राजस्थान में ईडी की छापेमारी से गरमाई सियासत

कांग्रेस बोली- गहलोत सरकार को डराना चाहते हैं मोदी

बीजेपी ने कहा किया है भ्रष्टाचार तो चुकानी होगी कीमत
पेपर लीक मामले में एक्शन, सीएम के करीबी कांग्रेस नेता के ठिकानों पर रेड

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान में विधान सभा चुनावों की तारीख घोषित हो चुकी है उसके बाद से वहां पर कांग्रेस व भाजपा में राजनीतिक वार-पलटवार भी शुरू हो गया। वहीं मोदी सरकार ने गहलोत सरकार के ऊपर ईडी के सहारे दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है। इसी क्रम में पेपर लीक मामले में ईडी की सक्रियता से प्रदेश में हडक़ंप की स्थिति पैदा हो गई है। कांग्रेस नेताओं के करीबियों के घर कार्रवाई चल रही है। दिनेश खोड़निया, स्पर्धा चौधरी और अशोक जैन के नौ ठिकानों पर कार्रवाई की सूचना मिली है।
बता दें कि पेपर लीक मामले में शुक्रवार सुबह प्रदेश के तीन शहरों में ईडी की कार्रवाई शुरू हुई तो खबर आग की तरह पूरे प्रदेश में फैल गई। कहा जा रहा है कि कांग्रेस सीनियर नेताओं के करीबियों के घर और दफ्तर सहित नौ ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई हो रही है। यह सभी जगह दिनेश खोड़निया, स्पर्धा चौधरी और अशोक जैन के बताए जा रहे हैं, जिसमें से दिनेश खोड़निया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी बताए जा रहे हैं। वहीं, स्पर्धा चौधरी पेपर लीक सरगना सुरेश ढाका की महिला मित्र हैं और अशोक जैन भी एक कांग्रेस नेता के करीबी हैं। ईडी सूत्रों के अनुसार, पेपर लीक में शामिल आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा और मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को ईडी ने पिछले दिनों रिमांड पर लिया था। बाबूलाल ने पूछताछ में कुछ अन्य लोगों की जानकारी ईडी को दी थी। बाबूलाल कटारा से हुई पूछताछ के बाद ईडी ने भूपेंद्र सारण को तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। भूपेंद्र सारण से भी पूछताछ की गई थी, बाबूलाल कटारा और भूपेंद्र सारण जानते हैं कि और कौन लोग पर्दे के पीछे थे। रिमांड के दौरान दोनों से मिली जानकारी को दिल्ली ईडी कार्यालय में भिजवाया गया।

दिल्ली व गुजरात की टीम को जयपुर में छापेमारी को भेजा

एक गोपनीय दल ने दिनेश खोड़निया, अशोक जैन और स्पर्धा चौधरी की पिछले सात दिन तक जांच की। जांच में इनके बैंक डिटेल, बैक ग्राउंड, कॉनटैक्ट, आगामी विधानसभा चुनाव में इनकी भूमिका की जांच की गई। इसके अलावा सिविल लाइन में कई वरिष्ठ नेताओं के संपर्क की जानकारी ईडी को मिली। इस पर दिल्ली और गुजरात की टीम को जयपुर में छापेमारी के लिए भेजा गया। ईडी को सर्च के दौरान सबूत मिलने पर सभी को ईडी मुख्यालय में आने के नोटिस दिए जा सकते हैं। नोटिस के बाद ईडी मुख्यालय में आकर ईडी के सवालों के जवाब देने होंगे।

सीएम से जुड़े हैं सभी : किरोड़ीलाल

पेपर लीक पर ईडी की कार्रवाई शुक्रवार सुबह से प्रदेश के तीन शहर और नौ ठिकानों पर चल रही है। ऐसे में डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने दावा किया है कि उनके पास उस जगह का पता है, जहां करोड़ों की नकदी और ढेरों सोना रखा हुआ है। मीणा अपने साथ प्रेस को लेकर उस स्थान पर पहुंच रहे हैं, जहां डॉ किरोड़ीलाल दावा कर रहे हैं कि काला धन रखा हुआ है। किरोड़ीलाल ने दावा किया है कि उनके धरना देने से श्वष्ठ की नजर में वो जगह आएगी और काला धन पकड़ा जाएगा। डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने दावा किया है कि पेपर लीक के तार मुख्यमंत्री से भी जुड़े हैं। क्योंकि दिनेश खोड़निया मुख्यमंत्री गहलोत का करीबी हैं और उनके काले पैसे का हिसाब रखता है।

