ठाकरे बंधुओं की एकजुटता से उठा सियासी तूफान
शिवसेना यूबीटी ने भाजपा पर किया प्रहार, राउत बोले- फडणवीस और महायुति के अन्य नेता परेशान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। मुंबई में शनिवार को ठाकरे बंधुओं के मंच पर आने के बाद से पूरे देश सियासी बवंडर आ गया है। जहां स्टालिन से लेकर पवार तक स्वागत कर रहे हैं वहीं बीजेपी कह रही है इससे कोई फर्क नहीं पड़ेेगा। राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे और शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे के एक साथ आने से मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस सहित सत्तारूढ़ ‘महायुति’ के नेता घबरा गए हैं।
शिवसेना (उबाठा) से जुड़े राउत ने कहा कि ठाकरे बंधुओं ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार द्वारा हिंदी संबंधी सरकारी आदेश वापस लिए जाने का जश्न मनाने के लिए ‘विजय’ रैली आयोजित की जिससे महायुति के नेता असमंजस में हैं। चचेरे ठाकरे भाइयों ने दो दशकों में पहली बार एक साथ राजनीतिक मंच पर नजर आए थे।इस दौरान उद्धव ने संकेत दिया कि शिवसेना (उबाठा) और मनसे के बीच राजनीतिक गठबंधन हो सकता है। राउत ने कहा, ‘‘महायुति नेता और देवेंद्र फडणवीस ठाकरे बंधुओं के साथ आने से परेशान हैं।शिवसेना-मनसे की जनसभा के बाद फडणवीस ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे ने ‘रुदाली’ जैसा भाषण दिया है।
राउत ने कहा, ‘‘फडणवीस और (उपमुख्यमंत्री एकनाथ) शिंदे को (ठाकरे बंधुओं के साथ आने पर)अब रोने का कार्यक्रम शुरू करना चाहिए। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि महाराष्ट्र ने ‘‘हिंदी थोपे जाने के खिलाफ लड़ाई’ जीत ली है। उन्होंने कहा कि दो ठाकरे भाइयों और सहयोगियों की एकता ने यह जीत हासिल की है। राउत ने रैली के बाद कहा कि कई दक्षिण भारतीय राज्यों के नेताओं, विशेष रूप से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने जोर देकर कहा है कि वे केंद्र से लड़ सकते हैं और ‘‘हिंदी थोपने को उखाड़ फेंक सकते हैं।

हमारी लड़ाई यहीं तक सीमित है : संजय राउत
उद्धव सेना के सांसद संजय राउत ने साफ किया, हिंदी थोपे जाने के खिलाफ उनके (स्टालिन के) रुख का मतलब है कि वे हिंदी नहीं बोलेंगे और न ही किसी को हिंदी बोलने देंगे। लेकिन महाराष्ट्र में हमारा रुख ऐसा नहीं है। हम हिंदी बोलते हैं। हमारा रुख यह है कि प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी के लिए सख्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी लड़ाई यहीं तक सीमित है। राउत ने यह स्पष्ट करते हुए कि ठाकरे बंधुओं का रुख केवल प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी थोपे जाने के खिलाफ है, स्टालिन को उनकी लड़ाई में शुभकामनाएं दीं, साथ ही अपनी सीमा भी खींची। उन्होंने कहा, हमने किसी को हिंदी में बोलने से नहीं रोका है क्योंकि हमारे यहां हिंदी फिल्में, हिंदी थिएटर और हिंदी संगीत है। हमारी लड़ाई केवल प्राथमिक शिक्षा में हिंदी थोपे जाने के खिलाफ है।
स्टालिन ने किया था ठाकरे बंधुओं की एकता का स्वागत
उद्धव और राज ठाकरे के लगभग दो दशकों में पहली बार एक ही मंच पर आने के कुछ घंटों बाद, स्टालिन, जो हिंदी थोपे जाने के मुद्दे पर केंद्र के साथ विवाद में रहे हैं ने इस मुद्दे पर चचेरे भाइयों के रुख का स्वागत किया था।एक्स पर बात करते हुए स्टालिन ने लिखा था, द्रविड़ मुनेत्र कडग़म और तमिलनाडु के लोगों द्वारा हिंदी थोपे जाने को हराने के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी छेड़ा गया भाषा अधिकार संघर्ष अब राज्य की सीमाओं को पार कर चुका है और महाराष्ट्र में विरोध के तूफान की तरह घूम रहा है।बिछड़े हुए चचेरे भाइयों के पुनर्मिलन का स्वागत करते हुए स्टालिन ने कहा था, हिंदी थोपे जाने के खिलाफ भाई प्तउद्धवठाकरे के नेतृत्व में आज मुंबई में आयोजित विजय रैली का उत्साह और शक्तिशाली भाषण हमें अपार उत्साह से भर देता है।
स्टालिन के समर्थन में राउत
