मिशन-2024 में जुटे सियासी दल

  • नीतीश का ओडिशा दौरा, पायलट निकालेंगे जनसंघर्ष यात्रा
  • भाजपा खेलेगी धर्म व फिल्म का कार्ड
  • कांग्रेस मोदी सरकार के नफरत पर करेगी वार
  • नवीन से मिले नीतीश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। 2024 लोक सभा चुनाव से पहले सियासी दलों में बेचैनी बढ़ती जा रही हैं सत्तारूढ़ भाजपा सत्ता बचाने के लिए धर्म से लेकर फिल्म तक का इस्तेमाल कर रही है तो कांग्रेस भाजपा पर देश को बांटने का आरोप लगाकर उसे घेर रही है तो अन्य दल एकजुटता के लिए दम दिखा रहे ताकि आगामी चुनाव में उनकी कीमत बढ़ सके। इन सबके बीच राजनैतिक पार्टियों के अंदरुनी कलह भी बाहर आ रहे हैं। विपक्षी एकता को बल देने की कोशिश में जुटे बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज ओडिशा दौरे पर रहे, जहां उनकी मुलाकात सीएम नवीन पटनायक से हुई। इससे पहले वह ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, राहुल गांधी से भी मिल चुके हैं। आगामी 11 मई को वह मुंबई में उद्धव ठाकरे व शरद पवार से भी मिलेंगे। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि वह भुवनेश्वर में सीएम नवीन पटनायक से मिलकर शाम में पटना वापस लौट आएंगे। सीएम ऑफिस ने नीतीश कुमार और नवीन पटनायक के मुलाकात की पुष्टि की है। बताया गया कि आज दोपहर में दोनों मुख्यमंत्री की की मुलाकात हुई। वहीं ओडिशा से लौटने के बाद नीतीश कुमार का एक निजी दौरे पर खगडिय़ा जाने का भी प्लान है। सीएम के ओडिशा दौरे को लेकर हर किसी के मन में यही सवाल है कि आखिर नवीन पटनायक से उनकी क्या बात होगी?बीजू जनता दल के प्रमुख और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के साथ नीतीश कुमार की मुलाकात को लेकर अटकलें काफी समय से चल रही थीं। अब दोनों सियासी दिग्गजों की मीटिंग होने जा रही। नीतीश कुमार ने जब से बिहार में बीजेपी का साथ छोड़ महागठबंधन का रुख किया, तभी से वो विपक्षी एकता की मुहिम में जुट गए। लगातार अलग-अलग राज्यों में सियासी दिग्गजों से मिल रहे हैं।


ममता-अखिलेश-राहुल से भी मिले थे बिहार के सीएम

2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए नीतीश कुमार विपक्षी एकता अभियान के तहत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। हाल ही में नीतीश कुमार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से बातचीत की थी। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई दलों के नेताओं से मुलाकात की थी। बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तरह देश के किसी भी राज्य के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्रियों में नवीन पटनायक भी हैं। वो भी बीजेपी के साथ पहले सहयोगी के तौर पर रहे हैं। हालांकि, अब उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी से समान दूरी बनाए रखने की नीति अपनाई है। नीतीश कुमार ने जब ममता बनर्जी से मुलाकात की तो उन्होंने उनसे बिहार में बीजेपी के विरोध में देशभर के नेताओं की एक बैठक बुलाने के लिए कहा था। ऐसी बैठक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद हो सकती है।

यात्रा सुखद एवं फलदायी रही

इधर, नवीन निवास में मुख्यमंत्री ने बड़े ही गर्मजोशी से नीतीश कुमार का स्वागत किया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर लिखा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर प्रसन्नता हुई है। हमारा बिहार और अन्य पड़ोसी राज्य के लोगों के साथ विशेष संबन्ध है। मुख्यमंत्री ने लिखा है कि मुझे उम्मीद है कि उनकी यात्रा सुखद एवं फलदायी रही है।

