मोदी के बिहार दौरे पर सियासी बवाल

भाजपा और राजद में वार-पलटवार विपक्ष बोला- जुमला देने आते हैं बिहार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना/ गया। जैसे-जैसे बिहार में चुनाव नजदीक आ रहे हैं पीएम मोदी की रैंलियों का तादात बढ़ रही है। वह एकबार फिर बिहार में कई योजनाओं का आगाज करेंगे। उधर पीएम के दौरे पर राज्य में सियासी रार भी शुरू हो गई है। राजद समेत अन्य विपक्षी दलों ने भाजपा को पीएम में जोरदार हमला बोला है।
राजद सुप्रीमो लालू ने तंज कसते हुए कहा कि पीएम अपना पिंडदान कराने आ रहे हैं। इस बयान के बाद लालू पर भी हमले तेज हो गए हैं। वहीं मंच पर बिहार एनडीए के नेताओं ने स्वागत किया। उन्हें यक्षिणी की प्रतिमा भेंट की गई। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पीएम मोदी के खूब तारीफ की। एनडीए सरकार की उपलब्धियां गिनाई। वहीं जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष व सांसद संजय झा ने कहा कि डेढ़ घंटा में पटना से गया पहुंचना सीएम और पीएम के कारण संभव हो सका है। कभी किसी ने नहीं सोचा था। गंगाजल सीएम लेकर आए औश्र गया-बोधगया के सभी घरों में गंगाजल पेयजल के रुप में उपलब्ध कराया। दूसरा गया में रबर डैम का निर्माण कराया। गया बिहार का सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा। डबल इंजन की सरकार जिस तरह से काम कर रहे हैं। नए बिहार के नवनिर्माण का समय अब आया है।

बिहार में नरेंद्र मोदी की सोच वाली सरकार बनी है : चिराग पासवान

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि पीएम का निरंतरता में बिहार आना यह दर्शाता है कि उनके लिए बिहार और बिहारी कितना मायने रखते हैं। जिस विकसित बिहार का संकल्प हमने देखा था। पीएम के नेतृत्व में बिहार की यह डबल इंजन की सरकार आने वाले दिनों में बिहार और बिहारियों के हर सपने को पूरा करेगी। जिस लक्ष्य के साथ हमलोग आगे ब? रहे हैं विकसित बिहार बनाने का उस लक्ष्य को भी हासिल करेंगे। मैं आग्रह करुंगा कि यह जरुरी है कि बिहार में नरेंद्र मोदी की सोच वाली सरकार बनी है। सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में जिस तरह से इस सरकार ने जनहित

लालू यादव की सरकार नरसंहार की सरकार थी: नित्यानंद राय

भाजपा नेता नित्यानंद ने कहा आज हम जहां हैं हम उस समय युवा मोर्चा के कार्यकर्ता थे। जब हमलोग गया, औरंगाबाद, जहानाबाद आते थे तो चित्कार सुनाई देती थी। लालू यादव की सरकार नरसंहार की सरकार थी। अपने परिवार के लिए सत्ता का प्रयोग करने वाली लालू की पार्टी है। आज तेजस्वी उनके साथ घूम रहे हैं। जो 70 साल से वोट चोरी करते आ रहे हैं। 72 हजार वोट चोरी कर संविधान निर्माता को बाहर निकालने का काम किया था। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में लगातार विकास और नौजवानों को नौकरी देने के लिए जो योजनाएं आती हैं।

पिंडदान कराने आ रहे पीएम मोदी : लालू

राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गया में नीतीश कुमार की राजनीति और उनकी पार्टी का पिंडदान करने आ रहे हैं। अब लालू प्रसाद के इस बयान के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है। वहीं राहुल गांधी ने बिहार की जनता से पूछा कि मैं आप सभी से एक सीधा सवाल पूछना चाहता हूं कि जो सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है? नहीं ना! उन्हें आपके वोट की ज़रूरत ही नहीं, इसलिए आपकी समस्याओं की परवाह भी नहीं। आज की स्थिति आपके सामने है।