उद्धव सेना के सांसद संजय राउत ने साफ किया, हिंदी थोपे जाने के खिलाफ उनके (स्टालिन के) रुख का मतलब है कि वे हिंदी नहीं बोलेंगे और न ही किसी को हिंदी बोलने देंगे। लेकिन महाराष्टï्र में हमारा रुख ऐसा नहीं है। हम हिंदी बोलते हैं। हमारा रुख यह है कि प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी के लिए सख्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी लड़ाई यहीं तक सीमित है।
गोपाल खेमका हत्याकांड में कई ठिकानों पर एसटीएफ का छापा, हिरासत में 2 लोग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
टना। गोपाल खेमका हत्याकांड मामले में अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस की जांच तेजी से जारी है। सोमवार (07 जुलाई, 2025) की सुबह एसटीएफ एवं पटना पुलिस की टीम ने फतुहा, दनियावां, दानापुर और वैशाली में छापेमारी की।इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में भी लिया है. इससे पहले भी पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है।
हालांकि अभी तक इस मामले में मुख्य आरोपी और शूटर को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या हुई थी और उसी केस से जोडक़र पुलिस इस केस को खंगाल रही है। उस वक्त का मुख्य आरोपी पटना के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला अजय वर्मा था। वह अभी बीते करीब 15 दिन से बेऊर जेल में बंद है। घटना के दूसरे दिन ही पुलिस ने बेऊर जेल में छापेमारी की थी। जो जानकारी मिली है उसके अनुसार अजय वर्मा से पूछताछ की गई थी। जेल में बंद पटना के कई अन्य शूटर से भी पुलिस ने पूछताछ की थी। पुलिस इस पूरे मामले को ना सिर्फ पुराने केस से जोडक़र देख रही है बल्कि अजय वर्मा से जुड़े लोग भी शक के घेरे में हैं। सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को जो साक्ष्य मिले हैं उसके अनुसार इस हत्याकांड में तीन शूटर शामिल थे। एक शूटर गोपाल खेमका के घर के पास था तो एक शूटर बांकीपुर क्लब के पास था. वह लाइनर का काम कर रहा था। एक शूटर पूरे मामले पर नजर बनाए हुए था। तीनों फोन लाइन पर जुड़े हुए थे।
अबतक पुलिस को ठोस सबूत नहीं मिला
अभी तक पुलिस को इसका ठोस सबूत नहीं मिला है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में जो शूटर दिख रहे हैं उसके आधार पर ये लोग अजय वर्मा के आदमी माने जा रहे हैं। मुख्य शूटर का नाम विजय सहनी बताया जा रहा है। इसके साथ बिल्ला और शब्बीर भी था। हालांकि पुलिस अभी कुछ भी कहने से बच रही है।
पंजाब के होशियारपुर में भीषण सडक़ हादसा
यात्रियों से भरी बस पलटी आठ की मौत, 32 घायल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
होशियारपुर। पंजाब के होशियारपुर के अतंर्गत दसूहा में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस दुर्घटना में आठ लोगों की मौत हो गई। जबकि 32 से ज्यादा यात्री घायल हैं। यह बस हादसा दसूहा हाजीपुर रोड नजदीक सगरा अड्डा के पास हुआ है।
मुकेरियां के पुलिस उपाधीक्षक कुलविंदर सिंह विर्क ने बताया कि करीब 40 यात्रियों को लेकर बस हाजीपुर से दसूया जा रही थी, तभी चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। पुलिस ने बताया कि घायल यात्रियों को दसूया के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विर्क ने मुताबिक, दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है और इसकी गहन जांच की जाएगी।
बस में सवार थे 40 लोग
हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। मौके पर बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि सोमवार को यहां सागरन गांव के पास एक मिनी बस पलट गई। इस दुर्घटना में आठ यात्रियों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए।
कई सवारियों की हालत गंभीर
हालांकि, प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि बस की स्पीड काफी तेज थी, जिस कारण वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया और यह हादसा हो गया। मौके पर स्थानीय लोग और पुलिस बचाव कार्य में जुटी है। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
