राहुल से लेकर आजाद तक के बयान पर छिड़ी सियासी बहस
- गुलाम नबी ने कहा- सारे मुस्लिमों के पूर्वज ङ्क्षहदू थे
- सोशल मीडिया पर आने लगी प्रतिक्रि या
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इस समय भारत में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानो का दौर जारी है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 15 अगस्त को दिए गए संबोधन को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ गए हंै। वहीं नेहरू संग्रहालय के नाम को पीएम के नाम पर करने को लेकर भी भाजपा सरकार की चारों तरफ आलोचना हो रही है। अभी ये मामले शांत भी हुए थे कि पूर्व कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने इस्लाम पर बयान देकर नई बहस छेड़ दी है। कांग्रेस का साथ छोडक़र डेमोक्रेटिव प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के बयान के बाद चारों तरफ से घिर गए हैं।
हालांकि उनके बयान पर किसी की प्रतिक्रिया नहीं आई है। पर उनके समर्थन व आलोचना में सोशल मीडिया प्लेटफार्म भरे पड़े हैं। कुछ उनके बयान को सियासी बता रहे हैं तो कुछ कह रहे हैं वह गलत बयानबाजी करे रहे है। बात कुछ भी की गई हो पर जम्मू-कश्मीर पूर्व मुख्यमंत्री ने भारत में धर्मों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर अपनी टिप्पणी से नए सिरे से बहस छेड़ दी है। पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने मुसलमानों की उत्पत्ति पर अपनी विवादास्पद टिप्पणी से खलबली मचा दी और कहा कि हिंदू धर्म इस्लाम से भी पुराना है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रसारित एक वीडियो में पूर्व कांग्रेस नेता को अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए दिखाया गया है कि इस देश में सभी व्यक्ति शुरू में हिंदू धर्म से जुड़े थे। डोडा जिले के थाथरी क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए, आज़ाद ने टिप्पणी की, लगभग 1,500 साल पहले, इस्लाम का उदय हुआ, जबकि हिंदू धर्म की जड़ें प्राचीन हैं। कुछ मुसलमान बाहरी भूमि से चले गए होंगे और मुगल सेना में भाग लिया होगा। परिणामस्वरूप, हिंदू धर्म से धर्मांतरण हुआ। इस्लाम भारतीय उपमहाद्वीप में हुआ। 14 अगस्त को डोडा जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए, पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा, हमारे पास कश्मीर का उदाहरण है, 600 साल पहले कश्मीर में कोई मुस्लिम नहीं था, कश्मीरी पंडितों को इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया था। न केवल भारत में बल्कि दुनिया में इस्लाम 1500 साल पहले आया, हिंदू धर्म बहुत पुराना है। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख ने कहा, इस्लाम बाहर से आया होगा, मुग़ल सेना के 10-20 लोग थे। बाकी लोग हिंदू-सिख से धर्म परिवर्तन कर चुके हैं।
नेहरू का नाम उनके काम से है : राहुल
- कांग्रेस ने नेहरू संग्रहालय का नाम बदलने पर भाजपा को घेरा
नेहरू संग्रहालय का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय रखे जाने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि नेहरू सिर्फ अपने नाम से नहीं, बल्कि अपने काम से जाने जाते हैं। नाम बदलने के विवाद पर राहुल गांधी की टिप्पणी भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी जुबानी जंग के एक दिन बाद आई है, जहां कांग्रेस ने कहा था कि भाजपा ने एन की जगह पी लगा दी है, जो पार्टी की क्षुद्रता और चिड़चिड़ापन का प्रतीक है। बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि दरबारी सिर्फ विलाप कर रहे हैं। राहुल गांधी ने लद्दाख जाते समय हवाई अड्डे पर कहा, नेहरू जी की पहचान उनके करम है, उनका नाम नहीं। 14 अगस्त से नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का आधिकारिक तौर पर नाम बदलकर प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी कर दिया गया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा ने इस पर कहा कि मोदी के पास भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं का एक बड़ा बंडल है, खासकर जब यह हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधान मंत्री की बात आती है। भाजपा ने कहा कि संग्रहालय अब नेहरू से हटकर सभी प्रधानमंत्रियों पर केंद्रित है जबकि नेहरू संग्रहालय में किसी अन्य प्रधानमंत्री को जगह नहीं मिली। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि अन्य प्रधानमंत्रियों को जगह देने के लिए पहले प्रधानमंत्री का नाम हटाना छोटी बात है। थरूर ने कहा, आप इसे नेहरू मेमोरियल प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी कहना जारी रख सकते थे। संग्रहालय के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने कहा कि नए संग्रहालय शोकेस में नेहरू के योगदान को कम नहीं किया गया है।
भारत हमारी जमीन है यहां कोई बाहर से नहीं आया
वायरल हो रहे वीडियो में आजाद ने कहा, हमने रा’य का निर्माण हिंदू, मुस्लिम, दलित, कश्मीरियों के लिए किया है। यह हमारी जमीन है, यहां कोई बाहर से नहीं आया है। मैंने संसद में कई चीजें देखी हैं जो नहीं होतीं, आप तक पहुंचें। हमारे एक साथी सांसद ने कहा कि कुछ लोग बाहर से आए हैं। मैंने इनकार कर दिया। हमारे हिंदुस्तान में इस्लाम सिर्फ 1500 साल पुराना है। हिंदू धर्म बहुत पुराना है, इसलिए जब वे थे तो उनमें से 10-20 लोग बाहर से आए होंगे मुगलों के समय में उनकी सेना में बाकी सभी लोग भारत में हिंदू से मुस्लिम बन गए और हमारा कश्मीर इसका उदाहरण है। सभी मैंने कहा कि सभी इसी धर्म में पैदा हुए हैं..। अपने इस्तीफे के बाद से आज़ाद खुले तौर पर कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने पहले अपना विचार व्यक्त किया था कि 201& में राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष की भूमिका संभालने के दौरान परामर्शी ढांचे को कमजोर कर दिया गया था। आज़ाद ने अनुभवी वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने और पार्टी के मामलों का प्रबंधन करने के लिए एक अनुभवहीन और अधीनस्थ मंडली के उद्भव पर भी अफसोस जताया।
रक्षा संबंधी स्थायी समिति के सदस्य नामित किए गए राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने के कुछ दिनों बाद उन्हें रक्षा मामलों संबंधी संसद की स्थायी समिति का सदस्य नामित किया गया। लोकसभा बुलेटिन के अनुसार, कांग्रेस सांसद अमर सिंह को भी समिति में सदस्य बनाए गए हैं। आम आदमी पार्टी के नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू को कृषि, पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण समिति के लिए नामित किया गया है। रिंकू ने हाल ही में जालंधर लोकसभा उपचुनाव जीता था और वह संसद के निचले सदन में आप के एकमात्र सदस्य हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पीपी मोहम्मद फैजल को उपभोक्ता मामले, भोजन और सार्वजनिक वितरण समिति के लिए नामित किया गया है। इसी साल मार्च में अयोग्य ठहराए जाने से पहले तक राहुल गांधी रक्षा संबंधी स्थायी समिति के ही सदस्य थे।