लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सियासी भूचाल, भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा!
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन टूट गया है। ऐसे में नई सरकार का गठन संभव है। सूत्रों के अनुसार आज विधायक दल की बैठक में इसका एलान होगा। इसके बाद समूह मंत्रिमंडल का इस्तीफा होगा।
बैठक के लिए पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए है। सूत्रों के अनुसार विधायक दल की बैठक में नया नेता चुना जाएगा। बैठक में ही तय होगा कि पार्टी चुनाव में मनोहर लाल के नेतृत्व में ही उतरेगी या कोई नया चेहरा सामने आएगा। सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल के कुछ चेहरे बदले जाएंगे। नई कैबिनेट में निर्दलीयों को ज्यादा महत्व दिया जाएगा।
वहीं सिरसा के विधायक और हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष गोपाल कांडा ने कहा है कि गठबंधन (बीजेपी-जेजेपी) लगभग टूट चुका है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी सभी 10 सीटें जीतेगी। जेजेपी के बिना भी हरियाणा सरकार जीतेगी।
इसी बीच हरियाणा के निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने कहा कि हमने पहले ही सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। सीएम मनोहर लाल से मुलाकात में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई। बातचीत से मुझे ऐसा आभास हुआ था जजपा से गठबंधन तोडऩे की शुरुआत हो चुकी है।
वहीं नीलोखेड़ी से निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर ने सीएम मनोहर लाल से मुलाकात पर कहा कि हमने पहले ही बीजेपी को समर्थन दे दिया था. सीएम के साथ बैठक में हमने निर्वाचन क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा की। हालांकि हमने गठबंधन के बारे में किसी भी तरह की चर्चा नहीं की।
सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर सहमति न बनने से गठबंधन टूटा है। जननायक जनता पार्टी ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास पर चर्चा में पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक शामिल होंगे।
इससे पहले देर शाम सीएम ने अपने आवास पर एक अनौपचारिक कैबिनेट बैठक भी ली थी। इसमें गृह मंत्री अनिल विज, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, कृषि मंत्री जेपी दलाल समेत कई मंत्री मौजूद रहे थे। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा भी बैठक में थे। सूत्रों के अनुसार बैठक में लोकसभा चुनाव समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि इस बैठक में डिप्टी सीएम दुष्यन्त चौटाला समेत जजपा का कोई मंत्री नहीं पहुंचा था।