पूरे देश में बारिश ने ढाया कहर पानी पानी हुए घर-शहर
एमपी के शहडोल में तीन हजार घरों में पानी घुसा
राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड में भारी तबाही
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश के पूर्वी, पश्चिमी व उत्तरी भाग में भारी बारिश जारी है। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी इलाके में पुल बह जाने से आसपास के इलाकों का सडक़ संपर्क टूट गया है। वहीं, श्रीनगर में तेज बारिश के बाद लैंडस्लाइड से बद्रीनाथ हाईवे बंद हो गया है।
मध्य प्रदेश के शहडोल में बीते 24 घंटे में 4 इंच बारिश हुई। आधी रात में 3 हजार से ज्यादा घरों में पानी भर गया। यहां अस्पताल में पानी भर जाने पर मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा। रेलवे ट्रैक डूब जाने से 4 घंटे तक ट्रेन रूट बंद रहा। राजस्थान में भी तेज बारिश का दौर जारी है। झुंझुनूं में बाघोली नदी के तेज बहाव के चलते नेशनल हाईवे-52 को जोडऩे वाली सडक़ धंस कर पानी में बह गई। सीकर में बारिश के कारण सडक़ों पर पानी भर गया।
नाले उफान पर हैं। हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 6 जुलाई के बीच बादल फटने की 19 घटनाएं हुईं। 23 बार बाढ़ और 19 बार लैंडस्लाइड हुए। 269 सडक़ें बंद हैं। बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 82 लोगों की जान जा चुकी है।
हिमाचल के मंडी में थुनाग में बादल फटने के बाद कई घरों को नुकसान पहुंचा है।हिमाचल के मंडी में थुनाग में बादल फटने के बाद कई घरों को नुकसान पहुंचा है।मंडी जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू जारी है। बादल फटने के कारण यहां 14 लोगों की मौत हुई। 31 लापता हैं।मंडी जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू जारी है। बादल फटने के कारण यहां 14 लोगों की मौत हुई। 31 लापता हैं। मध्य प्रदेश के शहडोल में रेलवे पटरियां डूबने से 4 घंटे तक ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित रही। नागपुर के कई इलाकों में बारिश हुई है। मौसम विभाग ने विदर्भ क्षेत्र के लिए अगले 48 घंटों का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
निषाद पार्टी बढ़ा सकती है बीजेपी की मुश्किलें
दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2027 विधानसभा चुनाव के पहले एनडीए की सहयोगी दल निषाद पार्टी में एक बार फिर से संबंधित जातियों के आरक्षण की मांग उठने लगी है। इसे लेकर निषाद पार्टी के दफ्तर के सामने पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें आरक्षण की मांग की गई है।
पार्टी के मुखिया और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने उम्मीद जताई है जल्द ही सरकार आरक्षण की मांग को पूरा करेगी। दरअसल निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद अपने से संबंधित जातियों का ओबीसी से एससी में आरक्षण देने की मांग लंबे समय से उठा रहे हैं।
बीजेपी ने अलग-अलग समय पर वादा भी किया है लेकिन, लगभग भाजपा के साथ रहते हुए 6 साल का वक्त होने के बावजूद अभी तक की मांग पूरी नहीं हुई है। संजय निषाद ने कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी के मित्र हैं और भाजपा अपने मित्रों का ख्याल रखती है इसलिए भाजपा यह आरक्षण 2027 चुनाव के पहले जारी करेगी। निषाद पार्टी के दफ़्तर पर लगे पोस्टर के सवाल पर उन्होंने कहा कि उम्मीद है सरकार इस आरक्षण को जल्द जारी करेगी।
सरकार से की आरक्षण की मांग
इस मामले पर संजय निषाद ने कहा कि केवट ,मल्लाह, बिंद रैकवार, बाथम, मांझी, जातियों को पिछड़ी जातियों में आरक्षण खारिज कर मझवार आरक्षण देना होगा. उन्होंने कहा कि इस आरक्षण के न लागू होने के कारण इन जातियों ने 2024 में अपनी नाराजगी वोट के माध्यम से दिखाई जिस कारण भारतीय जनता पार्टी को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा था।



