ओवैसी बोले- CAA गोडसे की विचारधारा पर आधारित, करना होगा विरोध
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मोदी सरकार की ओर से ‘नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) को लागू करने से जुड़े नियमों को अधिसूचित किए जाने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि सीएए का उद्देश्य केवल मुस्लिमों को निशाना बनाना है।
असदुद्दीन ओवैसी ने एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि आप क्रोनोलॉजी समझिए, पहले चुनाव का मौसम आएगा, फिर सीएए के नियम आएंगे। उन्होंने कहा कि सीएए पर हमारी आपत्तियां जस की तस हैं। सीएए विभाजनकारी है और गोडसे की सोच पर आधारित है जो मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहता था। ओवैसी ने लिखा, ”सताए गए किसी भी व्यक्ति को शरण दें, लेकिन नागरिकता धर्म या राष्ट्रीयता पर आधारित नहीं होनी चाहिए।
सरकार को बताना चाहिए कि उसने इन नियमों को पांच साल तक क्यों लंबित रखा और अब इसे क्यों लागू कर रही है। ओवैसी ने अपनी पोस्ट में लिखा, ”एनपीआर-एनआरसी के साथ, सीएए का उद्देश्य केवल मुसलमानों को लक्षित करना है, इसका कोई अन्य उद्देश्य नहीं है। सीएए एनपीआर एनआरसी का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरे भारतीयों के पास फिर से इसका विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।”