पांच लोगों ने भाजपा-आरएसएस से पैसे लेकर बर्बाद की मेरी जिंदगी: तेज प्रताप

बोले- पटना से लेकर दिल्ली तक सक्रि य हैं पांचों
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पांच लोगों ने मिलकर उनकी जिंदगी पूरी तरह से बर्बाद करने की साजिश रची। इन लोगों ने मेरी जिंदगी को तहस-नहस करने का काम किया।
यह पांचों जयचंदों के अलावा हैं। जैसे जयचंदों ने मेरे करियर को बर्बाद करने का काम किया उसी तरह इन पांच लोगों ने मेरी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया। इनलोगों ने साजिश रचकर मेरे राजनीतिक करियर पर दाग लगा दिया। इसीलिए अब मैं कोर्ट जाऊंगा और इन्हें खिलाफ केस दर्ज करवाऊंगा। पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि मुझे लगता है कि इन लोगों ने आरएसएस और भाजपा से पैसे लिए और मेरी छवि खराब करने की कोशिश की, क्योंकि चुनाव नजदीक हैं और युवाओं में मेरे प्रति क्रेज बढ़ रहा है। इसीलिए बहुत जल्द फोटो के साथ इन पांच परिवार के लोगों को बेनकाब करूंगा। तेज प्रताप यादव ने आगे कहा कि वह जल्द ही उन पांच परिवारों के नाम सार्वजनिक करेंगे। उनके मुताबिक, ये साजिशकर्ता पटना से लेकर दिल्ली तक सक्रिय हैं। तेज प्रताप ने आरोप लगाया कि इनमें से कई लोग कभी राजद में थे, लेकिन अपनी करतूतों के चलते पार्टी से निकाले जा चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन लोगों का और कोई काम नहीं है, सिर्फ सोशल मीडिया पर सक्रिय रहकर दूसरों की छवि धूमिल करना। मैं अब एक एक लोगों का पर्दापाश करूंगा।

कांग्रेस विधायक वीरेंद्र पप्पी के ठिकानों पर की छापेमारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को गेमिंग ऐप्स में कथित अवैध धन हस्तांतरण की जाँच के तहत चित्रदुर्ग जिले के चल्लकेरे कस्बे में कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र पप्पी और उनके भाइयों के आवासों पर छापेमारी की। अधिकारियों के अनुसार, चित्रदुर्ग, बेंगलुरु और गोवा सहित 17 स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए।
20 वाहनों में सवार 40 से अधिक ईडी अधिकारियों ने केसी नागराज और केसी टिप्पेस्वामी के घरों सहित वीरेंद्र से जुड़ी कई संपत्तियों की तलाशी ली। यह कार्रवाई 2016 में वीरेंद्र के आवास पर आयकर विभाग के छापे के वर्षों बाद हुई है, जिसमें एक बाथरूम में छिपाकर रखे गए 5 करोड़ रुपये से अधिक नकद और 30 किलोग्राम सोना बरामद हुआ था। ईडी सूत्रों का आरोप है कि वीरेंद्र की कंपनियों – रत्ना गोल्ड, रत्ना मल्टी सोर्स, पप्पी टेक्नोलॉजी और रत्ना गेमिंग सॉल्यूशंस – का इस्तेमाल गेमिंग ऐप्स से जुड़े अवैध धन हस्तांतरण के लिए किया गया था। गौरतलब है कि 2016 में, विधायक वीरेंद्र, जो उस समय जेडी(एस) पार्टी में थे, को आयकर विभाग द्वारा उनके बाथरूम में एक गुप्त कक्ष में 5.70 करोड़ रुपये के नए नोट छिपाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था।

चुनाव आयोग बना अब चुराओ आयोग: जयराम रमेश

वोट चोरी पर जवाब नहीं देने का लगाया आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) पर तीखा हमला बोला और बड़े पैमाने पर मतदाताओं के दमन का आरोप लगाया और चुनाव आयोग पर केंद्र सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि जब 21 जुलाई को अध्यक्ष ने फैसला सुनाया, तो उन्होंने जगदीप धनखड़ का इस्तीफा क्यों मांगा? वे क्या संदेश देना चाहते थे? जब लोकतंत्र की हत्या हो रही है, भारत का चुनाव आयोग वोट चोरी पर कोई जवाब नहीं दे रहा है और मुख्य चुनाव आयुक्त लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को धमका रहे हैं, 65 लाख लोगों के वोट छीने जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने ऐसी परिस्थितियों में संसदीय कार्यवाही की प्रासंगिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब देश में लोकतंत्र या संविधान ही नहीं है, तो शून्यकाल और प्रश्नकाल का क्या मतलब है? वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सरकार पर दलितों और ओबीसी को निशाना बनाकर विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान में जानबूझकर मतदाताओं के नाम हटाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, यह चुनाव आयोगनहीं, बल्कि चुराओ आयोग है। एसआईआर प्रक्रिया में सिर्फ़ मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री ने भारत के चुनाव आयोग से यह प्रक्रिया अपनाने को कहा है क्योंकि वे जानते हैं कि दलित और पिछड़े वर्ग भाजपा को नहीं, बल्कि भारत गठबंधन को वोट देंगे। वे वोट छीनना चाहते हैं क्योंकि चुनाव जीतने का यही एकमात्र तरीका है।

मतदाताओं के नाम हटाए जाने के ठोस सबूत पेश किए : वेणुगोपाल

इस बीच, कांग्रेस के एक अन्य नेता केसी वेणुगोपाल ने बिहार में मतदाता सूची के मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते हुए, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बिहार को न्याय दिए जाने पर विश्वास व्यक्त किया। वेणुगोपाल ने कहा कि बिहार में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में निकाली गई यात्रा के दौरान, लोगों ने मतदाता सूची से वास्तविक मतदाताओं के नाम हटाए जाने के ठोस सबूत पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट बिहार को न्याय देगा। यह आम धारणा है। बिहार में एसआईआर से जुड़े कुछ वास्तविक मुद्दे हैं। राहुल जी और तेजस्वी जी बिहार में यात्रा कर रहे हैं, और लोग ठोस सबूतों के साथ उनसे शिकायत कर रहे हैं। हम देख सकते हैं कि कितने वास्तविक मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। हमें सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद है।