सीएम गहलोत पर बरसे पायलट

जयपुर। राजस्थान के कांग्रेस के वरिष्टï नेता सचिन पायलट ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत के भाषण को सुनने के बाद यह लगता है कि सोनिया गांधी उनकी नेता ही नहीं हैं, बल्कि उनकी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया हैं। पायलट ने कहा, साल 2020 में मैं उप मुख्यमंत्री था, उस समय राजद्रोह के आरोप में मुझ पर कार्रवाई करने की कोशिश की गई थी। नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे, इसलिए दिल्ली गए एआईसीसी से बात रखी, जिसके बाद एक कमेटी का गठन हुआ। कमेटी ने सबकी बात सुनी और उसके आधार पर एक रोड मैप तैयार किया गया। इसके बाद से हर छोटे-बड़े कार्य में सभी साथियों ने मिलकर काम किया और मेहनत की, अनुशासन तोडऩे का कार्य कभी किसी ने नहीं किया।सचिन पायलट ने कहा कि मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। 5 दिन की यात्रा में जनता के बीच जाऊंगा, उनके बीच अपनी बात रखूंगा। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा। उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की बात नहीं मानना गलत है। पिछले साल 25 अगस्त विधायक दल की बैठक के बीच गहलोत खेमे के विधायकों के मीटिंग में नहीं आने पर भी पायलट ने सवाल उठाए। उन्हें इसे अनुशासनहीनता करार दी। साथ ही इस मामले में कार्रवाई नहीं किए जाने पर भी सवाल खड़े किए।

कर्नाटक में मतदान  कल, सभी तैयार

  • 224 सीटों पर भाजपा- कांग्रेस में मुकाबला
  • 5.2 करोड़ मतदाता करेंगे मतदान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कर्नाटक में कल मतदान होगा। 224 सदस्यीय विधानसभा सीटों के भाजपा, कांग्रेस व जेडीएस अपनी किस्मत आजमाएंगे। सभी बड़े नेताओं ने लोगों से वोट करने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की जनता के नाम एक खुला खत जारी किया है। जहां भाजपा सत्ता में पुर्नवापसी के लिए दम दिखाएगी वहीं कांग्रेस कुर्सी पर कब्जे के लिए कोशिश कर रही है।
कर्नाटक में इस वक्त 5.2 करोड़ वैध मतदाता हैं, जिनमें से 9.17 लाख पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले हैं। राज्य की 224-सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को एक ही चरण में मतदान करवाया जाएगा। बीजेपी ने सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि कांग्रेस ने 223 और जेडीएसने 207 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। मतगणना व चुनाव परिणाम शनिवार, 13 मई को घोषित किए जाएंगे।

सुप्रीम चौखट पर पहुंचा केरल स्टोरी मामला

  • फिल्म पर रोक लगाने को डाली याचिका

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। फिल्म द केरल स्टोरी पर रोक लगाने से मना करने के केरल हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ याचिकाकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने शीर्ष अदालत से मामले में जल्द सुनवाई का अनुरोध किया, जिसके बाद चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने 15 मई को सुनवाई की बात कही। केरल हाईकोर्ट ने 5 मई को फिल्म द केरल स्टोरी की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। यह कहते हुए कि केरल का धर्मनिरपेक्ष समाज फिल्म को उसी रूप में स्वीकार करेगा, जैसी वह है, केरल हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से पूछा कि फिल्म, जो काल्पनिक है न कि इतिहास, समाज में कैसे सांप्रदायिकता और संघर्ष पैदा करेगी। अदालत ने यह भी जानना चाहा कि क्या पूरा ट्रेलर समाज के खिलाफ था। अदालत ने फिल्म के सेंसर प्रमाणपत्र को रद्द करने की मांग करने वाली याचिकाओं के एक बैच पर विचार करते हुए कहा, सिर्फ फिल्म दिखाए जाने से कुछ नहीं होगा। फिल्म का टीजर नवंबर में रिलीज किया गया था। फिल्म में आपत्तिजनक क्या था? यह कहने में क्या गलत है कि अल्लाह ही एकमात्र ईश्वर है? देश नागरिकों को यह अधिकार देता है कि वे अपने धर्म और ईश्वर को मानें और उसका प्रसार करें। ट्रेलर में आपत्तिजनक क्या था?

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