अवसर नहीं मिलेगा, उनके हुनर को प्रोत्साहन नहीं मिलेगा, तब तक हम अपने देश के युवाओं के लिए नौकरियां कैसे बढ़ा पाएंगे? उन्होंने आरोप लगाया, आपका ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा, रोज़ाना कमज़ोर वर्गों के अरमानों का मज़ाक उड़ाता है।
पीएम के असम दौरे पर भी खरगे ने साधा था निशाना
इससे पहले खरगे ने पीएम मोदी के असम दौरे पर भी निशाना साधा था। सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में खरगे ने लिखा कि हाल ही में असम में कांग्रेस नेताओं पर शारीरिक और राजनीतिक दोनों तरह से हमले किए गए। इनका जवाब जनता देगी। असम राज्य, भाजपा के भू-माफिया द्वारा भ्रष्टाचार, नफरत और कुशासन का परिणाम झेल रहा है। खरगे ने लिखा कि युवाओं की बेरोजगारी, चाय बागान के कर्मियों की लाचारी, गैरकानूनी विदेशियों के मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट की लताड़ और भाजपाई दोगलापन जगजाहिर है। विकास के हर पैमाने पर राज्य पिछड़ गया है।
बंगाल की खाड़ी में 5.1 तीव्रता का भूकंप
- पश्चिम बंगाल में महसूस किए गए तीव्र झटके
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकता। मंगलवार सुबह बंगाल की खाड़ी में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप के झटके कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में महसूस किए गए। भूकंप के झटकों से आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई, लेकिन किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत होने की तत्काल कोई खबर नहीं है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया कि भूकंप सुबह 6:10 बजे आया। भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप ओडिशा के पुरी के पास दर्ज किया गया।
अधिकारी ने बताया कि भूकंप बंगाल की खाड़ी में 91 किलोमीटर की गहराई पर आया। उन्होंने बताया कि भूकंप 19.52 उत्तरी अक्षांश और 88.55 पूर्वी देशांतर पर दर्ज किया गया।
सुरंग हादसा : चौथे दिन श्रमिकों से 40 मीटर दूर बचाव अभियान
- जीएसआई व नजीआरआई के विशेषज्ञ बुलाए गए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। तेलंगाना के नगरकुरनूल जिले में शनिवार को श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) परियोजना की सुरंग का एक हिस्सा ढहने के बाद से वहां फंसे आठ श्रमिकों के बचने की संभावनाएं लगातार कम होती दिख रही है। हालांकि चौथे दिन बचाव दल श्रमिकों के करीब पहुंच गया है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर और कीचड़ के चलते बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है।
आठ लोगों को बचाने के वास्ते आगे का रास्ता सुझाने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) व राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के विशेषज्ञों की मदद ली है। एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि आठ लोग चौथे दिन भी फंसे हुए हैं, इसलिए जीएसआई और एनजीआरआई के विशेषज्ञों को बचाव प्रयासों में शामिल किया गया है।
थरूर के एक्स पर दो पोस्ट, सियासी सवाल
- प्रियंका का सपोर्ट, गोयल के साथ भी आए नजर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शशि थरूर ने आज (25 फरवरी) सुबह-सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दो पोस्ट किए। पहले में उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ तस्वीर शेयर की और दूसरे में वह कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी की एक मांग का समर्थन करते नजर आए। शशि थरूर के इन दो सोशल मीडिया पोस्ट की चर्चा यहां इसलिए हो रही है क्योंकि पिछले दो हफ्तों से उनके बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा रखी है। दरअसल, पिछले दिनों उन्होंने पार्टी लाइन के इतर अपनी बात रखी।
वह खुद को नजरअंदाज किए जाने पर अपने तेवर दिखाते नजर आए थे, ऐसे में आज उनके यह दो पोस्ट थोड़ा कंफ्यूज करते दिख रहे हैं। शशि थरूर सुबह 8.47 पर अपने पहले पोस्ट में केंद्र सरकार के उस कदम की तारीफ करते दिखे, जिसमें ब्रिटेन के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) वार्ता फिर से शुरू की गई है. उन्होंने लिखा, ब्रिटेन के व्यापार एवं कारोबार मामलों के राज्य सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स के साथ उनके भारतीय समकक्ष वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में बातचीत करके अच्छा लगा। लंबे वक्त से रुकी हुई फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) वार्ता फिर से शुरू हो गई है, यह बहुत स्वागत योग्य बात है।
दूसरे पोस्ट में की प्रियंका गांधी की तारीफ
इसके ठीक 8 मिनट बाद शशि थरूर ने एक और पोस्ट किया. इस पोस्ट में उन्होंने अखबार की एक लिंक शेयर की, जिसमें प्रियंका गांधी वायनाड लैंडस्लाइड में पीडि़त परिवारों को दिए जा रहे लोन को अनुदान में बदलने और इसे खर्च करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग कर रही हैं। शशि थरूर ने लिखा है, मैं प्रियंका गांधी की इस डिमांड का पुरजोर समर्थन करता हूं कि वायनाड लैंडस्लाइड से प्रभावित लोगों को राहत के तौर पर जो लोन दिया गया है उसे अनुदान में तब्दील किया जाना चाहिए और इसे खर्च करने की समय सीमा भी बढ़ाई जानी चाहिए।