रामनवमी पर मप्र में गरमाई सियासत

- दिग्विजय पर भाजपा नेता रामेश्वर शर्मा का हमला
- बोले- राम का चरित्र नहीं तो राम का सदाचार कैसे आएगा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मध्य प्रदेश। रामनवमी के अवसर पर मध्य प्रदेश में सियासी बयानबाजी का पारा भी चढ़ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यंत्री दिग्विजय सिंह के रामनवमी पर शुभकामनाएं देने के संदेश पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है। दिग्विजय ने रामनवमी पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देशवासियों को रामनवमी और दुर्गा नवमी की शुभकामनाएं दी। उन्होंने लिखा कि भगवान राम के आदर्शों को जीवन में अपनाने की बात की। इस पर भाजपा नेता और विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया।
उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति में राम का चरित्र नहीं है, तो वह राम के सदाचार को कैसे अपना सकता है। उन्होंने दिग्विजय से पूछा कि यदि वे राम के चरित्र को स्वीकार नहीं करते तो राम का सदाचार उनके जीवन में कैसे आएगा। शर्मा ने कहा, राम मंदिर से लेकर संगम स्नान तक कांग्रेस ने हमेशा हिंदू विरोधी रवैया अपनाया है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय को राम के चरित्र की सही समझ के लिए अयोध्या जाना चाहिए और वहां राम की जन्मभूमि पर माथा टेकना चाहिए। सरयू नदी में डूबकी लगाना चाहिए। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को भाजपा की आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन राम का विरोध करने से राम का सदाचार कैसे आएगा। इसको लाने के लिए दिग्विजय सिंह और पूरी कांग्रेस को लेकर जाना चाहिए और भगवान राम के आगे माथा टेकना चाहिए।
रामनवमी यात्रा कोई राजनीतिक रैली नहीं : लॉकेट चटर्जी
भाजपा की नेता लॉकेट चटर्जी ने आरोप लगाया कि कोलकाता के न्यू टाउन इलाके में पुलिस ने रामनवमी जुलूस को रोक दिया, जिसका नेतृत्व वह कर रही थीं, जिससे कार्यक्रम को अपना मार्ग बदलने पर मजबूर होना पड़ा। न्यू टाउन में राम मंदिर से शुरू हुआ जुलूस शहर के उत्तरी हिस्से में स्थित केस्टोपुर के पास बाधाओं का सामना करना पड़ा, जब उसने साल्ट लेक में प्रवेश करने की कोशिश की। पुलिस ने एयरपोर्ट को जोडऩे वाली वीआईपी सडक़ पर बैरिकेड्स लगा दिए, जिससे चटर्जी और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी बहस हुई। बाद में उन्होंने प्रतिभागियों से आगे के संघर्ष से बचने के लिए वैकल्पिक मार्ग अपनाने का आग्रह किया। चटर्जी ने जोर देकर कहा यह कोई राजनीतिक रैली नहीं है, यह एक आध्यात्मिक सभा है जिसमें लोग स्वेच्छा से भाग लेते हैं।