कन्नौज कांड में नए खुलासे से सियासी भूचाल

  • पीड़िता के साथ पहुंची महिला के बीजेपी नेताओं के साथ संबंध
  • सपा ने जारी की तस्वीरें, बोली- भाजपा कार्यकर्ता है महिला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कन्नौज। कन्नौज कांड में नए खुलासे से यूपी की सियासत गरमा गई है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के साथ रात में अपनी भतीजी के साथ मिलने के लिए पहुंची महिला को लेकर कई नई जानकारी सामने आ रही है। अब तक उसे नवाब सिंह यादव का करीबी माना जा रहा था। वह खुद भी अपने बयान में यह कह चुकी है कि उनसे पहचान होने की वजह कर ही वह लखनऊ से घर जाने के दौरान यहां मिलने पहुंची थी।
इसी बीच उसी महिला की कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें वह भाजपा के बड़े नेताओं के साथ मौजूद है। इसमें वह कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, सदर से विधायक और समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष नेहा त्रिपाठी, दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी सहित कई नेताओं के साथ उसकी सेल्फी ने भी सियासी चर्चा को नया मोड़ दे दिया है। सपा इसी बहाने उसे भाजपा का कार्यकर्ता बता रही है।

किशोरी के बयान के आधार पर पुलिस बढ़ेगी आगे

किशोरी के साथ छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार पूर्व ब्लॉक प्रमुख की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। पुलिस ने पीडि़त किशोरी की मेडिकल जांच करावाई। उसके बाद मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज कराया गया। किशोरी के बयान के बाद अब आरोपी नवाब सिंह यादव के खिलाफ दुष्कर्म की भी धारा बढ़ाई जाएगी। इस बीच नोएडा से यहां पहुंचे उसके माता-पिता ने भी अपनी नाबालिग बेटी संग हुई घटना पर बात की। मां ने अपनी ननद पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ तहरीर दी है। माना जा रहा है कि पुलिस अब मुकदमे में और धाराएं बढ़ा सकती है।

पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने जानने से किया इंकार

भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि वह उसे नहीं जानते हैं। भाजपा में अगर सक्रियता होती तो वह पहचानते।उनके मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान भी वह उन्हें किसी कार्यक्रम में नहीं दिखी। कहा कि किसी के साथ तस्वीर का होना उससे नजदीकी होने का सुबूत नहीं हो सकता है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के खिलाफ हुई कार्रवाई और उसके बाद सपा की ओर से पल्ला झाडऩे के मुद्दे को भाजपा ने लपक लिया है। यहां के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने नवाब सिंह यादव का नाम लेकर अखिलेश यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

जम्मू में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना का एक अधिकारी शहीद

  • एम4 राइफल गोला-बारूद और रसद सामग्री भी बरामद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के अस्सार इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सेना का एक अधिकारी शहीद हो गए, यह मुठभेड़ देश भर में स्वतंत्रता दिवस समारोह से एक दिन पहले हुई है। सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन के दौरान एक आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ करने के बाद एक अमेरिकी निर्मित एम4 राइफल, गोला-बारूद और रसद सामग्री भी बरामद की है।
सुरक्षा बलों को 4 पाकिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी और उन्होंने कल शाम एक ऑपरेशन शुरू किया था। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवाद रोधी अभियान चला। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी दलों ने मंगलवार तडक़े अहलान गगरमांडू जंगल में कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखीं और पता लगाने के लिए गोलीबारी की। अधिकारियों के बताया कि जंगल क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तलाशी अभियान में शामिल किया। जम्मू क्षेत्र में आतंकी हमला स्वतंत्रता दिवस समारोह से एक दिन पहले हुआ है और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं, जिसमें सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और राष्टï्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित वरिष्ठ लोग शामिल हुए।