केंद्रीय मंत्री के बंगले के पास मिले जले वोटर कार्ड, उठे सवाल

भोपाल (4पीएम न्यूज़ नेटवर्क)। देश भर में चल रहे मतदाता सूची विवाद के बीच, मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार के आवास के सामने लगभग 43 मतदाता पहचान पत्र (कुछ जले हुए) बरामद किए गए, जिसके बाद ज़िले के अधिकारियों ने जाँच के आदेश दिए हैं। यह घटना तब सामने आई जब एक सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष विवेक चतुर्वेदी ने मंत्री के आवास के सामने ये कार्ड देखे और तुरंत अधिकारियों को सूचित किया। टीकमगढ़ कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने बताया, तहसलीदार को सूचना मिली थी कि सर्किट हाउस को शहरी क्षेत्र से जोडऩे वाली गली के पास कुछ मतदाता पहचान पत्र पड़े हैं। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए, उन्होंने कार्ड बरामद कर लिए और मैंने मामले की जाँच के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती जाँच में पता चला कि ये पुराने और वितरित न किए गए मतदाता पहचान पत्र थे। उन्होंने आगे कहा, जब हमने उन लोगों से संपर्क किया जिनके मतदाता पहचान पत्र मिले थे, तो पता चला कि उनके पास पहले से ही उसी ईपीआईसी नंबर वाले मतदाता पहचान पत्र मौजूद थे। प्रशासन उस व्यक्ति का पता लगाने की कोशिश कर रहा है जिसने ये पुराने पहचान पत्र जमा किए थे, और स्पष्ट किया कि अब तक किसी भी तरह के दुरुपयोग की सूचना नहीं मिली है।
जाँच के दौरान, सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि मंत्री के पड़ोस में रहने वाले एक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के घर से मतदाता पहचान पत्र खुले में फेंके गए थे।

संसद की सुरक्षा में फिर हुई चूक

पुलिस की व्यवस्था पर उठे सवाल, दीवार फांदकर भीतर घुसा शख्स, सुरक्षाबलों ने दबोचा

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद भवन की सुरक्षा में एकबार फिर सेंध लगी है। इसी के साथ सुरक्षा व सरकार की व्यवस्था पर सवाल भी उठ गए हैं। जानकारी के अनुसार एक शख्स शुक्रवार (22 अगस्त 2025) को उसकी दीवार पर चढ़ गया। हालांकि बाद में सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। सूत्रों के मुताबिक यह घटना सुबह करीब 6.30 बजे घटी और इसे लेकर आगे की जांच जारी है।
यह घटना संसद के मानसून सत्र के समाप्त होने के एक दिन बाद हुई है. बताया जा रहा है कि एक शख्स पेड़ के सहारे दीवार पर चढ़ा और फिर संसद भवन परिसर के अंदर कूद गया। रेल भवन की तरफ से इस व्यक्ति ने दीवार फांदी। इसके बाद वह नई संसद भवन के गरुड़ द्वार तक पहुंच गया। उस शख्स को वहां घुमते हुए देखकर संसद भवन में मौजूद सिक्योरिटी ने उसे पकड़ लिया।

ऐसी ही घटना पिछले साल भी हुई थी

सुरक्षा की सुरक्षा में सेंध की एक ऐसी ही घटना पिछले साल भी हुई थी, जब 20 साल की उम्र का एक व्यक्ति संसद भवन एनेक्सी में घुस गया था। इस घटना का एक कथित वीडियो भी सामने आया था, जिसमें संदिग्ध व्यक्ति, जो शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहने हुए था, उसे सीआईएसएफ ने पकड़ा था। तलाशी के दौरान उस व्यक्ति के पास से कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला था।

संसद हमले के बरसी के दिन हुई थी भारी चूक

साल 2023 में भी संसद हमले के बरसी के दिन भारी सुरक्षा चूक की घटना हुई है। सागर शर्मा और मनोरंजन डी, दो युवक संसद में जारी कार्यवाही के बीच लोकसभा कक्ष में घुस गए थे। इन लोगों ने संसद में दर्शक दीर्घा से कूदने के बाद लोकसभा कक्ष के अंदर पीले धुएं का गुब्बार फोड़ा था। हालांकि, सदन में मौजूद सांसदों ने दोनों को दबोच लिया उसी समय संसद के बाहर नीलम आजाद और अमोल शिंदे ने धुआंधार गुब्बारे भी फोड़े और नारे लगाए। इस मामले में कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई। अन्य दो आरोपियों में महेश कुमावत और ललित झा शामिल थे। ललित झा को पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड माना जाता है। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा चूक मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में 900 पन्नों से अधिक की चार्जशीट दायर की थी।

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