बटन कमल पर दबेगा, वीवीपेट से अडानी निकलेगा : पवन खेड़ा

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है। कांग्रेस और बीजेपी में सीधा मुकाबला है। बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ आरोप पत्र चुनावी घोषणा के एक महीने पहले ही जारी किया। वहीं अब चुनाव घोषणा हो गई है, तो कांग्रेस ने भी बीजेपी के खिलाफ पर्चा जारी किया है। ये पर्चा काफी दिलचस्प है, क्योंकि इसमें कांग्रेस ने गौतम अडानी के मामले को चुनावी मुद्दा बनाया है। कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी को वोट देने का मतलब बटन कमल पर दबेगा, वीवीपेट से अडानी निकलेगा। दरअसल गुरुवार को कांग्रेस मीडिया विभाग के राष्टï्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा ने रायपुर के प्रदेश कांग्रेस भवन में प्रेस कॉन्फ्रेस की। उन्होंने कांग्रेस सरकार की योजनाओं को ब्रह्मास्त्र बताया है। वहीं वो बीजेपी पर भी जमकर बरसे, पवन खेड़ा ने कहा बीजेपी को वोट देने का मतलब छत्तीसगढ़ की संपदा अडानी को सौपना. छत्तीसगढ़ के बाक्साइट, आयरनओर, कोयला, देवभोग का हीरा खदान, राज्य की सीमेंट कम्पनियां, पावर प्लांट सभी पर अडानी कब्जा करना चाहते हैं।

पांच साल तक घपले, घोटाले के अलावा कुछ नहीं किया : बीजेपी

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अच्छी तरह जानती है कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने 5 साल तक घपले, घोटाले, कमीशनबाजी, भ्रष्टाचार और माफियाराज चलाने के अलावा कुछ नहीं किया है। वो (पवन खेड़ा) बघेल सरकार के पापों पर पर्दा डालने की जो कोशिश कर रहे हैं, वह सिरे नहीं चढऩे वाली। उन्हें भ्रम हो गया है कि वो छत्तीसगढ़ की जनता को सीएम भूपेश बघेल के गुणगान सुना जाएंगे और यहां की जनता उनकी बातें सुन लेगी। बीजेपी महामंत्री ने कहा कि भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार का विश्व व्यापी कीर्तिमान स्थापित किया है, इसे देखकर जरूर सारी दुनिया अचरज में है। अब उनकी सरकार को छत्तीसगढ़ की जनता सडक़ पर लाने के लिए बेताब है।

हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से झटका

ईडी समन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। पहले सुप्रीम कोर्ट और अब झारखंड हाई कोर्ट से उन्हें तगड़ा मिला है। ईडी के समन के खिलाफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की याचिका को झारखंड हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
आज हुई सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि सीएम ने समन का पहले ही उल्लंघन किया है। वह किसी भी समन पर उपस्थित नहीं हुए हैं। ऐसे अब समन को चुनौती देने का कोई औचित्य नहीं हैं इसलिए उन्हें राहत नहीं दी जा सकती है।
सीएम की ओर से अधिवक्ता कपिल सिब्बल में अदालत को बताया कि सीएम के खिलाफ किसी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं है ऐसे में ईडी का समन उचित नहीं है। इस पर ईडी ने कहा कि प्रार्थी ने जिस पीएमएलए एक्ट की धारा 50 और 60 को चुनौती दी है उसे सुप्रीम कोर्ट ने विजय मदन लाल चौधरी के केस में डिसाइड कर चुका है। इसके तहत एजेंसी को समन और बयान लेने का अधिकार है। ऐसे में हाई कोर्ट इस मामले में कोई आदेश नहीं दे सकता है। अदालत ने हेमंत सोरेन की याचिका को खारिज कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने कही थी हाईकोर्ट जाने की बात
इससे पहले बीते 18 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में उनकी याचिका पर सुनवाई हुई थी। मुख्यमंत्री ने उस दौरान कोर्ट से अंतरिम राहत देने की बात की थी, तब सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें हाई कोर्ट में जाने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कहना है कि ईडी उन्हें केंद्र सरकार के इशारों पर दूसरे-दूसरे मामलों में तलब कर बस परेशान कर रही है। वह इससे पहले ईडी की जांच में सहयोग कर चुके हैं।

सुप्रीम कोर्ट में टली अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई

अगली बहस 20 अक्टूबर को होगी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई टल गई है। सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की सुनवाई 20 अक्टूबर 2023 को होगी। सूत्रों के मुताबिक ये जानकारी सामने आई है।
सुप्रीम कोर्ट में आज अडानी-हिंडनबर्ग मामले में सेबी की जांच रिपोर्ट को पेश किया जाना था। सुप्रीम कोर्ट को अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई करनी थी। इसमें मार्केट रेगुलेटर सेबी द्वारा दायर ताजा स्थिति रिपोर्ट पर विचार की जानी थी। अगस्त में, सेबी ने अदालत को बताया था कि उसने अदानी समूह के खिलाफ दो को छोडक़र सभी आरोपों की जांच पूरी कर ली है. इसके अलावा विदेशी संस्थाओं के पीछे के वास्तविक मालिकों के बारे में पांच टैक्स हेवेन देशों से जानकारी का इंतजार कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट में अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई होने के असर से आज सुबह से ही अडानी शेयरों में गिरावट हावी दिख रही है। इस के बीच अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर आज सुबह से ही दबाव में दिख रहा था और इसमें शुरुआती कुछ घंटों में ही 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ गई।

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