केंद्र को लगा सुप्रीम झटका

  • राज्यों के पास ही रहेगा खनिज अधिकारों पर टैक्स लगाने का अधिकार
  • 9 जजों की संविधान पीठ ने सुनाया फैसला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र और माइनिंग कंपनी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने साफ कर दिया है कि खनिज अधिकारों पर टैक्स लगाने का अधिकार राज्यों के पास ही रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस दलील को खारिज कर दिया कि 25 जुलाई को दिए गए उसके फैसले में राज्यों को खनिज अधिकारों पर टैक्स लगाने के अधिकार को बरकरार रखा गया था, जिसे केवल आगे के प्रभाव से ही लागू किया जाना चाहिए।
साथ ही, कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस फैसले के आधार पर राज्यों द्वारा टैक्स लगाना 1 अप्रैल, 2005 से पहले की अवधि के लिए लागू नहीं होना चाहिए। 9 जजों की संविधान पीठ ने सुनाया फैसला कोर्ट ने यह भी कहा कि बकाया टैक्स का भुगतान 1 अप्रैल, 2026 से 12 साल की अवधि में किया जा सकता है। कोर्ट ने आगे कहा कि 25 जुलाई, 2024 से पहले की अवधि के लिए की गई मांग पर कोई ब्याज या जुर्माना नहीं लगाया जाना चाहिए। नौ जजों की संविधान पीठ ने आठ एक के बहुमत से फैसला दिया है। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस हृषिकेश रॉय की पीठ ने ये निर्णय दिया. जस्टिस नागरत्ना ने बहुमत से उलट निर्णय दिया है।

इस फैसले से कई राज्यों को फायदा

इस फैसले से खनिज व खदान संपन्न राज्य ओडिशा, झारखंड, बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और उत्तर- पूर्वी राज्यों को फायदा होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र, खनन कपंनियों द्वारा खनिज संपन्न राज्यों को बकाये का भुगतान अगले 12 वर्ष में क्रमबद्ध तरीके से किया जा सकता है। कोर्ट ने खनिज संपन्न राज्यों को रॉयल्टी के बकाये के भुगतान पर किसी तरह का जुर्माना न लगाने का निर्देश दिया. सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को एक अप्रैल 2005 के बाद से केंद्र सरकार, खनन कंपनियों से खनिज संपन्न भूमि पर रॉयल्टी का पिछला बकाया वसूलने की अनुमति दी।

सत्ता के लालच में हुआ देश का बंटवारा: योगी

  • विभाजन विभीषिका दिवस पर सीएम की पदयात्रा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 15 अगस्त 1947 को मिली आजादी से एक दिन पहले हुए भारत के विभाजन और उस त्रासदी में मारे गए और पीड़ित लाखों लोगों की याद में भाजपा 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मना रही है। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में पदयात्रा कर रहे हैं। योगी ने अमानवीय त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को विनम्र श्रद्धांजलि दी।
यूपी के सीएम योगी ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर कांग्रेस पर निशाने पर लेते हुए कहा कि सत्ता के लालच में उसने देश का बंटवारा होने दिया और पाकिस्तान के रूप में एक नासूर देश को दे दिया। योगी ने कहा, वह इतिहास का काला दिन था। दुनिया का एक सनातन राष्ट्र, जो हजारों हजार सालों तक एक भारत रहा हो, वह भारत पहले गुलाम बनाया गया, विदेशी आक्रांताओ ने यहां की परंपराओं की संस्कृति को रौंदा, फिर जो काम इतिहास में किसी युग में नहीं हुआ, वह काम सत्तालोलुप कांग्रेस ने विभाजन की त्रासदी के रूप में किया। योगी ने कहा कि कांग्रेस ने आजाद भारत को ऐसा नासूर दे दिया, जो आज भी आतंकवाद के रूप में देश को दंश दे रहा है, उन्होंने कहा कि तब राजनीतिक नेतृत्व ने अगर दृढ़ता का परिचय दिया होता, तो दुनिया की कोई ताकत इस देश को बांट नहीं सकती थी।

अमित शाह ने अपने आवास पर फहराया तिरंगा

गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत अपने आवास पर राष्टï्रीय ध्वज फहराया और कहा कि यह देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले नायकों को याद करने का अवसर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की दो वर्ष पहले शुरुआत की थी, जिसमें नागरिकों से अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने और अपनी सेल्फी सरकारी वेबसाइट पर अपलोड करने का आग्रह किया गया था। शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, मोदी जी के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत पूरा देश तिरंगामय हो रहा है। आज नयी दिल्ली स्थित अपने आवास पर तिरंगा लहरा कर देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले नायकों को याद किया।

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